एटा: अलीगंज तहसील क्षेत्र के गांव सरौंठ पछायां में कुछ लोगों ने रास्ते पर अतिक्रमण कर लिया था. इसकी वजह से रास्ता सकरा हो गया था. रविवार को प्रशासन ने बुलडोजर चलवाकर इसे अतिक्रमण मुक्त कराया. उपजिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह के आदेश पर ये कार्रवाई की.
फर्रुखाबाद सांसद मुकेश राजपूत (Farrukhabad MP Mukesh Rajput) की शिकायत पर कार्रवाई की गई. क्षेत्र के ग्राम सरौंठा पछायां से ग्राम नगला उम्मेद तक जाने वाला मार्ग राजस्व अभिलेखों में 8 मीटर चौड़ा है और मुख्य मार्ग को जोड़ता है. ग्राम नगला चिठियन के कुछ लोगों ने मार्ग की जमीन को जोतकर अपने खेतों में मिला लिया था.
मार्ग सकरा होने के कारण लोगों को आवागमन में काफी दिक्कतें होती थीं. ग्रामीणों ने इसकी कई बार शिकायत स्थानीय अधिकारियों से लेकर उच्चाधिकारियों से की, लेकिन रास्ता कब्जा मुक्त नहीं हो सका. ग्राम सरौंठ के उक्त मार्ग से जुडे़ ग्राम जटौराभान एवं नगला केसरी के लोगों ने पिछले दिनों मामले की शिकायत सांसद मुकेश राजपूत तक पहुंचाई. इस पर सांसद ने उपजिलाधिकारी को कब्जा हटवाने के लिए पत्र लिखा.
उपजिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह के आदेश पर नायब तहसीलदार सुशील कुमार के नेतृत्व में राजस्व निरीक्षक शैतान सिंह, सहायक चकबंदी अधिकारी जैथरा, रामकिशन लेखपाल एवं चकबंदी लेखपाल अर्पित दीक्षित की टीम गठित की गई. रविवार को टीम ने मौके पर जाकर देखा तो सरकारी रास्ते की भूमि पर अवैध कब्जा पाया गया.
रविवार को टीम ने बुल्डोजर की मदद से रास्ते को कब्जा मुक्त करा दिया. एसडीएम (SDM Manvendra Singh) ने बताया कि कब्जा मुक्त कराने के अलावा अतिक्रमण करने वालों पर कार्रवाई भी की जाएगी. उपजिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने कहा कि एटा में 1224 साल बाद अतिक्रमण हटाया गया (encroachment removed after 1224 years in etah) है. इससे किसानों को राहत मिली है. (up news in hindi)
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