फर्रूखाबाद : यूपी के फर्रुखाबाद जिले में बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित के आश्रम में 5 दिन पहले आई काठमांडू की वृद्ध महिला की हालत रविवार को बिगड़ गई. आश्रम के सेवादार उन्हें लोहिया अस्पताल लेकर आए. यहां सोमवार को चिकित्सक ने वृद्धा को मृत घोषित कर दिया. बता दें कि वीरेंद्र देव दीक्षित के खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर रखा है. उसकी तलाश सीबीआई भी कर रही है. जनपद में बाबा के कंपिल और फर्रुखाबाद के मोहल्ला सिकत्तर बाग स्थित आश्रम में सीबीआई ने नोटिस चस्पा किए थे.
एसपी अशोक कुमार मीणा ने बताया कि करीब पांच दिन पहले नेपाल की जनपद सिंधु पाल्चोक,पंचपाखरी थाडपाल निवासी सोमा सापकोटा (63 वर्ष) वीरेंद्र देव दीक्षित के कंपिल स्थित आश्रम में आई थी. रविवार शाम आश्रम में रह रही सोमा सापकोटा की हालत बिगड़ गई. सेवादार सोमा को लेकर लोहिया अस्पताल लाए, यहां पर डॉक्टर ने सोमवार को मृत घोषित कर दिया. उन्होंने वृद्ध का शव मोर्चरी में रखवा दिया और मामले की सूचना शहर कोतवाली भिजवाई गई है.
एसपी अशोक कुमार मीणा ने बताया कि सोमा सापकोटा के बारे में पता चला है कि वह 9 जनवरी को यह माउंट टापू से कंपिल में आध्यात्मिक विश्वविद्यालय में सत्संग के लिए आई थीं. यह पहले से ही शुगर और ब्लड प्रेशर के मरीज थीं. रविवार सुबह उनकी तबीयत खराब हुई थी. उनके साथियों ने उन्हें लोकल डॉक्टरों को दिखाया. बाद में तबीयत बिगड़ने पर सरकारी अस्पताल राम मनोहर लोहिया में लेकर आए. वहां जांच के उपरांत डॉक्टरों ने इनको मृत घोषित कर दिया. सोमा की मौत के बारे में उनके घरवालों को सूचित कर दिया गया है. साथ ही डॉक्टरों के पैनल को पोस्टमॉर्टम की जिम्मेदारी दी गई. पोस्टमॉर्टम का वीडियो रेकॉर्डिंग भी किया जाएगा. इस मामले में वैधानिक कार्रवाई की जा रही है.
उल्लेखनीय है कि दिल्ली के रोहिणी स्थित बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित के आश्रम में रहने वाली संवासनियों ने वर्ष 2017 में बाबा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. उसके बाद दिल्ली पुलिस ने आश्रम में 40 युवतियों को मुक्त कराया था. बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित पिछले कई साल से फरार चल रहा है. दिल्ली पुलिस व सीबीआई ने इनकी गिरफ्तारी पर पांच लाख का इनाम घोषित कर रखा है. हालांकि यह मामला बाद में सीबीआई के पास चला गया. सीबीआई ने फरवरी 2018 में बाबा के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया. उसके खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर रखा है. अभी इसकी जानकारी किसी को नहीं है कि बाबा कहां छुपा हुआ है.
पढ़ें : फर्रुखाबाद: ढोंगी बाबा वीरेंद्र देव के आश्रम में सीबीआई का छापा
Nepali lady Died in Farrukhabad: बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित के आश्रम में नेपाल से आई महिला की मौत
संवासिनियों के उत्पीड़न के आरोपों से घिरे बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित ( virendra dev dixit) तो करीब पांच से साल से भूमिगत है मगर उसके आश्रम में सत्संग चल ही रहे हैं. सोमवार को नेपाल से आई एक महिला ने यूपी के फर्रूखाबाद स्थित आश्रम में दम तोड़ दिया. पुलिस के अनुसार, वह नेपाल से सत्संग करने कंपिल स्थित आश्रम में आई थी.
फर्रूखाबाद : यूपी के फर्रुखाबाद जिले में बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित के आश्रम में 5 दिन पहले आई काठमांडू की वृद्ध महिला की हालत रविवार को बिगड़ गई. आश्रम के सेवादार उन्हें लोहिया अस्पताल लेकर आए. यहां सोमवार को चिकित्सक ने वृद्धा को मृत घोषित कर दिया. बता दें कि वीरेंद्र देव दीक्षित के खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर रखा है. उसकी तलाश सीबीआई भी कर रही है. जनपद में बाबा के कंपिल और फर्रुखाबाद के मोहल्ला सिकत्तर बाग स्थित आश्रम में सीबीआई ने नोटिस चस्पा किए थे.
एसपी अशोक कुमार मीणा ने बताया कि करीब पांच दिन पहले नेपाल की जनपद सिंधु पाल्चोक,पंचपाखरी थाडपाल निवासी सोमा सापकोटा (63 वर्ष) वीरेंद्र देव दीक्षित के कंपिल स्थित आश्रम में आई थी. रविवार शाम आश्रम में रह रही सोमा सापकोटा की हालत बिगड़ गई. सेवादार सोमा को लेकर लोहिया अस्पताल लाए, यहां पर डॉक्टर ने सोमवार को मृत घोषित कर दिया. उन्होंने वृद्ध का शव मोर्चरी में रखवा दिया और मामले की सूचना शहर कोतवाली भिजवाई गई है.
एसपी अशोक कुमार मीणा ने बताया कि सोमा सापकोटा के बारे में पता चला है कि वह 9 जनवरी को यह माउंट टापू से कंपिल में आध्यात्मिक विश्वविद्यालय में सत्संग के लिए आई थीं. यह पहले से ही शुगर और ब्लड प्रेशर के मरीज थीं. रविवार सुबह उनकी तबीयत खराब हुई थी. उनके साथियों ने उन्हें लोकल डॉक्टरों को दिखाया. बाद में तबीयत बिगड़ने पर सरकारी अस्पताल राम मनोहर लोहिया में लेकर आए. वहां जांच के उपरांत डॉक्टरों ने इनको मृत घोषित कर दिया. सोमा की मौत के बारे में उनके घरवालों को सूचित कर दिया गया है. साथ ही डॉक्टरों के पैनल को पोस्टमॉर्टम की जिम्मेदारी दी गई. पोस्टमॉर्टम का वीडियो रेकॉर्डिंग भी किया जाएगा. इस मामले में वैधानिक कार्रवाई की जा रही है.
उल्लेखनीय है कि दिल्ली के रोहिणी स्थित बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित के आश्रम में रहने वाली संवासनियों ने वर्ष 2017 में बाबा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. उसके बाद दिल्ली पुलिस ने आश्रम में 40 युवतियों को मुक्त कराया था. बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित पिछले कई साल से फरार चल रहा है. दिल्ली पुलिस व सीबीआई ने इनकी गिरफ्तारी पर पांच लाख का इनाम घोषित कर रखा है. हालांकि यह मामला बाद में सीबीआई के पास चला गया. सीबीआई ने फरवरी 2018 में बाबा के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया. उसके खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर रखा है. अभी इसकी जानकारी किसी को नहीं है कि बाबा कहां छुपा हुआ है.
पढ़ें : फर्रुखाबाद: ढोंगी बाबा वीरेंद्र देव के आश्रम में सीबीआई का छापा