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कोरोना का खौफ: यात्रियों के इंतजार में बसें खाली, विभाग को लाखों रुपये का हो रहा नुकसान

उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में कोरोना वायरस के प्रभाव से परिवहन विभाग को लाखों का नुकसान उठाना पड़ रहा है. दरअसल कोरोना वायरस के खौफ से यात्रियों की संख्या में काफी कमी आई है.

effect of corona virus
परिवहन विभाग को लाखों रुपये का हो रहा नुकसान
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Published : Mar 18, 2020, 10:53 PM IST

फर्रुखाबाद: जिले के बस अड्डों पर यात्रियों के इंतजार में बसें खाली पड़ी हैं. इसके पीछे यात्रियों में कोरोना वायरस को लेकर भय बताया जा रहा है. वहीं होली के दौरान परिवहन विभाग द्वारा अतिरिक्त बसें चलाकर कमाई करने की योजना भी परवान नहीं चढ़ सकी. इससे लाखों रुपये का नुकसान होने का अनुमान है. हालांकि बुधवार को बसों में सैनिटाइजर का छिड़काव कराया गया. साथ ही चालक व परिचालकों की काउंसलिंग कर मास्क बांटे गए.

परिवहन विभाग को लाखों रुपये का हो रहा नुकसान.
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए फर्रुखाबाद बस डिपो सतर्क हो गया है. कर्मचारियों और यात्रियों को कोरोना वायरस के कहर से बचाने के लिए वर्कशॉप से बसों को बाहर निकालने से पहले धुलाई की जाने लगी है. इसके साथ ही सैनिटाइजर का बसों में छिड़काव भी शुरू करा दिया गया है, जिससे यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो, क्योंकि बसों में अलग-अलग जगहों से रोजाना हजारों यात्री सफर करते हैं. इसके अलावा चालक को मास्क पहनकर बसें चलाने तथा परिचालकों को टिकट देते समय मास्क लगाने के निर्देश दिए जा रहे हैं.

ये भी पढ़ें- लखनऊ: केजीएमयू में रेजीडेंट डॉक्टर मे कोरोना की पुष्टि

बस डिपो पर पसरा सन्नाटा

होली के त्योहार पर परिवहन निगम ने कमाई बढ़ाने को लेकर चालक और परिचालकों के लिए प्रोत्साहन योजना लागू की, लेकिन इसका असर निगम की आय पर पड़ा. अधिकारियों के अनुसार कोरोना वायरस के भय के चलते अधिकांश यात्री जहां थे, वहीं रुक गए. पिछले वर्ष की बात करें तो त्योहार पर फर्रुखाबाद डिपो के अंतर्गत संचालित रोडवेज बसों में यात्रियों की काफी भीड़ रहती थी, जो इस बार नहीं दिखाई दी. पिछले वर्ष 70 फीसदी यात्रियों ने रोडवेज बस का सफर किया था, जो इस बार घटकर 62 फीसदी रह गई.

कर्मचारियों को नहीं बांटा गया मास्क
परिचालक राजकिशोर ने बताया कि उन्होंने ढाई सौ रुपये में मास्क खरीदा है. अब तक विभाग द्वारा न तो सैनिटाइजर दिया गया और न ही मास्क बांटा गया है. कोरोना के प्रकोप से बचने के लिए मजबूरी में बाजार से महंगे दामों पर मास्क खरीदा जा रहा है. वहीं बस डिपो पर सिर्फ राजकिशोर के चेहरे पर ही नहीं, बल्कि अन्य चालक व परिचालकों के चेहरे पर भी कोरोना वायरस का खौफ साफ देखा जा सकता है.

कोरोना वायरस से बचाव को लेकर बसों में सैनिटाइजर का छिड़काव कराया जा रहा है. इसके अलावा स्टाफ कर्मचारियों को मास्क बांटे जा रहे हैं. यात्रियों को कोरोना वायरस से बचाव के तरीके भी बताए जा रहे हैं. हर बस में जल्द से जल्द सैनिटाइजर उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही है.
-अंकुर विकास, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक

फर्रुखाबाद: जिले के बस अड्डों पर यात्रियों के इंतजार में बसें खाली पड़ी हैं. इसके पीछे यात्रियों में कोरोना वायरस को लेकर भय बताया जा रहा है. वहीं होली के दौरान परिवहन विभाग द्वारा अतिरिक्त बसें चलाकर कमाई करने की योजना भी परवान नहीं चढ़ सकी. इससे लाखों रुपये का नुकसान होने का अनुमान है. हालांकि बुधवार को बसों में सैनिटाइजर का छिड़काव कराया गया. साथ ही चालक व परिचालकों की काउंसलिंग कर मास्क बांटे गए.

परिवहन विभाग को लाखों रुपये का हो रहा नुकसान.
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए फर्रुखाबाद बस डिपो सतर्क हो गया है. कर्मचारियों और यात्रियों को कोरोना वायरस के कहर से बचाने के लिए वर्कशॉप से बसों को बाहर निकालने से पहले धुलाई की जाने लगी है. इसके साथ ही सैनिटाइजर का बसों में छिड़काव भी शुरू करा दिया गया है, जिससे यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो, क्योंकि बसों में अलग-अलग जगहों से रोजाना हजारों यात्री सफर करते हैं. इसके अलावा चालक को मास्क पहनकर बसें चलाने तथा परिचालकों को टिकट देते समय मास्क लगाने के निर्देश दिए जा रहे हैं.

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बस डिपो पर पसरा सन्नाटा

होली के त्योहार पर परिवहन निगम ने कमाई बढ़ाने को लेकर चालक और परिचालकों के लिए प्रोत्साहन योजना लागू की, लेकिन इसका असर निगम की आय पर पड़ा. अधिकारियों के अनुसार कोरोना वायरस के भय के चलते अधिकांश यात्री जहां थे, वहीं रुक गए. पिछले वर्ष की बात करें तो त्योहार पर फर्रुखाबाद डिपो के अंतर्गत संचालित रोडवेज बसों में यात्रियों की काफी भीड़ रहती थी, जो इस बार नहीं दिखाई दी. पिछले वर्ष 70 फीसदी यात्रियों ने रोडवेज बस का सफर किया था, जो इस बार घटकर 62 फीसदी रह गई.

कर्मचारियों को नहीं बांटा गया मास्क
परिचालक राजकिशोर ने बताया कि उन्होंने ढाई सौ रुपये में मास्क खरीदा है. अब तक विभाग द्वारा न तो सैनिटाइजर दिया गया और न ही मास्क बांटा गया है. कोरोना के प्रकोप से बचने के लिए मजबूरी में बाजार से महंगे दामों पर मास्क खरीदा जा रहा है. वहीं बस डिपो पर सिर्फ राजकिशोर के चेहरे पर ही नहीं, बल्कि अन्य चालक व परिचालकों के चेहरे पर भी कोरोना वायरस का खौफ साफ देखा जा सकता है.

कोरोना वायरस से बचाव को लेकर बसों में सैनिटाइजर का छिड़काव कराया जा रहा है. इसके अलावा स्टाफ कर्मचारियों को मास्क बांटे जा रहे हैं. यात्रियों को कोरोना वायरस से बचाव के तरीके भी बताए जा रहे हैं. हर बस में जल्द से जल्द सैनिटाइजर उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही है.
-अंकुर विकास, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक

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