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एटा: घायल पति को ठेले से लेकर अस्पताल पहुंची पत्नी, पैसे के अभाव में नहीं हो सका इलाज - एटा ताजा समाचार

यूपी के एटा में एक महिला अपने घायल पति को ठेले पर लेकर इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंची लेकिन मरीज को इलाज नहीं मिल सका. महिला का आरोप है कि अस्पताल स्टाफ ने इलाज करने के लिए पैसे की मांग की.

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पैसे के अभाव में नहीं मिला इलाज.
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Published : Jan 3, 2020, 7:40 PM IST

एटा: जिले में एक महिला गंभीर रूप से घायल अपने पति को ठेले से लेकर शुक्रवार को जिला अस्पताल पहुंची. लेकिन पैसे न होने के कारण मरीज को इलाज नहीं मिल सका. महिला ने बताया कि उससे इलाज के लिए पैसे की मांग की गई. पैसे न होने के कारण वह अपने पति का इलाज कराने में असमर्थ है. महिला का कहना है कि उसके पास रोटी खाने का भी पैसा नहीं फिर वह इलाज के पैसे कहां से लाए.

पैसे के अभाव में नहीं मिला इलाज.
जानें पूरी घटना
  • शुक्रवार को रेखा नाम की एक महिला अपने पति को ठेले से लेकर जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड पहुंची.
  • बताया जा रहा है कि रेखा के पति का एक्सीडेंट हो गया था.
  • दुर्घटना में वह गंभीर रूप से घायल हो गया था.
  • घायल पति का इलाज कराने के लिए रेखा जिला अस्पताल पहुंची थी.
  • आरोप है कि इमरजेंसी वॉर्ड में तैनात डॉक्टर, स्टाफ ने इलाज करने के लिए महिला से पैसे की मांग की.

पीड़ित महिला ने दी जानकारी
मरीज की पत्नी रेखा ने बताया कि डॉक्टर स्टाफ ने इलाज करने के लिए उनसे पैसे की मांग की. उनके पास 70 रुपये थे, जो उन्होंने दे दिए. उनका कहना है कि अब उनके पास रोटी खाने के भी पैसे नहीं हैं. ऐसी स्थिति में वह पैसे कहां से लाए, जिससे उनके पति का इलाज हो सके.

रेखा ने यह भी बताया कि इमरजेंसी में तैनात लोग भर्ती करने को तो तैयार थे लेकिन पैसे न होने के कारण वे इलाज नहीं कर रहे थे. ऐसे में स्वास्थ्य व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल उठना लाजिमी है. जहां एक तरफ सरकार गरीबों के मुफ्त इलाज का दावा कर रही है. उन्हें सुविधाएं देने की बात करती है लेकिन एटा जिला अस्पताल में मरीज को एंबुलेंस मिलना तो दूर उसे पैसे के अभाव में इलाज तक नहीं मिल पा रहा है.
इसे भी पढ़ें:- एटा: भजन संध्या से भक्तिमय हुआ माहौल, जमकर झूमे लोग

एटा: जिले में एक महिला गंभीर रूप से घायल अपने पति को ठेले से लेकर शुक्रवार को जिला अस्पताल पहुंची. लेकिन पैसे न होने के कारण मरीज को इलाज नहीं मिल सका. महिला ने बताया कि उससे इलाज के लिए पैसे की मांग की गई. पैसे न होने के कारण वह अपने पति का इलाज कराने में असमर्थ है. महिला का कहना है कि उसके पास रोटी खाने का भी पैसा नहीं फिर वह इलाज के पैसे कहां से लाए.

पैसे के अभाव में नहीं मिला इलाज.
जानें पूरी घटना
  • शुक्रवार को रेखा नाम की एक महिला अपने पति को ठेले से लेकर जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड पहुंची.
  • बताया जा रहा है कि रेखा के पति का एक्सीडेंट हो गया था.
  • दुर्घटना में वह गंभीर रूप से घायल हो गया था.
  • घायल पति का इलाज कराने के लिए रेखा जिला अस्पताल पहुंची थी.
  • आरोप है कि इमरजेंसी वॉर्ड में तैनात डॉक्टर, स्टाफ ने इलाज करने के लिए महिला से पैसे की मांग की.

पीड़ित महिला ने दी जानकारी
मरीज की पत्नी रेखा ने बताया कि डॉक्टर स्टाफ ने इलाज करने के लिए उनसे पैसे की मांग की. उनके पास 70 रुपये थे, जो उन्होंने दे दिए. उनका कहना है कि अब उनके पास रोटी खाने के भी पैसे नहीं हैं. ऐसी स्थिति में वह पैसे कहां से लाए, जिससे उनके पति का इलाज हो सके.

रेखा ने यह भी बताया कि इमरजेंसी में तैनात लोग भर्ती करने को तो तैयार थे लेकिन पैसे न होने के कारण वे इलाज नहीं कर रहे थे. ऐसे में स्वास्थ्य व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल उठना लाजिमी है. जहां एक तरफ सरकार गरीबों के मुफ्त इलाज का दावा कर रही है. उन्हें सुविधाएं देने की बात करती है लेकिन एटा जिला अस्पताल में मरीज को एंबुलेंस मिलना तो दूर उसे पैसे के अभाव में इलाज तक नहीं मिल पा रहा है.
इसे भी पढ़ें:- एटा: भजन संध्या से भक्तिमय हुआ माहौल, जमकर झूमे लोग

Intro:एटा। ठेले पर मरीज को लेकर इलाज के लिए एक महिला शुक्रवार को जिला अस्पताल पहुंची। लेकिन मरीज को इलाज नहीं मिल सका। महिला का आरोप था कि इलाज के लिए उससे पैसे की मांग की जा रही थी। उसके पास पैसे नहीं थे,इसलिए उसके मरीज को इलाज नहीं मिला है।


Body:दरअसल शुक्रवार को एटा जिला अस्पताल की इमरजेंसी में रेखा नाम की एक महिला अपने पति को ठेले पर लादकर पहुंची थी। बताया जा रहा है कि रेखा के पति का एक्सीडेंट हो गया था। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। घायल पति का इलाज कराने रेखा जिला अस्पताल पहुंची थी। रेखा का आरोप है कि जिला अस्पताल की इमरजेंसी में तैनात चिकित्सकीय स्टाफ ने उनसे इलाज के लिए पैसे की मांग की। रेखा ने बताया कि उनके पास 70 रुपये थे। जो उन्होंने दे दिए ,अब उनके पास रोटी खाने के भी पैसे नहीं है। ऐसी स्थिति में वह पैसे कहां से लाएं , जिससे उनके पति का इलाज हो सके। रेखा ने यह भी बताया कि इमरजेंसी में तैनात लोग भर्ती करने को तो तैयार थे। लेकिन पैसे के अभाव में इलाज नहीं कर रहे थे। बाइट: रेखा


Conclusion:ऐसे में स्वास्थ्य व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल उठना लाजमी है। जहां एक तरफ सरकार गरीबों के मुफ्त इलाज का दावा कर रही है । उन्हें सुविधाएं देने की बात करती है। लेकिन एटा जिला अस्पताल में मरीज को एंबुलेंस मिलना तो दूर उसे पैसे के अभाव में इलाज तक नहीं मिल पा रहा है। नोट: विजुअल व बाइट पैकेज बनाकर रैप से भेजा जा रहा है।
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