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एटा: आवारा गोवंशों की समस्या पर DM ने कहा- जल्द होगा निदान

यूपी के एटा जिले में आवारा गोवंशों की समस्या को लेकर ईटीवी भारत नें डीएम सुखलाल भारती के साथ बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि इस समस्या पर काम चल रहा है. जल्द ही इसका निदान होगा.

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आवारा गोवंशों की समस्या पर डीएम ने ईटीवी भारत से की बातचीत.
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Published : Feb 21, 2020, 12:27 PM IST

एटा: जिले में आवारा गोवंश खेतों में लगी हुई फसल को बर्बाद कर रहे हैं, जिसके चलते अन्नदाता परेशान हैं. किसानों की इस परेशानी को देखते हुए ईटीवी भारत नें डीएम सुखलाल भारती के साथ बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि इस समस्या पर काम चल रहा है. जल्द ही इसका पूर्ण निदान होगा.

आवारा गोवंशों की समस्या पर डीएम ने ईटीवी भारत से की बातचीत.

डीएम ने बताया कि जनपद में 4,488 आवारा गोवंश चिन्हित हैं, जिन्हें संरक्षित किया जाना है. अभी तक 3,165 गोवंश को संरक्षित किया गया है. वहीं 1300 के करीब गोवंश अभी संरक्षित किए जाने हैं. उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में जनपद में 20 गोशाला क्रियाशील हैं, जबकि नौ गोशाला निर्माणाधीन हैं. जैसे ही यह नौ गोशाला का निर्माण कार्य पूरा होगा, उसमें बाकी बचे गोवंशों को रखा जाएगा.

यह भी पढ़ें: महाशिवरात्रि स्पेशल: गाजियाबाद के इस मंदिर में रावण के पिता ने की थी पूजा-अर्चना

इसके अलावा शासन की ओर से पशुपालकों को स्वेच्छा से गोवंश रखने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके लिए पशुपालकों को शासन की तरफ से प्रति गोवंश 30 रुपये भी दिए जाएंगे. इस कार्य में एसडीएम, बीडियो और नगरीय क्षेत्र में नगर पालिका के अधिकारियों, कर्मचारियों को लगाया गया है. वहीं यदि कोई भी पशु फसलों को खराब करता हुआ दिखाई पड़ा तो उसे तत्काल गोशाला में ले जाकर रखा जाएगा. गोशालाओं की देखभाल के लिए नोडल अधिकारी बनाया गया है.

एटा: जिले में आवारा गोवंश खेतों में लगी हुई फसल को बर्बाद कर रहे हैं, जिसके चलते अन्नदाता परेशान हैं. किसानों की इस परेशानी को देखते हुए ईटीवी भारत नें डीएम सुखलाल भारती के साथ बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि इस समस्या पर काम चल रहा है. जल्द ही इसका पूर्ण निदान होगा.

आवारा गोवंशों की समस्या पर डीएम ने ईटीवी भारत से की बातचीत.

डीएम ने बताया कि जनपद में 4,488 आवारा गोवंश चिन्हित हैं, जिन्हें संरक्षित किया जाना है. अभी तक 3,165 गोवंश को संरक्षित किया गया है. वहीं 1300 के करीब गोवंश अभी संरक्षित किए जाने हैं. उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में जनपद में 20 गोशाला क्रियाशील हैं, जबकि नौ गोशाला निर्माणाधीन हैं. जैसे ही यह नौ गोशाला का निर्माण कार्य पूरा होगा, उसमें बाकी बचे गोवंशों को रखा जाएगा.

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इसके अलावा शासन की ओर से पशुपालकों को स्वेच्छा से गोवंश रखने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके लिए पशुपालकों को शासन की तरफ से प्रति गोवंश 30 रुपये भी दिए जाएंगे. इस कार्य में एसडीएम, बीडियो और नगरीय क्षेत्र में नगर पालिका के अधिकारियों, कर्मचारियों को लगाया गया है. वहीं यदि कोई भी पशु फसलों को खराब करता हुआ दिखाई पड़ा तो उसे तत्काल गोशाला में ले जाकर रखा जाएगा. गोशालाओं की देखभाल के लिए नोडल अधिकारी बनाया गया है.

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