एटा: जिले में कोरोना संक्रमण का ग्राफ लगातार तेजी से बढ़ रहा है. अलीगंज कस्बे में बीते दिनों में संदिग्ध बीमारी के कारण पिता-पुत्र की मौत हो गई. दोनों की मौत के बाद नगर में तरह-तरह की चर्चाएं व्याप्त हो गईं. स्वास्थ्य विभाग ने पुत्र की कोरोना जांच कराई थी, जिसकी रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है. दोनों की मौत के बाद प्रशासन हरकत में आया है. एहतियात के तौर पर एसडीएम पी.एल. मौर्या ने मोहल्ला रामप्रसाद चौधरी को हाॅटस्पाॅट घोषित करते हुए सील करवा दिया है. साथ ही परिजनों को भी क्वारंटीन किया जाएगा.
चार दिन पहले पुत्र की हुई थी मौत
मोहल्ला रामप्रसाद चौधरी पहले से ही संदिग्ध माना जा रहा था. यहां पर लगभग 20 दिन पहले एक व्यक्ति के कोरोना पाॅजिटिव होने की पुष्टि हुई थी. बीते 5 जुलाई को मोहल्ला निवासी राजकुमार गुप्ता की अचानक मौत हो गई थी. इसके बाद राजकुमार के पुत्र सोनू गुप्ता की 8 जुलाई को तबियत खराब हुई थी. बताया जाता है कि सोनू को बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. सोनू को एक क्लीनिक पर भी ले जाया गया था. मगर हालत गंभीर होने के कारण परिजन आगरा ले गए थे. उसी रात ही आगरा में उसकी मौत हो गई.
52 लोगों की कोरोना जांच कराई गई
लगातार दो मौतों के बाद लोगों में दहशत व्याप्त है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग की टीम की तरफ से आज 52 लोगों की कोरोना जांच कराई गई है. विभाग की तरफ से मृतकों के परिजनों को 14 दिन के लिए क्वारंटीन किया जाएगा. युवक की मौत के बाद पुलिस ने सतर्कता दिखाते हुए मोहल्ला रामप्रसाद चौधरी को हॉटस्पाॅट घोषित करते हुए सील कर दिया है. एसडीएम पी.एल. मौर्या ने बताया कि युवक की जांच रिपोर्ट आनी बाकी है. रिपोर्ट आने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.