एटा: जिले के जलेसर तहसील स्थित ग्राम पंचायत खैरारा के गांव घनश्यामपुर में प्रधानमंत्री आवास योजना और शौचालय निर्माण में ग्रामीणों ने प्रधान पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. वहीं प्रधान ने ग्रामीणों द्वारा लगाए गए आरोप को निराधार बताया है. अधिकारियों को इस प्रकार के किसी मामले की जानकारी ही नहीं है. यह हाल तब है, जब ग्रामीणों ने एसडीएम जलेसर से पूरे मामले की शिकायत करने का दावा किया है.
सरकारी योजनाओं को अधिकारी या फिर नेता किस तरह पलीता लगा रहे हैं, उसका ताजा नमूना ग्राम पंचायत खैरारा के गांव घनश्यामपुर में सामने आया है. घनश्यामपुर गांव के ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान वेद प्रकाश पर गंभीर आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिलने वाले मकानों में अवैध वसूली का आरोप लगाया है. इतना ही नहीं गांव में बने शौचालय के निर्माण में अधूरा निर्माण कराने का भी आरोप प्रधान पर लग रहा है.
ग्रामीण रईस पाल की माने तो शौचालय निर्माण तो कराया गया, लेकिन उसके लिए गड्ढा आज तक नहीं बन सका. इसकी शिकायत उप जिलाधिकारी जलेसर से भी की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. सरला देवी की मानें तो उनके पास रहने की जगह नहीं है. प्रधान ने आवास दिलाने की बात कही थी. इसके लिए कुछ रुपए भी मांगे थे, रुपए नहीं दिए तो आवास नहीं मिला. एक महीने तक ग्राम प्रधान ने आवास के लिए दौड़ाया. वहीं जब प्रधान वेद प्रकाश से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ग्रामीणों को दिए गए आवास की जानकारी मांगी गई, तो सही आंकड़े ग्राम प्रधान नहीं दे सके.
ग्राम प्रधान का पक्ष
ग्राम प्रधान वेद प्रकाश के मुताबिक 2015-16 में शौचालय का निर्माण कराया गया था, लेकिन गांव में रहने वाले कुछ लोगों ने चुनावी रंजिश के चलते खुद शौचालय को क्षतिग्रस्त किया. कुछ ग्रामीण चुनावी रंजिश के चलते झूठी शिकायत करते हैं. प्रधान वेद प्रकाश के मुताबिक 2011 की सूची के आधार पर पात्रों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास मुहैया कराए गए थे. वहीं जब इस मामले में एसडीएम जलेसर अरुण कुमार से बात की गई तो उन्होंने मामले से अनभिज्ञता जताई है.