एटा: जिले में जिलाधिकारी सुखलाल भारती ने महिला सशक्तिकरण को लेकर 29 जनवरी को एक डीएलएड की छात्रा को एक दिन का डीएम बनाकर महिलाओं के प्रति समानता का अधिकार का संदेश दिया. डीएम बनते ही शिवांगी राजपूत अपने रौब में आ गयी और ताबड़तोड़ शिकायते सुनी. साथ ही संबंधित अधिकारियों को शिकायतों के निस्तारण के लिए आदेशित किया.
मिशन शक्ति के तहत एक दिन के लिए डीएम बनी शिवांगी
नारी शक्ति के लिए सरकार द्वारा चलाई गई मुहिम मिशन शक्ति को लेकर जिले में डीएलएड की छात्रा शिवांगी राजपूत को एक दिन का जिलाधिकारी बनाया गया. जिले के अवागढ़ ब्लॉक के मीसाखुर्द गांव की रहने वाली शिवांगी राजपूत एक गरीब परिवार से है. शिवांगी राजपूत ने सपने में भी नहीं सोचा था कि वह एक दिन की डीएम बनेंगी. इससे पहले नौंवी क्लास की छात्रा प्रतिष्ठा महाजन को एक दिन एसएसपी बनाया जा चुका है.
आईएएस बनना चाहती हैं शिवांगी
शिवांगी ने जिलाधिकारी का पदभार ग्रहण करते ही ताबड़तोड़ आदेश दे डाले. कई शिकायतों को गंभीरता से सुना. उसके बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि एक दिन का डीएम बनना हमारे लिए बड़े गौरव की बात है. हमने सपने में भी नही सोचा था कि हम डीएम बनेंगे. मैं एक गरीब परिवार से हूं. मैं भी आईएएस बनना चाहती हूं.
वहीं जिलाधिकारी सुखलाल भारती ने कहा कि देश के विकास में महिलाओं की जितनी भागेदारी होनी चाहिए उतनी नहीं है. वही महिलाओं को समानता का अधिकार देने व महिलाओं में आत्मविश्वास पैदा हो इसी को लेकर छात्रा को एक दिन का डीएम बनाया.