फर्रुखाबाद: फर्रुखाबाद में भाजपा विधायक के भतीजे के साथ हुई मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही जिले में हड़कंप मच गया है. बताया जा रहा है कि मारपीट का आरोप पूर्व प्रधान पर लगाया गया है. चुनावी दौर में मामला सजातीय होने के कारण भाजपा नेता कार्रवाई के चक्कर में नहीं पड़े और वारदात के बाद किसी पक्ष की ओर से पुलिस में कोई शिकायत नहीं की गई है. जिले के सीओ सोहराव आलम ने इस बाबत सोशल मीडिया पर बयान जारी कर मामले को रफा-दफा कर दिया है.
बताया जा रहा है कि भोजपुर विधायक नागेंद्र सिंह राठौड़ के भतीजे की गाड़ी में टक्कर लगने के बाद गैसिंगपुर के रहने वाले पूर्व प्रधान के बेटे से विवाद हो गया. पूर्व प्रधान और उनके गुर्गों ने विधायक के भतीजे को गाड़ी से उतार कर जमकर मारपीट की. फिर उसे अपनी गाड़ी में डालकर अपने नजदीकी निवास पर ले गए और वहां बंधक बना लिया.
इस मामले की जानकारी मिलने के बाद कोतवाली मोहम्दाबाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल की. जब भाजपा विधायक के भतीजे को बंधक बना लेने की खबर पुलिसकर्मियों ने कोतवाल समेत आलाधिकारियों को दी तो हड़कंप मच गया. मौके पर पहुंचे मोहम्दाबाद कोतवाल ने पूर्व प्रधान के घर में बैठकर मामले की जानकारी ली और जैसे-तैसे सुलह-समझौता करा दिया.
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लेकिन कोतवाल मोहम्दाबाद और पुलिस के कर्मचारियों का पूर्व प्रधान के घर में बैठे होने का वीडीओ वारदात के 24 घंटे बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. वीडियो में पूर्व प्रधान कई बार अपनी दबंगई पुलिस के सामने भी कायम करते दिखे. लेकिन पुलिस के अधिकारी उसके सामने चुप रहे.
विधायक के भतीजे के साथ हो रही मारपीट का भी दूसरा वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें विधायक के भतीजे को कुछ लोग पीटते दिख रहे हैं. सोशल मीडिया पर वायरल दोनों वीडियो के बाद दबाव में आए एसपी अशोक कुमार मीणा ने भी कायमगंज क्षेत्र के सीओ सोहराब आलम से पूरे मामले पर जानकारी ली और वॉट्सएप ग्रुप पर सफाई देकर किनारा कर लिया है.
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