एटा: सैनिक पड़ाव पर चल रही राजकीय जिला कृषि एवं औद्योगिक विकास प्रदर्शनी में जाने-माने कव्वाल निजामी बंधु पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कव्वाली की शुरुआत आतिश न शोले न चिंगारियां हैं, मैं जलवों से तेरे जलाया गया हूं और इलाही मेरे सब्र की लाज रखना यहां पर दोबारा बुलाया गया हूं से की. उनकी कव्वाली पर दर्शक झूम उठे.
एटा महोत्सव में पहुंचे निजामी बंधु
- मंगलवार रात निजामुद्दीन से आए जाने-माने कव्वाल निजामी बंधुओं ने कार्यक्रम की शुरुआत की.
- निजामी बंधुओं ने एनआरसी पर चुटकी लेते हुए कहा कि एनआरसी क्या है यह तो मुझे पता नहीं और न ही मैं पता करना चाहता हूं.
- निजामी बंधुओं ने कहा कि लेकिन एनआरसी का असली मतलब जो मैंने निकाला है, उसके हिसाब से 'निजामी रॉकस्टार चांद' है.
- निजामी बंधुओं ने कहा कि एटा दोबारा आकर बहुत अच्छा लग रहा है, हम 3 साल पहले यहां आए थे तब भी अच्छा रिस्पांस मिला था.
- उन्होंने बताया कि फिल्मों में गाना अलग बात है, लेकिन हम निजामुद्दीन औलिया दरबार के कव्वाल हैं.
- निजामी बंधुओं ने आजमगढ़ फिल्म में भी गाया है, इससे पहले रॉकस्टार और बजरंगी भाईजान फिल्मों में कव्वाली गाते सुना है.