फर्रुखाबाद: जिले में थाना कमालगंज के गांव भीखा नगला में शनिवार को तेज बुखार से 3 लोगों की मौत हो गई है. जिससे गांव में हड़कंप मच गया. अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी फर्रुखाबाद आरसी माथुर मौके पर पहुंचे और स्थिति का गंभीरता से जायजा लिया. वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि इन सब की मौत डेंगू के कारण हुई है. लेकिन अधिकारी इस बात से इंकार कर रहे हैं.
इसी के साथ मुख्य चिकित्सा अधिकारी स्वास्थ्य केंद्र कमालगंज डॉक्टर शोभित कुमार सिंह, डॉक्टर सुधाकर ग्राम प्रधान आशा बहू उप स्वास्थ्य केंद्र बीबीपुर ने कड़े दिशा निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि गांव में घर-घर और गलियों में जाकर देखें कहीं काफी दिनों से पानी तो नहीं भरा है. अगर भरा हो तो उसको साफ करवाएं. इसी के साथ किसी भी मकान और इमारत में घास फूस और गंदगी को जमा न होने दे.
वहीं, गांव में झोलाछाप डॉक्टरों को बड़ा सख्त लहजे में तलब किया गया. लेकिन, कोई डॉक्टर सामने नहीं आया. अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा की झोलाछाप डॉक्टरों से मिलकर यह पूछना चाहता हूं, कि गांव में यदि बुखार किसी बीमारी की समस्या होती है, तो किस तरह की दवाई चलाते हैं. इसपर कोई भी झोलाछाप डॉक्टर पास नहीं आया.इसके बाद सीएमओ ने पैथोलॉजी सेंटर चलाने वालों पर खासा नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा जो भी डेंगू की रिपोर्ट निकालते हैं. उन पर नजर रखे.
वहीं, गांव में साफ-सफाई न होने के कारण ग्रामीणों ने नाराजगी जाहिर की. जिन लोगों का निधन हुआ उनके परिजनों का कहना है कि इन सब की मौत डेंगू के कारण हुआ है. और गांव के हर घर में तीन से चार लोग बुखार से पीड़ित हैं. ग्रामीणों ने बताया कि 15 दिन या 1 महीने में सफाई कर्मचारी आता है और खाना पूर्ति करके चला जाता है.
मेन रोड पर लगभग 1 साल से बने हुए नाले के बारे में बताया कि यह नाला जब से बना है तब से एक बार भी कोई सफाई कर्मी नहीं आया है.प्रधान रिजवान खान न बताया कि गांव में एक ही सफाई कर्मचारी है. इसीलिए रोज-रोज गांव में सफाई नहीं हो पाती है.अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया हमारी स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव-गांव पहुंचकर स्वास्थ्य कैंप लगाकर जांच कर दवाई वितरित कर रही है.
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