फर्रुखाबाद: देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. पंडित अटल बिहारी वाजपेई की जयंती पर रूपेश गुप्ता की अध्यक्षता में जिला संगोष्ठी आयोजित हुई. जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में जिला संगठन प्रभारी शिव महेश दुबे ने संबोधित किया. शिव महेश दुबे ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई इस देश के ही नहीं, बल्कि विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता थे. ग्वालियर में 25 दिसंबर 1924 को जन्मे अटल बिहारी बाजपेई ऐसे राजनेता थे, जिन्होंने तीन बार देश के प्रधानमंत्री की कुर्सी संभाली.
जिला संगठन प्रभारी शिव महेश दुबे ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेई भले ही सियासत से जुड़े हो. लेकिन, उनके अंदर वास्तविक रूप से एक कवि बसता था. उन्होंने अपनी रचनाओं और कविताओं से इस देश में एक अलग ही स्थान बनाया था. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक छोटे से कार्यकर्ता के रूप में देश सेवा का प्रण लिया. जनसंघ से उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की और भाजपा के गठन के बाद वह पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष बने. 1977 में जब देश पर आपातकाल लगाया गया तो उन्होंने उस क्रांति में अपनी आहुति देने का काम किया. कांग्रेस सरकार के खिलाफ आंदोलन में वह जेल गए. अटल जी का जीवन सादगी और संघर्ष भरा रहा. भारत के लिए उनका योगदान अमित है. उनका नेतृत्व और दूर दृष्टि लाखों लोगों को प्रेरणा देती है.उन्होंने मूल्यों और आदर्शों की राजनीति की.
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शिव महेश दुबे ने कहा किमोदी सरकार उनके द्वारा किए हुए कार्यों को आगे ले जाने का कार्य कर रही है. अटल जी की चतुर्भुज योजना नदियों को नदियों से जोड़ना, जैसी योजनाएं को मोदी सरकार विस्तृत रूप दे रही है.उन्होंने 25 दलों के गठबंधन वाली सरकार चलाकर अपने व्यक्तित्व पर कभी दाग नहीं लगने दिया. वह इस देश के बेदाग छवि वाले नेता के रूप में स्थापित हुए थे. पोखरण में परमाणु परीक्षण करके उन्होंने भारत की ताकत का एहसास पूरी दुनिया को कराया.
सांसद मुकेश राजपूत ने कहा, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई सुशासन की प्रतिमूर्ति थे. पूर्व प्रधानमंत्री का फर्रुखाबाद जनपद से भी जुड़ाव रहता था. उन्होंने देश को प्रगति के रास्ते पर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. उनके कुशल रणनीति से भारत ने कारगिल पर विजय पताका लहराई थी. संयुक्त राष्ट्र के संबोधन से उन्होंने भारत की मुख्य भाषा हिंदी को पूरे विश्व में पहचान दिलाने का कार्य किया. उनकी दूरसंचार नीति से देश में सकारात्मक बदलाव आया. उनकी सरकार के द्वारा किए गए कार्यों को आज भी याद किया जाता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके बताए रास्ते पर चलकर देश को प्रगति के रास्ते पर ले जाने का कार्य कर रहे हैं. भाजपा जिला अध्यक्ष रूपेश गुप्ता ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई एक परिपक्व नेता थे. लोकप्रिय वक्त सादगी और तपस्या के वह अनुपम मिसाल थे. अपने नाम के ही अनुरूप फैसलों पर अटल रहने वाले पूर्व पीएम की तारीफ समूचा विपक्ष करता था.
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