लखनऊ: बीजेपी के जिला अध्यक्षों को लेकर प्रदेश मुख्यालय में रविवार की शाम हुई बैठक में फैसला किया गया है कि बीजेपी का जिला अध्यक्ष किसी भी हाल में 60 साल से अधिक उम्र का नहीं होगा. इसके साथ ही चुनाव के मुकाबले आम सहमति से जिलाध्यक्ष का निर्विरोध चयन प्राथमिकता रहेगी. केंद्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष और केंद्रीय महामंत्री विनोद तावड़े की मौजूदगी में जिला अध्यक्ष चयन को लेकर हुई महत्वपूर्ण बैठक में यह निर्णय लिया गया.
भारतीय जनता पार्टी संगठन पर्व-2024 के तहत आयोजित संगठन चुनाव प्रदेश कार्यशाला रविवार को राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष एवं राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े की उपस्थिति में संपन्न हुई. प्रदेश भाजपा मुख्यालय में हुई बैठक में प्रदेश चुनाव अधिकारी डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापतिराम त्रिपाठी, स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश सह चुनाव पर्यवेक्षक संजय भाटिया और संजीव चौरसिया उपस्थित रहे. चरणबद्ध बैठकों में क्षेत्रीय अध्यक्ष, क्षेत्रीय प्रभारी, जिला चुनाव अधिकारी, जिला प्रभारी तथा जिलाध्यक्ष सम्मिलित रहे.
राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष ने संगठनात्मक चुनाव के अगले चरण की कार्ययोजना साझा करते हुए कहा कि विचारधारा, संस्कार और संगठनात्मक पद्धति ही लम्बे समय तक संगठन को जीवन्त रखते हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा मेरा संगठन है इस विचार से जिलों में जाकर वर्तमान से अच्छा संगठन तैयार करने की समझ के साथ रायशुमारी करें. गुणात्मकता के साथ हमारे संगठनात्मक चुनाव के चार चरण पूर्ण हो चुके हैं. हम अगले चरण के लिए आगे बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि दायित्व परिवर्तन संगठनात्मक व्यवस्था है. इसके अनुरूप ही समय-समय पर प्रत्येक कार्यकर्ता के दायित्वों में परिवर्तन होता है.
राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावडे़ ने कहा कि भारत में सिर्फ भाजपा ही एक मात्र राजनैतिक दल है जो संगठन की संरचना भी संगठनात्मक लोकतांत्रिक व्यवस्था के अनुरूप करता है. यही कारण है कि भारतीय जनता पार्टी में बूथ का कार्यकर्ता भी अपनी योग्यता और क्षमता के आधार पर किसी भी शीर्ष पद पर पहुंच सकता है. संगठन पर्व के तहत पार्टी के पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों तथा कार्यकर्ताओं ने अपने परिश्रम से सदस्यता अभियान में कीर्तिमान स्थापित किया है. संगठन बूथ समितियों के गठन, मंडल अध्यक्षों के निर्वाचन के साथ जिलाध्यक्ष निर्वाचन की प्रक्रिया की ओर बढ़ा है.
पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता जिलाध्यक्षों के रूप में निर्वाचित होगें और संगठन के अबतक के कार्यों को आगे बढ़ाते हुए पार्टी के अभियानों, कार्यक्रमों और विचारधारा को गति प्रदान करेंगे. प्रदेश चुनाव अधिकारी डा. महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने संगठनात्मक चुनाव का वृत्त पटल पर रखते हुए कहा कि पार्टी के कर्तव्यनिष्ठ कार्यकर्ताओं को मंडल अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है. बड़ी संख्या में पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित वर्ग तथा महिला कार्यकर्ताओं का मंडल अध्यक्ष के रूप में निर्वाचन हुआ है. शीघ्र ही बचे हुए जिलों में भी मंडल अध्यक्षों के निर्वाचन की प्रक्रिया पूर्ण होगी. आगामी 07 जनवरी से 10 जनवरी के बीच जिलाध्यक्ष नामांकन की प्रक्रिया प्रदेश में संपन्न होगी.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि भाजपा ने अनुच्छेद 370 की समाप्ति, श्रीराम जन्मभूमि भव्य मंदिर निर्माण, सहित अपने सभी संकल्पो को पूर्ण किया है. यही कारण है कि देश में भाजपा तथा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के प्रति देश के जनमानस का विश्वास अटल है. उन्होंने कहा कि भाजपा व भाजपा नेतृत्व के साथ ही भाजपा के एक-एक कार्यकर्ता की छवि भी समाज में राष्ट्रवाद के अग्रदूत के साथ ही संस्कारी तथा सेवाभावी व्यक्ति के रूप में होती है.
यही भाजपा के निष्ठावान, अन्त्योदय विचारधारा के संवाहक तथा लोकसेवा में समर्पित कार्यकर्ता विभिन्न दायित्वों पर पहुंचकर संगठन का नेतृत्व करते है. संगठनात्मक चुनाव से 2027 विधानसभा चुनाव के लिए नेतृत्व चयन का कार्य पूर्ण होगा. केन्द्रीय नेतृत्व के दिशा निर्देश में संगठन चुनाव की प्रक्रिया आगे बढ़ रही है.
प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने कहा कि संगठनात्मक लोकतांत्रिक प्रक्रिया का पालन करते हुए आम सहमति के आधार पर जिलाध्यक्ष चुनाव प्रक्रिया को पूर्ण करना है. उन्होंने कहा कि जिलाध्यक्ष की आयु 60 वर्ष से अधिक न हो यह ध्यान में रखना है. सभी जिला चुनाव अधिकारी अपने जिलो में चुनाव की तिथि तथा स्थान पूर्व में घोषित करेंगे. उन्होंने कहा कि वैचारिक पृष्ठभूमि के साथ ही दो बार सक्रिय सदस्य रहे भाजपा के दायित्वधारी कार्यकर्ता भाजपा जिलाध्यक्ष के नामांकन के लिए अहम होंगे.
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही संविधान गौरव अभियान के तहत पार्टी के कार्यकर्ता घर-घर संपर्क करेंगे. पार्टी के सभी पदाधिकारी, कार्यकर्ता, जनप्रतिनिधि, स्थानीय नागरिकों के साथ संविधान गौरव अभियान में सम्मिलित होंगे.
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