एटा: जिला अस्पताल से लेकर महिला अस्पताल तक इलाज के लिए पहुंचने वाले गंभीर मरीजों के लिए राहत भरी खबर है. कोरोना वायरस की जांच रिपोर्ट के कारण अब मरीजों को इलाज के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. जिला अस्पताल में शुक्रवार से कोरोना वायरस की जांच शुरू होने की बात सामने आ रही है. जिला अस्पताल में 'ट्रूनेट मशीन' लगा दी गई है. इस मशीन के जरिए अब कोरोना की जांच रिपोर्ट एक घंटे में मरीजों को मिल सकेगी.
ट्रूनेट मशीन से इलाज में मिलेगी सहूलियत
दरअसल, प्रदेश सरकार ने मरीजों की समस्याओं को देखते हुए जिला अस्पताल में ट्रूनेट मशीन को लगाए जाने के निर्देश दिए थे, जिसके तहत जिला अस्पताल में मशीन इंस्टॉल कर दी गई है. शुक्रवार से जांच प्रक्रिया आरंभ होने की बात सामने आ रही है. ट्रूनेट मशीन के माध्यम से एक घंटे में दो मरीजों की कोरोना वायरस जांच की जा सकेगी.
कोरोना वायरस की जांच जिला अस्पताल में शुरू हो जाने से उन गंभीर मरीजों को इलाज मिल सकेगा, जिन्हें कोरोना वायरस की जांच समय पर न हो पाने के कारण इलाज नहीं मिल पाता था. खासकर उन गर्भवती महिलाओं को जिन्हें सिजेरियन की जरूरत होती थी. इसके अलावा उन मरीजों को भी इलाज में दिक्कत आती थी, जिन्हें चिकित्सक ने ऑपरेशन बता रखा था, क्योंकी मौजूदा दौर में बिना कोरोना वायरस की जांच रिपोर्ट किसी भी मरीज का ऑपरेशन नहीं किया जा रहा था. इस वजह से गर्भवती महिलाओं को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था.
CMS ने दी जानकारी
जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजेश अग्रवाल के मुताबिक ट्रूनेट मशीन जिला अस्पताल को मिल गई है. बायोसिस बफर सलूशन के आधार पर जांच की जाएगी. इस मशीन में एक समय में दो स्लाइड लगाई जा सकेगी, जिससे दो लोगों के कोरोना वायरस टेस्ट एक साथ हो सकेंगे. टेस्ट के बाद एक घंटे में रिपोर्ट आने की संभावना है. उन्होंने बताया कि यदि हम दिन में 10 घंटे काम करते हैं तो 20 मरीजों की जांच कर सकेंगे. डॉ. राजेश अग्रवाल ने साफ तौर पर कहा है कि गर्भवती महिलाओं जिन्हें सिजेरियन की जरूरत है. साथ ही उन मरीजों को जिन्हें ऑपरेशन की आवश्यकता है, उन्हीं का कोरोना वायरस टेस्ट जिला अस्पताल में किया जाएगा.