फर्रुखाबाद: सरकार बच्चों की सेहत बनाने के लिए करोड़ों रुपया पानी की तरह बहा रही है. वहीं भ्रष्ट कर्मचारी इसका लाभ गरीबों तक न देकर बाल पुष्टाहार स्वयं डकार रहे हैं. ऐसा ही एक मामला शमसाबाद ब्लॉक के ग्राम बैरमपुर में प्रकाश में आया है. यहां तैनात आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रवीन मिश्रा ने दिसंबर माह से बाल पुष्टाहार का वितरण नहीं किया. बता दें कि बैरमपुर में राशन वितरण का जिम्मा नगला नान के कृषक स्वयं सहायता समूह के पास है. स्वयं सहायता समूह आंगनबाड़ी के साथ मिलकर बच्चों का पुष्टाहार चट कर रहे हैं. मामला संज्ञान में आने पर डीएम मानवेंद्र सिंह ने कार्रवाई करने का आश्वासन दिया.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, कुछ दिन पूर्व ग्रामीणों द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रवीन मिश्रा से राशन मांगा तो महिला आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने लाभार्थियों की धमकी दी. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने कहा कि जैसा चल रहा है वैसा ही चलेगा. तब ग्रामीणों ने इसकी सूचना ग्राम प्रधान को दी. जिसके बाद प्रधान ने उच्चाधिकारियों से इसकी शिकायत कर कार्रवाई की मांग की. ग्राम प्रधान विमल यादव ने बाल विकास पुष्टाहार पहुंचकर सुपरवाइजर से बच्चों के पुष्टाहार वितरण की जानकारी की.
सुपरवाइजर से प्रधान ने ली जानकारी
इस पर सुपरवाइजर ने बताया की पुष्टाहार नगला नान समूह को भेज दिया गया था. इस पर ग्राम प्रधान विमल यादव ने उन्हें बताया कि आंगनबाडी कार्यकर्ता द्वारा राशन पूर्ण रूप से वितरण नहीं कराया गया. जब ग्रामीणों द्वारा इसकी शिकायत की गई तो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने अभ्रद भाषा का प्रयोग किया और धमकाया.
फिलहाल पूरे मामले का जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह ने संज्ञान लेकर कहा अगर ग्रामीण स्तर पर जानबूझ कर कोई गड़बड़ी कर रहा है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी.