ETV Bharat / state

एटा: नोडल अधिकारी के सामने सरकारी आंकड़ों की खुली पोल, कहा- रवैया बदलें अधिकारी - नोडल अधिकारी अपर्णा यू

उत्तर प्रदेश के एटा में सरकारी योजनाओं की हकीकत जानने के लिए जल विद्युत निगम की प्रबंध निदेशक व जिले की नोडल अधिकारी अपर्णा यू ने जिले का दौरा किया. नोडल अधिकारी के सामने सरकारी आंकड़ों की पोल खुलती नजर आई. नोडल अधिकारी ने योजनाओं की समीक्षा बैठक की.

जानकारी देतीं नोडल अधिकारी.
author img

By

Published : Oct 20, 2019, 11:19 AM IST

एटा: प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं से संबंधित चलाई जा रही योजनाओं की जमीनी हकीकत को जानने के लिए उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के जल विद्युत निगम की प्रबंध निदेशक व जिले की नोडल अधिकारी अपर्णा यू पहुंची. उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक कर योजनाओं की समीक्षा की.

जानकारी देतीं नोडल अधिकारी.

नोडल अधिकारी ने की समीक्षा बैठक
नोडल अधिकारी अपर्णा यू ने कहा कि महिलाओं के लिए जितने भी प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं. चाहे वह समाज कल्याण के हों, शिक्षा से जुड़े हों, स्वास्थ्य से जुड़े हों, राजस्व से हों या फिर पुलिस विभाग में हों, उनमें काफी कुछ अभी कागजों में ही सिमट कर रह गया है. महिलाओं से संबंधित योजनाओं को ठीक से लागू करने की जरूरत है, जो योजनाएं चलाई जा रही हैं, उनका मकसद है कि महिलाओं में भेदभाव की भावना खत्म हो. सामाजिक व आर्थिक तौर पर महिलाओं की भागीदारी बढ़े.

ये भी पढ़ें:-लखनऊ: सिपाही ने युवक को बेरहमी से पीटा, जेल भेजने की दी धमकी

नहीं दिख रहा योजनाओं का असर
नोडल अधिकारी अपर्णा यू के मुताबिक महिलाओं की स्थिति सुधारने के लिए जो भी योजनाएं चल रही हैं. उनका बेहतर असर होता नहीं दिख रहा है. उन्होंने बताया कि आशा हो या आंगनबाड़ी कार्यकत्री सभी महिलाओं को पौष्टिक आहार देने के साथ ही आयरन की टेबलेट भी देती हैं, लेकिन उसके बाद भी एनीमिया कम नहीं हुआ है. इतना ही नहीं संस्थागत प्रसव की संख्या काफी कम है. क्षेत्र में अभी बहुत काम करने की जरूरत है.

विभागों में आपसी सामंजस्य की जरूरत
अपर्णा यू ने कहा कि महिलाओं से संबंधित योजनाओं को अगर सही से लागू करना है तो उसके लिए विभागों को आपसी सामंजस्य से काम करना पड़ेगा. यहां पर सभी विभाग अलग-अलग काम कर रहे हैं, लेकिन सभी विभागों का मकसद एक है. उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग की बात करें तो पुलिस और राजस्व विभाग को एक साथ मिलकर काम करना पड़ेगा. स्वास्थ्य की बात करें तो आंगनबाड़ी और आशा को साथ मिलकर काम करना पड़ेगा. इसके साथ ही शिक्षा विभाग को भी इनके साथ मिलकर काम करना पड़ेगा.

एटा: प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं से संबंधित चलाई जा रही योजनाओं की जमीनी हकीकत को जानने के लिए उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के जल विद्युत निगम की प्रबंध निदेशक व जिले की नोडल अधिकारी अपर्णा यू पहुंची. उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक कर योजनाओं की समीक्षा की.

जानकारी देतीं नोडल अधिकारी.

नोडल अधिकारी ने की समीक्षा बैठक
नोडल अधिकारी अपर्णा यू ने कहा कि महिलाओं के लिए जितने भी प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं. चाहे वह समाज कल्याण के हों, शिक्षा से जुड़े हों, स्वास्थ्य से जुड़े हों, राजस्व से हों या फिर पुलिस विभाग में हों, उनमें काफी कुछ अभी कागजों में ही सिमट कर रह गया है. महिलाओं से संबंधित योजनाओं को ठीक से लागू करने की जरूरत है, जो योजनाएं चलाई जा रही हैं, उनका मकसद है कि महिलाओं में भेदभाव की भावना खत्म हो. सामाजिक व आर्थिक तौर पर महिलाओं की भागीदारी बढ़े.

ये भी पढ़ें:-लखनऊ: सिपाही ने युवक को बेरहमी से पीटा, जेल भेजने की दी धमकी

नहीं दिख रहा योजनाओं का असर
नोडल अधिकारी अपर्णा यू के मुताबिक महिलाओं की स्थिति सुधारने के लिए जो भी योजनाएं चल रही हैं. उनका बेहतर असर होता नहीं दिख रहा है. उन्होंने बताया कि आशा हो या आंगनबाड़ी कार्यकत्री सभी महिलाओं को पौष्टिक आहार देने के साथ ही आयरन की टेबलेट भी देती हैं, लेकिन उसके बाद भी एनीमिया कम नहीं हुआ है. इतना ही नहीं संस्थागत प्रसव की संख्या काफी कम है. क्षेत्र में अभी बहुत काम करने की जरूरत है.

विभागों में आपसी सामंजस्य की जरूरत
अपर्णा यू ने कहा कि महिलाओं से संबंधित योजनाओं को अगर सही से लागू करना है तो उसके लिए विभागों को आपसी सामंजस्य से काम करना पड़ेगा. यहां पर सभी विभाग अलग-अलग काम कर रहे हैं, लेकिन सभी विभागों का मकसद एक है. उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग की बात करें तो पुलिस और राजस्व विभाग को एक साथ मिलकर काम करना पड़ेगा. स्वास्थ्य की बात करें तो आंगनबाड़ी और आशा को साथ मिलकर काम करना पड़ेगा. इसके साथ ही शिक्षा विभाग को भी इनके साथ मिलकर काम करना पड़ेगा.

Intro:प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं से संबंधित चलाई जा रही योजनाओं की जमीनी हकीकत को जानने अपने तीन दिवसीय दौरे पर एटा पहुंची उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के जल विद्युत निगम की प्रबंध निदेशक व जिले की नोडल अधिकारी अपर्णा यू ने जहां एक तरफ जिले के अधिकारियों के साथ बैठक कर योजनाओं की समीक्षा की । वहीं स्थलीय निरीक्षण कर महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक स्थिति को समझा। साथ ही योजनाओं से महिलाओं की जिंदगी में कितना बदलाव आया है यह भी जाना। इस दौरान नोडल अधिकारी अपर्णा यू ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि महिलाओं की समस्या के समाधान के लिए अधिकारियों को अपने रवैए में बदलाव लाना होगा। तभी उत्तर प्रदेश सरकार व मुख्यमंत्री की मंशा पूरी होगी।


Body:नोडल अधिकारी अपर्णा यू ने कहा कि महिलाओं के लिए जितने भी प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं, चाहे वह समाज कल्याण के हो , शिक्षा से जुड़े हो, स्वास्थ्य से जुड़े हो ,राजस्व से हो या फिर पुलिस विभाग से , उनमें काफी कुछ अभी कागजों में ही सिमट कर रह गया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं से संबंधित योजनाओं को ठीक से लागू करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जो योजनाएं चलाई जा रही है। उनका मकसद है कि महिलाओं में भेदभाव की भावना खत्म हो, सामाजिक व आर्थिक तौर पर महिलाओं की भागीदारी बड़े। लेकिन इन सभी जगहों पर अभी उचित उपलब्धि दिखाई नहीं पड़ती है। उन्होंने बताया कि जिले में अभी भी बहुत सी लड़कियां अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाती है। उन्होंने एक गांव का जिक्र करते हुए कहा कि वहां की लड़कियां पढ़ाई बीच में ही छोड़ देती है। क्योंकि वहां पर आठवीं के बाद स्कूल नहीं है। उन्होंने बताया कि यहां पर महिलाओं में स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं बहुत है। यहां पर गर्भवती महिलाओं की रजिस्ट्री उचित ढंग से नहीं होती। महिलाओं की मृत्यु दर अधिक है। उनमें एनीमिया अधिक पाई जा रही है। एनीमिक महिलाओं की संख्या ज्यादा है।

नहीं दिख रहा योजनाओं का असर-

नोडल अधिकारी अपर्णा यू के मुताबिक महिलाओं की स्थिति सुधारने के लिए जो भी योजनाएं चल रही हैं। उनका बेहतर असर होता नहीं दिख रहा है। उन्होंने कहा कि उपलब्धियां काफी कम है। उन्होंने बताया कि आशा हो या आंगनबाड़ी कार्यकत्री महिलाओं को पौष्टिक आहार देने के साथ ही आयरन की टेबलेट भी देती है। लेकिन उसके बाद भी एनीमिया कम नहीं हुआ है। इतना ही नहीं संस्थागत प्रसव की संख्या काफी कम है। क्षेत्र में अभी बहुत काम करने की जरूरत है।

विभागों में आपसी सामंजस्य की जरूरत-

अपर्णा यू ने कहा कि महिलाओं से संबंधित योजनाओं को अगर सही से लागू करना है। तो उसके लिए विभागों को आपसी सामंजस्य से काम करना पड़ेगा। यहां पर सभी विभाग अलग-अलग काम कर रहे हैं । लेकिन सभी विभागों का मकसद एक है। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग की बात करें तो पुलिस और राजस्व विभाग को एक साथ मिलकर काम करना पड़ेगा। स्वास्थ्य की बात करें तो आंगनबाड़ी और आशा को साथ मिलकर काम करना पड़ेगा। साथ ही शिक्षा विभाग को भी इनके साथ मिलकर काम करना पड़ेगा।

महिलाओं के साथ छेड़छाड़ के मामलों में सख्त कार्रवाई की जरूरत-

नोडल अधिकारी अपर्णा यू के मुताबिक छेड़छाड़ के मामले में सख्त कार्रवाई की जरूरत है। छेड़छाड़ के मामले को पुलिस द्वारा कतई हल्के में नहीं लेना चाहिए । क्योंकि इस मामले को मुख्यमंत्री भी गंभीरता से ले रहे हैं। महिलाओं के साथ होने वाली छेड़छाड़ की घटनाओं में नरमी बरतने से आगे चलकर यह मामला और गंभीर हो सकता है। उन्होंने कहा कि महिलाओं से संबंधित हुए अपराधों में एफ आई आर दर्ज हो रही है। लेकिन बहुत कम मामले हैं जिसमें पीड़िता का सीधे तौर पर मामला दर्ज किया गया हो , बहुत से मामले कोर्ट के आदेश पर दर्ज किए जाते हैं । उन्होंने कहा कि अभी भी बहुत कम संख्या में महिलाएं सामने आती हैं, और एफ आई आर दर्ज कराती है, अपने खिलाफ हुए अपराध के मामलों में।

बाइट: अपर्णा यू (प्रबंध निदेशक, जल विद्युत निगम उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड)



Conclusion:इस दौरान नोडल अधिकारी अपर्णा यू के साथ सहायक नोडल अधिकारी सौम्या पाण्डेय तथा ज्योत्सना बंधु भी मौजूद रहीं। महिला अधिकारियों के दौरे के बाद महिलाओं से संबंधित योजनाओं का यहां की महिलाओं को कितना लाभ मिलेगा यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा । लेकिन मौजूदा समय में महिलाओं की सरकारी कागजों में स्थिति व जमीनी स्थिति में काफी अंतर देखने को मिल रहा है।
पीटूसी:वीरेन्द्र पाण्डेय
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.