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इटावा: हॉस्पिटल में नवजात की मौत, परिजनों ने बताई डॉक्टर की लापरवाही

उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के लाइफ केयर हॉस्पिटल में एक नवजात की मौत हो गई. इससे आक्रोशित परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया. दरअसल इसी हॉस्पिटल में अप्रैल के महीने में भी डिलीवरी के दौरान एक महिला की मौत हो गई थी.

newborn died in life care hospital in etawah
लाइफ केयर हॉस्पिटल में नवजात की मौत.
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Published : Aug 26, 2020, 4:32 PM IST

Updated : Sep 4, 2020, 12:24 PM IST

इटावा: जनपद में प्राइवेट हॉस्पिटल की मनमानी रुकने का नाम नहीं ले रही है. ऐसे में हॉस्पिटल की लापरवाही के चलते मौत का सिलसिला भी जारी है. मंगलवार को भर्थना चौराहे के पास स्थित लाइफ केयर हॉस्पिटल के डिलीवरी के बाद नवजात की मौत हो गई, जिसके बाद परिजनों ने हॉस्पिटल पर लापरवाही का आरोप लगाया और जमकर हंगामा किया. वहीं परिजनों के हंगामे के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मामला दर्ज कर हॉस्पिटल के मैनेजर को हिरासत में ले लिया.

4 महीने में दो लोगों की हुई मौत.

4 घंटे इंतज़ार के बाद बोला-नहीं चल रही सांस
पीड़ित के परिजन विनय चौधरी ने बताया कि हम बलरई से अपनी बहू की डिलीवरी कराने भर्थना चौराहे स्थित लाइफ केयर हॉस्पिटल मंगलवार सुबह आए थे, तब हॉस्पिटल के स्टॉफ ने नार्मल डिलीवरी की बात पहले कहीं और बाद में फिर कहा ऑपरेशन करना पड़ेगा. इस दौरान करीब 4 घंटे हम इंतजार करते रहे, तभी हॉस्पिटल स्टाफ से एक व्यक्ति ने आकर बताया कि बच्चे की सांस नहीं चल रही. वहीं जब बच्चे को दूसरे डॉक्टर के पास ले गए तो उन्होंने बच्चे के दो घंटे पहले ही मौत की बात कही. इससे हॉस्पिटल प्रशासन की लापरवाही साफ नजर आ रही है. वहीं उन्होंने आगे बताया कि जिस डॉक्टर पीयूष तिवारी से डिलीवरी की बात कहीं थी, वो आए ही नहीं तो ऑपरेशन किसने किया.

अप्रैल में हुई थी एक महिला की मौत
लाइफ केयर हॉस्पिटल में अप्रैल महीने में डिलीवरी के दौरान एक महिला की मौत हो गई थी, जिसके बाद मृतका के परिजनों ने जमकर हंगामा किया था. वहीं इस मामले में कई बार स्वास्थ्य विभाग से कार्रवाई की बात कहीं जा चुकी है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिसके बाद फिर एक नवजात की मौत हो गई.

मानक के अनुरूप नहीं है हॉस्पिटल
बता दें कि हॉस्पिटल में बेसमेंट में भी वार्ड बनाए गए हैं, जिसमें मरीजों को न सिर्फ भर्ती कराया गया, बल्कि यहां पर प्राइवेट समेत कई वार्ड भी बनाए गए, लेकिन इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई.

स्वास्थ्य विभाग की दिखी घोर लापरवाही
लगातार जनपद में स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी की वजह से लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है. पिछले 5 से 6 महीने के अंदर प्राइवेट हॉस्पिटल की लापरवाही की वजह से करीब 5 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, लेकिन विभाग सिर्फ जांच की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ता रहा है. वहीं अभी श्री साई हॉस्पिटल में महिला की इलाज के दौरान मौत के बाद मृतका के पति की कड़ी मेहनत के बाद हॉस्पिटल पर कार्रवाई की गई.

जांच के बाद दोषी पाए जाने पर होगा सील
लाइफ केयर हॉस्पिटल में नवजात की मौत के मामले में सीएमओ डॉ. एन.एस.तोमर ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. विभाग ने स्वतः संज्ञान लेकर जांच शुरू कर दी है. उन्होंने बताया कि हॉस्पिटल रजिस्टर्ड है. जांच के बाद दोषी पाए जाने पर हॉस्पिटल को सील किया जाएगा.

ये भी पढ़ें: इटावा: फर्जी एसओजी बनकर ठगी करने वाले 3 आरोपी गिरफ्तार, एक फरार

इटावा: जनपद में प्राइवेट हॉस्पिटल की मनमानी रुकने का नाम नहीं ले रही है. ऐसे में हॉस्पिटल की लापरवाही के चलते मौत का सिलसिला भी जारी है. मंगलवार को भर्थना चौराहे के पास स्थित लाइफ केयर हॉस्पिटल के डिलीवरी के बाद नवजात की मौत हो गई, जिसके बाद परिजनों ने हॉस्पिटल पर लापरवाही का आरोप लगाया और जमकर हंगामा किया. वहीं परिजनों के हंगामे के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मामला दर्ज कर हॉस्पिटल के मैनेजर को हिरासत में ले लिया.

4 महीने में दो लोगों की हुई मौत.

4 घंटे इंतज़ार के बाद बोला-नहीं चल रही सांस
पीड़ित के परिजन विनय चौधरी ने बताया कि हम बलरई से अपनी बहू की डिलीवरी कराने भर्थना चौराहे स्थित लाइफ केयर हॉस्पिटल मंगलवार सुबह आए थे, तब हॉस्पिटल के स्टॉफ ने नार्मल डिलीवरी की बात पहले कहीं और बाद में फिर कहा ऑपरेशन करना पड़ेगा. इस दौरान करीब 4 घंटे हम इंतजार करते रहे, तभी हॉस्पिटल स्टाफ से एक व्यक्ति ने आकर बताया कि बच्चे की सांस नहीं चल रही. वहीं जब बच्चे को दूसरे डॉक्टर के पास ले गए तो उन्होंने बच्चे के दो घंटे पहले ही मौत की बात कही. इससे हॉस्पिटल प्रशासन की लापरवाही साफ नजर आ रही है. वहीं उन्होंने आगे बताया कि जिस डॉक्टर पीयूष तिवारी से डिलीवरी की बात कहीं थी, वो आए ही नहीं तो ऑपरेशन किसने किया.

अप्रैल में हुई थी एक महिला की मौत
लाइफ केयर हॉस्पिटल में अप्रैल महीने में डिलीवरी के दौरान एक महिला की मौत हो गई थी, जिसके बाद मृतका के परिजनों ने जमकर हंगामा किया था. वहीं इस मामले में कई बार स्वास्थ्य विभाग से कार्रवाई की बात कहीं जा चुकी है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिसके बाद फिर एक नवजात की मौत हो गई.

मानक के अनुरूप नहीं है हॉस्पिटल
बता दें कि हॉस्पिटल में बेसमेंट में भी वार्ड बनाए गए हैं, जिसमें मरीजों को न सिर्फ भर्ती कराया गया, बल्कि यहां पर प्राइवेट समेत कई वार्ड भी बनाए गए, लेकिन इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई.

स्वास्थ्य विभाग की दिखी घोर लापरवाही
लगातार जनपद में स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी की वजह से लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है. पिछले 5 से 6 महीने के अंदर प्राइवेट हॉस्पिटल की लापरवाही की वजह से करीब 5 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, लेकिन विभाग सिर्फ जांच की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ता रहा है. वहीं अभी श्री साई हॉस्पिटल में महिला की इलाज के दौरान मौत के बाद मृतका के पति की कड़ी मेहनत के बाद हॉस्पिटल पर कार्रवाई की गई.

जांच के बाद दोषी पाए जाने पर होगा सील
लाइफ केयर हॉस्पिटल में नवजात की मौत के मामले में सीएमओ डॉ. एन.एस.तोमर ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है. विभाग ने स्वतः संज्ञान लेकर जांच शुरू कर दी है. उन्होंने बताया कि हॉस्पिटल रजिस्टर्ड है. जांच के बाद दोषी पाए जाने पर हॉस्पिटल को सील किया जाएगा.

ये भी पढ़ें: इटावा: फर्जी एसओजी बनकर ठगी करने वाले 3 आरोपी गिरफ्तार, एक फरार

Last Updated : Sep 4, 2020, 12:24 PM IST
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