कानपुर : नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने मंगलवार को प्रवेश परीक्षा ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम जेईई मेन के पहले चरण का रिजल्ट मंगलवार को जारी कर दिया. रिजल्ट में देश भर के 14 उम्मीदवारों ने 100 प्रतिशत लाकर टॉप किया है. वहीं कानपुर के रहने वाले छात्र हार्दिक जैन ने 99.84 परसेंटाइल हासिल किये हैं. छात्र हार्दिक ने बुधवार को ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
11th की पढ़ाई के साथ की तैयारी : उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि अगर किसी को भी अपना लक्ष्य हासिल करना है तो उसे अपने लक्ष्य के पीछे पूरी मेहनत और लगन के साथ काम करना होगा, क्योंकि अगर आप लक्ष्य से भटकेंगे तो आपको किसी भी काम में सफलता नहीं मिल सकती है. मेरी इस कामयाबी का श्रेय भी यही रहा कि मैंने शुरू से ही इंजीनियर बनने का सपना देखा था और मैं अपनी 11th की पढ़ाई के साथ-साथ जेईई मेन की भी तैयारी कर रहा था.
पढ़ाई पर ही किया फोकस : उन्होंने कहा कि मैंने इस कामयाबी को हासिल करने में काफी चीजों से दूरियां भी बनाईं मैंने सोशल मीडिया से पूरी तरह से दूरी बना ली और सिर्फ अपनी पढ़ाई पर ही फोकस किया. शायद यही कारण है कि मैंने पहली बार में ही जेईई मेन के एग्जाम को क्वालीफाई किया और 99.84 परसेंटाइल हासिल किये. उन्होंने कहा कि, अभी यह तो मेरी पहली सफलता है, ऐसी कई सफलताएं हासिल करने के लिए मुझे अपने कदम फूंक फूंककर रखने होंगे, क्योंकि अब जेईई मेन के बाद अब पूरा फोकस बोर्ड परीक्षा और जेईई एडवांस्ड की तैयारी पर है, क्योंकि मुझे उसमें भी इसी तरीके से एक अच्छा परफॉर्मेंस करके अपने माता-पिता का सपना पूरा करना है.
11th की पढ़ाई के साथ की तैयारी : ईटीवी भारत संवाददाता से खास बातचीत के दौरान गंगापुर में रहने वाले हार्दिक जैन ने बताया कि, जब मैं 10th पास करके 11th क्लास में आया तो एकदम से सब बदल गया, क्योंकि सिलेबस थोड़ा कठिन था. जिस वजह से उसे समझने में थोड़ी सी परेशानी हुई, हालांकि कुछ समय बाद सब नॉर्मल लगने लगा. इसके साथ ही मैंने अपनी जेईई मेन की तैयारी शुरू की. शुरुआत में समय को लेकर थोड़ी सी दिक्कत जरूर हुई, हालांकि कुछ समय बाद इसका भी मैंने सॉल्यूशन ढूंढ लिया और अपनी 11th की पढ़ाई के साथ-साथ 6 से 7 घंटे जेईई मेन की तैयारी शुरू दी और पहले ही अटेम्प्ट में मैंने इसे क्लियर किया. मैं अपनी इस कामयाबी का श्रेय माता-पिता और टीचर्स को देना चाहूंगा, जिन्होंने हमेशा सपोर्ट किया.
तैयारी के दौरान बनाए शॉर्ट नोट्स : छात्र हार्दिक जैन ने बताया कि, उन्होंने जेईई मेन की तैयारी के दौरान शॉर्ट नोट्स भी बनाने शुरू किए. उन्होंने यूट्यूब पर परीक्षा से जुड़े कई वीडियो देखे, जहां पर उन्हें कई अच्छे सवाल मिले, जिनको उन्होंने हल करना शुरू किया और इस तरह से उन्होंने पढ़ाई की और आज उन्हें पहली बार में सफलता मिली है. उन्होंने बताया कि मंगलवार देर शाम जब परिणाम आए तो उस वक्त वे कोचिंग में थे, जैसे ही उन्हें जानकारी हुई की उन्होंने टॉप किया है तो उनकी आंखों में खुशी के आंसू आ गए. सबसे पहले उन्होंने अपनी इस कामयाबी को पिता विकास जैन से साझा किया. छात्र हार्दिक का कहना है कि शुरू से ही उनका पढ़ाई के प्रति काफी ज्यादा लगाव था. उन्होंने खुद को सोशल मीडिया, टीवी, मोबाइल और फैमिली फंक्शन को भी एवॉइड किया. सबसे ज्यादा सपोर्ट उन्हें परिजनों का मिला, जिन्होंने कभी उनसे उनके सपने को लेकर हस्तक्षेप नहीं किया. उन्होंने बताया कि इस सफलता को हासिल करने के बाद अब उनके आगे का गोल है कि उन्हें जेईई एडवांस्ड क्लियर करना है.
स्टेट लेवल पर कई प्रतियोगिताएं भी जीतीं : हार्दिक के पिता विकास जैन ने ईटीवी से बातचीत के दौरान बताया कि, हार्दिक बचपन से ही पढ़ने में काफी अच्छा रहा है. इसके साथ ही उसने स्टेट लेवल पर कई प्रतियोगिताएं भी जीतीं हैं. वह शुरू से ही क्लास में टॉप करता हुआ आया है, हार्दिक की सबसे अच्छी बात यह रही कि उसने हमेशा अपनी पढ़ाई को इंपॉर्टेंस दी. जिस वजह से हमने भी उसे हमेशा एक दोस्त की तरह सपोर्ट किया. उन्होंने बताया कि अब ऐसे में जब मंगलवार को जेईई मेन के पहले सेशन के परिणाम आए और बेटे ने फोन पर उन्हें जानकारी दी कि पापा मैने पहली बार में ही जेईई मेन क्लियर कर दिया तो उस वक्त उनकी आंखों में आंसू आ गए.
पूरे परिवार में खुशी का माहौल : उन्होंने कहा कि उस खुशी को वह अपने शब्दों में बयां नहीं कर सकते, पूरे परिवार में खुशी का माहौल था. देर रात जब वह घर पहुंचे तो उन्होंने बेटे को गले लगाया और बोले आज तुमने मेरा सिर गर्व से ऊंचा कर दिया और फिर उसका मुंह मीठा कराया. उन्होंने बताया कि मैने और हार्दिक की मां ने उसे हमेशा ही सपोर्ट किया, उसने जो भी अपना लक्ष्य बनाया हमने उसे हमेशा उस लक्ष्य में सपोर्ट किया और आगे भी हम उसे इसी तरह से सपोर्ट करते रहेंगे ताकि वह अपने लक्ष्य को हासिल कर सके.