एटाः जिले के वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी स्वशासी राज्य चिकित्सालय में डॉक्टर और नर्स की बड़ी लापरवाही सामने आई है, जिससे स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया. एमसीएच विंग में एडमिट बच्चों को एक ही सिरिंज से इंजेक्शन लगाए जा रहे थे. इनमें से एक बच्चा एचआईवी पॉजिटिव पाया गया, जिससे अन्य बच्चों के परिजनों में हड़कंप मच गया. परिजनों की मेडिकल कॉलेज में स्टाफ नर्स और डॉक्टरों के साथ जमकर नोकझोंक भी हुई. परिजनों ने जिला प्रशासन के अधिकारियों से लिखित शिकायत कर मामले में जांच और न्याय की गुहार लगाई है.
कोतवाली नगर क्षेत्र की निधौली रोड निवासी मीनाक्षी ने बताया कि उनका बच्चा बीमार था. उसे मेडिकल कॉलेज के एमसीएच विंग में भर्ती कराया गया था. जहां उपस्थित डॉक्टर और नर्स ने लगातार एक ही सिरिंज से कई बच्चों को इंजेक्शन लगाए. उन्होंने बताया कि उन्ही बच्चों में से एक बच्चा एचआईवी पॉजिटिव निकला है. उन्होंने कहा कि वीरांगना अवंतीबाई लोधी स्वशासी राज्य चिकित्सालय में डॉक्टर और नर्स बच्चों की जिंदगियों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. इसकी वजह से मेडिकल कॉलेज में भर्ती बच्चों के परिजनों ने मेडिकल कॉलेज में जमकर हंगामा किया और इस दौरान डॉक्टर और नर्स से नोकझोंक भी हुई. वहीं, अस्पताल में भर्ती एक बच्चा एचआईवी पॉजिटिव पाया गया, जिसकी वजह से अन्य बच्चों के परिजनों में हड़कंप मचा गया है.
वहीं अन्य परिजनों ने कहा कि डॉक्टर ने एक ही सिरिंज से परिजनों के सामने कई बच्चों को इंजेक्शन लगाए. जब इस बात का विरोध किया गया तो नर्स ने कहा कि लगाए गए इंजेक्शन को कॉटन से साफ कर लिया जाता है और 2 बजे तक एक ही सुई से सभी लोगों के इंजेक्शन लगते हैं. वहीं, अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार ने बताया कि शिकायत मिली है. मेडिकल कॉलेज में एक ही सिरिंज से बच्चों को इंजेक्शन लगाया जा रहा है. सरकार ने सख्त निर्देश दिए हैं कि सभी सरकारी अस्पतालों में डिस्पोजल सिरिंज (नए सिरिंज) से ही इंजेक्शन लगाया जाएगा. लेकिन, यदि ऐसा नहीं हो रहा है तो इसकी जांच कराकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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