फर्रुखाबाद: सर्व शिक्षा अभियान में तैनात पूर्व समन्वयक के पिता ने मुख्य विकास अधिकारी, तत्कालीन बीएसए और एबीएसए सहित छह लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, चोरी, गाली-गलौज और साजिश रचने के आरोप में न्यायालय में याचिका दायर की है. मुख्य न्यायिक मैजिस्ट्रेट राजेंद्र कुमार सिंह ने परिवाद दर्ज करते हुए बयान के लिए 10 जनवरी की तारीख नियत की है.
- शहर कोतवाली की गंगा नगर कॉलोनी निवासी हरिशरण त्रिवेदी ने न्यायालय में याचिका दायर की है.
- आरोप है कि 21 जून को तत्कालीन बीएसए राम सिंह उनकी पुत्री सरिता त्रिवेदी के कार्यालय में आकर तीन लाख रुपये की मांग करने लगे.
- इस पर उनकी बेटी ने कहा कि वह न तो रिश्वत लेगी और न ही किसी को रिश्वत देगी.
- इस बात से बीएसए नाराज होकर झूठी कार्रवाई में फंसाने की धमकी देने लगे.
- अधिकारियों ने अनावश्यक कार्य को लेकर पुत्री के निजी 50 हजार रुपये खर्च करा दिए.
- इसके अलावा कई पत्रावलियों में ओवरराइटिंग कर हेरा-फेरी की गई.
- 30 सितंबर को बीएसए और एबीएसए ने मिलकर कार्यालय में रखी अलमारी का ताला तोड़ दिया और 5 हजार रुपये व अन्य पत्रावलियां चोरी कर ली.
- मामले में वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत की गई तो कोई कार्रवाई नहीं की गई.
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इन छह लोगों पर भ्रष्टाचार के आरोप
- राजेंद्र पेंसिया, मुख्य विकास अधिकारी
- राम सिंह, तत्कालीन बीएसए
- रंगनाथ चौधरी, कमालगंज खंड शिक्षा अधिकारी
- संजय शुक्ला, नगर क्षेत्र के खंड शिक्षा अधिकारी
- रमेशचंद्र जौहर, प्रभारी बीएसए
- मनोज कुमार श्रीवास्तव, लिपिक
- सीजेएम ने मामला दर्ज कर 10 जनवरी तिथि नियत की है और अधिवक्ता हरिशरण के अनुसार, उनकी बेटी डीसी पद पर बीएसए ऑफिस में तैनात थी.
- सामाजिक, आर्थिक, भौतिक उत्पीड़न किया गया है और इसकी सीएम से लेकर पीएम के समस्या निस्तारण पोर्टल पर शिकायत की गई.
- मामले की जांच स्वयं उक्त अधिकारियों ने कराकर निस्तारण की फर्जी रिपोर्ट लगा दी है.
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