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सैफ पर हमले के बाद अवैध बांग्लादेशियों की तलाश तेज, महाराष्ट्र सरकार ने बनायी SIT - ILLEGAL IMMIGRATION

महाराष्ट्र सरकार ने अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों की जांच के लिए 'विलंबित' जन्म और मृत्यु प्रमाण-पत्रों की जांच के लिए एसआईटी गठित की.

Saif Ali Khan
सैफ अली खान पर हमला करने वाला आरोपी. (File Photo) (ANI)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 25, 2025, 2:17 PM IST

Updated : Jan 25, 2025, 3:51 PM IST

मुंबईः मुंबई में अभिनेता सैफ अली खान पर चाकू से हमला करने के आरोप में पुलिस द्वारा 30 वर्षीय बांग्लादेशी नागरिक शरीफुल इस्लाम शहजाद मोहम्मद रोहिल्ला अमीन फकीर को गिरफ्तार किये जाने के बाद बांग्लादेशियों के भारत में अवैध रूप से प्रवेश करने और देश में रहने का मुद्दा प्रमुखता से उठाया जा रहा है. महाराष्ट्र सरकार ने बांग्लादेशी प्रवासियों पर अंकुश लगाने के प्रयास में एक एसआईटी का गठन किया है.

कैसे काम करेगी एसआईटीः महाराष्ट्र सरकार ने विलंबित आवेदनों पर जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किये जाने की पड़ताल के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है. शनिवार को मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी ने बताया कि महानिरीक्षक दत्ता कराले के नेतृत्व वाली एसआईटी विलंबित आवेदनों पर जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किये जाने की जांच करेगी. बता दें कि विलंबित आवेदन ऐसे आवेदन होते हैं, जो किसी व्यक्ति के जन्म या मृत्यु के कम से कम एक साल बाद संबंधित प्रमाणपत्र के लिए दिये जाते हैं.

किरीट सोमैया ने लगाये थे गंभीर आरोपः विलंबित आवेदन प्रकरण की एसआईटी जांच की पुष्टि करते हुए राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने बताया कि पहले ही जारी किये जा चुके प्रमाणपत्रों एवं प्राप्त आवेदनों की जांच की जाएगी. महाराष्ट्र सरकार ने भाजपा नेता किरीट सोमैया द्वारा जन्म प्रमाण पत्र घोटाला होने का आरोप लगाये जाने के बाद यह जांच दल गठित करने का निर्णय लिया है. पूर्व सांसद सोमैया ने आरोप लगाया है कि जनवरी 2021 से दिसंबर 2023 तक अकोला शहर की मजिस्ट्रेट अदालत ने 269 विलंबित जन्म पंजीकरण के आदेश दिये थे लेकिन तहसीलदार ने 4,849 विलंबित जन्म आवेदनों को पंजीकृत करने के आदेश दे दिए.

बांग्लादेशी ने जन्म प्रमाणपत्र का दिया आवेदनः भाजपा नेता ने दावा किया किया यवतमाल में 11,864, अकोला में 15,845 और नागपुर जिले में 4,350 विलंबित आवेदन दिये गये. सोमैया ने आरोप लगाया है कि दो लाख बांग्लादेशी रोहिंग्याओं ने महाराष्ट्र में जन्म प्रमाण पत्र के लिए आवेदन दिया है. इस सिलसिले में मालेगांव में एक तहसीलदार को निलंबित किया गया है. सोमैया ने आरोप लगाया कि अकोला, अमरावती और मालेगांव अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या प्रवासियों के मुख्य केंद्र के रूप में उभर रहे हैं.

बाग्लादेशी प्रवासियों की हो रही पहचानः किरीट सोमैया ने शुक्रवार को अकोला जिला कलेक्टर से मुलाकात कर बांग्लादेश से अवैध रूप से आए प्रवासियों को कथित तौर पर जारी किए गए जन्म प्रमाण पत्रों पर कार्रवाई की मांग की. भाजपा नेता ने यह भी दावा किया कि अमरावती जिले के अंजनगांव सुरजी गांव के गैर-निवासी लोगों को 1,000 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र जारी किए गए. देवेंद्र फडणवीस सरकार ने अवैध प्रवासियों की पहचान के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया है, जिसके चलते पिछले कुछ हफ्तों में महाराष्ट्र के विभिन्न शहरों से कई बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया गया है.

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कैसे काम करेगी एसआईटीः महाराष्ट्र सरकार ने विलंबित आवेदनों पर जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किये जाने की पड़ताल के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है. शनिवार को मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी ने बताया कि महानिरीक्षक दत्ता कराले के नेतृत्व वाली एसआईटी विलंबित आवेदनों पर जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किये जाने की जांच करेगी. बता दें कि विलंबित आवेदन ऐसे आवेदन होते हैं, जो किसी व्यक्ति के जन्म या मृत्यु के कम से कम एक साल बाद संबंधित प्रमाणपत्र के लिए दिये जाते हैं.

किरीट सोमैया ने लगाये थे गंभीर आरोपः विलंबित आवेदन प्रकरण की एसआईटी जांच की पुष्टि करते हुए राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने बताया कि पहले ही जारी किये जा चुके प्रमाणपत्रों एवं प्राप्त आवेदनों की जांच की जाएगी. महाराष्ट्र सरकार ने भाजपा नेता किरीट सोमैया द्वारा जन्म प्रमाण पत्र घोटाला होने का आरोप लगाये जाने के बाद यह जांच दल गठित करने का निर्णय लिया है. पूर्व सांसद सोमैया ने आरोप लगाया है कि जनवरी 2021 से दिसंबर 2023 तक अकोला शहर की मजिस्ट्रेट अदालत ने 269 विलंबित जन्म पंजीकरण के आदेश दिये थे लेकिन तहसीलदार ने 4,849 विलंबित जन्म आवेदनों को पंजीकृत करने के आदेश दे दिए.

बांग्लादेशी ने जन्म प्रमाणपत्र का दिया आवेदनः भाजपा नेता ने दावा किया किया यवतमाल में 11,864, अकोला में 15,845 और नागपुर जिले में 4,350 विलंबित आवेदन दिये गये. सोमैया ने आरोप लगाया है कि दो लाख बांग्लादेशी रोहिंग्याओं ने महाराष्ट्र में जन्म प्रमाण पत्र के लिए आवेदन दिया है. इस सिलसिले में मालेगांव में एक तहसीलदार को निलंबित किया गया है. सोमैया ने आरोप लगाया कि अकोला, अमरावती और मालेगांव अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या प्रवासियों के मुख्य केंद्र के रूप में उभर रहे हैं.

बाग्लादेशी प्रवासियों की हो रही पहचानः किरीट सोमैया ने शुक्रवार को अकोला जिला कलेक्टर से मुलाकात कर बांग्लादेश से अवैध रूप से आए प्रवासियों को कथित तौर पर जारी किए गए जन्म प्रमाण पत्रों पर कार्रवाई की मांग की. भाजपा नेता ने यह भी दावा किया कि अमरावती जिले के अंजनगांव सुरजी गांव के गैर-निवासी लोगों को 1,000 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र जारी किए गए. देवेंद्र फडणवीस सरकार ने अवैध प्रवासियों की पहचान के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया है, जिसके चलते पिछले कुछ हफ्तों में महाराष्ट्र के विभिन्न शहरों से कई बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया गया है.

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Last Updated : Jan 25, 2025, 3:51 PM IST
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