फर्रुखाबाद: यूरिया की कालाबाजारी रोकने के लिए कृषि विभाग ने खाद बेचने वाले डीलरों को पीओएस मशीनें दी थीं, लेकिन उर्वरक विक्रेता पीओएस मशीनों को धता बताकर यूरिया की कालाबजारी कर रहे हैं. डीएम मानवेंद्र सिंह ने तीन उर्वरक विक्रेताओं के प्रमाण पत्र निरस्त किए हैं, जबकि तीन के प्रमाण पत्र निलंबित कर दिए. वहीं जबकि दो खाद विक्रेताओं के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के आदेश दिए हैं.
सरकार द्वारा खाद की कालाबाजारी को रोकने के लिए ऑनलाइन पोर्टल बनाकर उसमें खाद के भंडारण और प्रतिदिन होने वाली बिक्री को दर्ज कराया जा रहा है. जिले में किसानों के खेतों में लगी फसलों को अब यूरिया की जरूरत है, लेकिन यूरिया का संकट झेल रहे किसानों का आरोप है कि महंगे दामों पर विक्रेता खाद बेच रहे हैं, जबकि प्रशासन जनपद में यूरिया की किल्लत नहीं मान रही है. जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने बताया कि सभी एसडीएम को क्षेत्र में यूरिया की कालाबाजारी के मामलों की जांच के आदेश दिए गए हैं
खाद विक्रताओं के खिलाफ कार्रवाई
बहोरिकपुर स्थित आईएफएफडीसी कृषक सेवा केंद्र और कमालगंज के किसान सेवा केंद्र की ओर से एक कृषक को मानक से अधिक यूरिया की बिक्री कर दी गई. जांच में दोषी पाए जाने पर डीएम ने जिला कृषि अधिकारी को उक्त विक्रेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए. इसके अलावा खुदागंज के आईएफएफडीसी कृषक सेवा केंद्र, एग्रीजंक्षन वन स्टाॅप सेंटर व कमालगंज के कृषक परामर्श केंद्र में जांच के दौरान बिक्री रजिस्टर में अनियमितता पाई गई. इस पर जिलाधिकारी ने तत्काल उक्त खाद केंद्रों को निलंबित करने के आदेश दिए.
वहीं शमशाबाद स्थित आईएफएफडीसी कृषक सेवा केंद्र, राजेपुर के श्रीराम खाद भंडार व हथियापुर के न्यू जेके खाद भंडार में गड़बड़ी पाए जाने पर विक्रेता जांच के दौरान बिक्री रजिस्टर उपलब्ध नहीं करा सका. इस पर नाराजगी जताते हुए डीएम ने जिला कृषि अधिकारी को उक्त दुकानों को निरस्त करने का आदेश दिया.