एटाः जिला अस्पताल के इमरजेंसी में विशेष जज एससी एसटी अपनी जज पत्नी का शुक्रवार रात इलाज कराने पहुंचे थे. इस दौरान ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक मौजूद नहीं थे, वहीं आधे घंटे बाद जब चिकित्सक मिले तो इतने नशे में थे कि उनके मुंह से शराब की दुर्गंध आ रही थी. जिसके बाद विशेष न्यायाधीश ने चिकित्सालय के रजिस्टर पर टिप्पणी लिख दी. इससे पूरे अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया.
भोजन करने गए थे चिकित्सक
इस मामले पर जब जिला अस्पताल के सीएमएस से बात की गई, तो उन्होंने जांच कराने की बात कही है. वहीं जिस चिकित्सक डॉ. बी. सागर ने सभी आरोपों को सिरे से नकार दिया है. उनका कहना है कि जिस समय वह खाना खाने गए थे उसी समय एक मरीज आया था वह आते ही मरीज का ठीक तरीके से इलाज किए हैं.
पत्नी का इलाज कराने पहुंचे थे विशेष न्यायाधीश
दरअसल, विशेष न्यायाधीश एससी एसटी न्यायालय खलीकुज्ज्मा शुक्रवार रात लगभग 11:30 बजे अपनी जज पत्नी मीना अख्तर के बीमार पड़ने पर उन्हें लेकर जिला चिकित्सालय के इमरजेंसी में पहुंचे थे. इमरजेंसी में जज साहब को ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ. बी. सागर पहले मिले नहीं और जब मिले तो डॉ. साहब के मुंह से अल्कोहल की दुर्गंध आ रही थी.
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जज साहब अपनी पत्नी का इलाज कराने आए थे और उस समय मैं खुद मौजूद था. उनके पत्नी का ठीक ढंग से इलाज किया गया था. वह ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक पर शराब पीने का आरोप लगा रहे थे, इसकी जांच बैठाई गई है. जांच में जो सामने आएगा उस अनुसार कार्रवाई की जाएगी.
-डॉ. राजेश अग्रवाल, सीएमएस