फर्रुखाबाद : जिले में बुधवार को राजेपुर स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय की छात्रा की बीमारी से मौत हो गई थी. परिजनों ने विद्यालय प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए इटावा-बरेली हाईवे पर शव रखकर जाम लगा दिया था. पुलिस ने परिजनों को समझाकर जाम खुलवाया था. वहीं जांच रिपोर्ट के आधार पर फुलटाइम टीचर और एक वार्डन की सेवा समाप्त कर दी गई. पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर वार्डन सहित तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी गौतम प्रसाद ने बताया कि बुधवार को कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय राजेपुर में कक्षा 6 की छात्रा आयशा कुशवाह पुत्री उमेश कुशवाहा की मौत हो गई थी. छात्रा थाना अमृतपुर की ग्राम रतनपुर पमारन की रहने वाली थी. परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाया था. प्रकरण में त्रिस्तरीय जांच समिति का गठन किया गया. जांच समिति में खंड शिक्षा अधिकारी राजेपुर, मोहम्मदाबाद और शमशाबाद को शामिल किया गया. समिति ने गुरुवार को कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय राजेपुर पहुंचकर जांच की. समिति ने स्टाफ एवं बच्चियों के बयान दर्ज कर प्रकरण में अपनी आख्या प्रस्तुत की.
जांच आख्या के आधार पर फुल टाइम टीचर में श्रुति और वार्डन अरुणा को प्राथमिक जांच में दोषी पाए जाने पर डीएम संजय कुमार सिंह के अनुमोदन पर उनकी सेवा समाप्त कर दी गई. छात्रा के परिजन दिनेश की तहरीर दी थी. आरोप लगाया था आयशा कई दिनों से बीमार चल रही थी, इससे बावजूद उसका सही तरीके से इलाज नहीं कराया गया. पुलिस मामले में वार्डन समेत तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
यह भी पढ़ें : आवासीय विद्यालय की छात्रा की मौत, लापरवाही का आरोप, परिजनों ने लगाया जाम