फर्रुखाबाद : जिले में कायमगंज ब्लॉक की ग्राम पंचायत बिल्हा में फर्जीवाड़ा कर करीब 11 लाख रुपये का गबन कर लिया गया. ग्राम प्रधान और सचिव बदलते रहे लेकिन गोलमोल जारी रहा. शिकायतों पर सीडीओ के आदेश पर की गई जांच में गबन की पुष्टि हुई. इस मामले में वर्तमान व पूर्व प्रधान के अलावा तीन पंचायत सचिव और अवर अभियंता के खिलाफ वसूली का नोटिस जारी किया गया है.
गबन के इस मामले में मुख्य विकास अधिकारी अरविंद मिश्रा ने बताया कि कायमगंज ब्लॉक के ग्राम पंचायत बिल्हा में मनरेगा को लेकर शिकायत थी. जिसकी जांच डीडीओ के नेतृत्व में गठित टीम के द्वारा कराई गई थी. जांच में करीब 11 लाख रुपये गबन की पुष्टि हुई है. कुछ आरोप सही पाए गए हैं. उसके आधार पर प्रधान, अवर अभियंता, तत्कालीन पंचायत सचिव दोषी पाए गए हैं. इसमें वर्तमान प्रधान अरविंद कुमार, पूर्व प्रधान विनीता देवी, अवर अभियंता राजीव गोयल, तत्कालीन पंचायत सचिव संजीव गंगवार व मनीष यादव शामिल हैं.
पाया गया कि टेंडर की प्रक्रिया से बचने को 1.80 लाख की लागत से प्रस्तावित विद्यालय की बाउंड्रीवाल का इस्टीमेट तीन भागों में बनाया गया. बाउंड्रीवाल निर्माण के बाद झुक गई. विद्यालय में मनरेगा से करीब 6 लाख का भुगतान नियम विरुद्ध ढंग से कर मनरेगा के अंतर्गत इंटरलॉकिंग का कार्य कराया गया. इसी प्रकार करीब चार लाख रुपये का भुगतान भी अनियमित रूप से किया गया. ग्राम निधि प्रथम के बजट के अंतर्गत 70 हजार,मनरेगा के अंतर्गत 10 लाख गबन पाया गया.
इसमें करीब करीब 4 लाख की वसूली पूर्व प्रधान विनीता देवी पर निकाली गई. इसी प्रकार वर्तमान प्रधान अरविंद कुमार पर करीब 4 लाख की वसूली निकल गई है. वहीं ग्रामीण विभाग के अवर अभियंता राजीव गोयल पर भुगतान अनियमित रूप से करने का आरोप सिद्ध हुआ. 3 लाख 50 हजार की वसूली अवर अभियंता पर निकाली गई. वर्तमान पंचायत सचिव राजीव संजीव गंगवार राज्य वित्त आयोग करीब 1 लाख के 35 हजार के गबन के दोषी पाए गए. वहीं पूर्व पंचायत सचिव कमल कुमार एक लाख 50 हजार और सचिव मनीष यादव 1 लाख 50 हजार रुपये गबन के दोषी पाए गए. सभी को नोटिस जारी कर गया है.
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