फर्रुखाबादः जिले में रविवार को आवास विकास कॉलोनी स्थित भारतीय जनता पार्टी के जिला मुख्यालय पर आपातकाल की बरसी पर गोष्ठी का आयोजन किया गया. भाजपा जिला अध्यक्ष रूपेश गुप्ता की अध्यक्षता में यह कार्यक्रम हुआ.कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला संगठन प्रभारी डॉ. अरुण पाठक ने कहा कि 25 जून 1975 भारत के लोकतंत्र का सबसे काला दिन रहा. इस दिन भ्रष्टाचार और तानाशाही में डूबी तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने भारत में आपातकाल लगाया था. उन्होंने लोकतंत्र की हत्या कर दी थी. इमरजेंसी को पूरे 48 साल हो गए लेकिन आज तक कांग्रेस पार्टी ने इस घोर कृत्य के लिए कभी भी देश से माफी नहीं मांगी.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने देश के संविधान को नष्ट करने का पाप किया है. वर्तमान में भी कांग्रेस नेता राहुल गांधी विदेश में जाकर भारत के लोकतंत्र को नीचा दिखाने की कोशिश करते रहते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के लोकतंत्र को मजबूत करने का कार्य किया है. भारतीय जनता पार्टी एक लोकतांत्रिक पार्टी है जो मूल्यों और सिद्धांतों पर आधारित है. 25 जून 1975 के उस दिन को भारतीय जनता पार्टी काला दिवस के रूप में मनाती है.
सांसद मुकेश राजपूत ने कहा भारत का लोकतंत्र विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है लेकिन कांग्रेस पार्टी ने 25 जून 1975 को आपातकाल लगाकर भारत के लोकतंत्र की हत्या की थी. 21 महीने तक लगे आपातकाल में आंदोलनकारियों, पत्रकारों, विपक्षी नेताओं को जेल में डाल दिया गया था. तब कांग्रेस के तत्कालीन नेताओं ने इंदिरा इज इंडिया इंडिया इज इंदिरा का नारा दिया था लेकिन भारत के लोकतंत्र रक्षकों ने भ्रष्टाचारी और तानाशाही सरकार को उखाड़ फेंकने का कार्य किया था.
सदर विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी ने कहा कि आज ही के दिन 1975 में एक परिवार ने अपने हाथ से सत्ता निकलने के डर से जनता के अधिकारों को छीन लोकतंत्र की हत्या कर देश पर आपातकाल थोप दिया था. भारतीय जनता पार्टी उन सभी लोकतंत्र रक्षकों और सेनानियों को नमन करती है जिन्होंने भारत के लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष किया. आपातकाल कांग्रेस की तानाशाही मानसिकता का प्रतीक और कभी न मिटने वाला कलंक है.