बस्ती : कांग्रेस राज्य सभा सांसद प्रमोद तिवारी शुक्रवार को बस्ती पहुंचे. जहां वे कांग्रेस कार्यकर्ता के घर आयोजित निजी कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद मीडिया से बातचीत की. पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए सांसद प्रमोद तिवारी ने योगी सरकार पर बड़ा बयान दिया.
प्रमोद तिवारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार अपने पांच साल के कार्यकाल को पूरा नहीं कर पाएगी. इसके अलावा प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ को लेकर कहा कि सरकार सिर्फ प्रोपोगंडा फैला रही है, वे खुद प्रयागराज से हैं. इसलिए उन्हें सब पता है. कहा कि बीजेपी आदतन और इरादतन झूठ बोलती है. भारत में कुंभ का आयोजन मोदी या योगी के आने से नहीं शुरू हुआ है. ये तो सैकड़ों साल से चलता आ रहा है. जिनकी भी आस्था है, वे चाहे धार्मिक हों या गैर धार्मिक कुंभ में नहाने या इसकी छठा देखने आते रहे हैं.
प्रमोद तिवारी ने कुंभ में कांग्रेस नेताओं के न आने के सवाल पर कहा कि इससे पहले राजीव गांधी, इंदिरा गांधी, प्रियंका गांधी और जवाहर लाल नेहरू भी कुंभ में शामिल हो चुके हैं. अगर जनता मौका देगी, सरकार में आएंगे तो आने वाले समय में हमारे और नेता कुंभ में जरूर आएंगे.
जेपीसी की बैठक में हंगामे के बाद सस्पेंड किए गए 10 सांसदों के सवाल पर प्रमोद तिवारी ने कहा कि ये तो लोकतंत्र को मानते ही नहीं है, वक्फ बोर्ड में संशोधन के लिए जिन सांसदों को जेपीसी में शामिल किया गया है उन्हें बोलने ही नहीं दिया जा रहा. बीजेपी पर बरसते हुए कहा कि ये तो ऐसे लोग हैं जो अगर 400 सीट पा गए होते तो संविधान में भी बदलाव कर देते, मगर ये तो देश की जनता का भला हो जिन्होंने उन्हें ऐसे करने से रोक दिया. बीजेपी वाले रसियन, चीनी या जापानी पैटर्न पर संविधान लाना चाहते हैं. जिसमें वे एक देश एक चुनाव फिर एक नेता एक चुनाव उसके बाद एक पार्टी एक चुनाव लागू कर देंगे.
दिल्ली चुनाव को लेकर भी सांसद प्रमोद तिवारी ने अपनी राय रखी और केजरीवाल पर जमकर हमला बोला. केजरीवाल पर आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली को गंदा किसने किया. दिल्ली में केजरीवाल की सरकार है, मगर आज तक वे यमुना नदी की सफाई नहीं कर पाए. केंद्र में भाजपा की सरकार है उनकी भी जिम्मेदारी थी कि देश की राजधानी और यमुना को साफ स्वच्छ रखे, मगर वे ऐसा करने में फेल साबित हुए हैं. दावा किया कि इस बार दिल्ली में शीला दीक्षित की सोच वाली कांग्रेस की सरकार आएगी. क्योंकि कांग्रेस न तो मजहब के नाम पर वोट मांगती है और न धर्म के नाम पर, कांग्रेस सिर्फ काम के नाम पर जनता के बीच जाती है.