एटा: जशरथपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत दहलिया पूठ गांव में नामजद दबंग आरोपियों ने एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी. स्थानीय निवासियों ने घटना की सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस आरोपियों की धर पकड़ के लिए छापेमार की कार्रवाई कर रही है.
मृतक की बहन को ले जाने का मामला था दर्ज
27 सितंबर को मृतक के भाई ने थाने पर सूचना देते हुए बताया था कि उसकी बहन (16) को गांव का ही एक युवक बहला-फुसलाकर भगा ले गया है. पुलिस ने इस मामल में आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया था.
161 और 164 के बयानों में 5 और हुए नामजद
आरोपी युवक की गिरफ्तारी और किशोरी की बरामदगी के बाद कोर्ट में 161 और 164 के बयानों में एक महिला समेत चार लोगों के नाम प्रकाश में आए थे. उन्हें पुलिस अभी गिरफ्तार नहीं कर सकी है. परिजनों ने इन्हीं नामजदों पर युवक की हत्या करने का आरोप लगाया है.
नामजदों से डर के कारण परिवार गांव से कर चुका पलायन
भाई ने नामजदों के डर से अपनी बहन और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए एक प्रार्थना पत्र वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एटा, राज्य महिला आयोग उत्तर प्रदेश, आईजी रेंज आगरा, डीजीपी उत्तर प्रदेश, राज्य महिला आयोग दिल्ली और मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को स्पीड पोस्ट के माध्यम से 2 नवंबर 2020 को भेजा था. इसमें भाई ने कहा था कि नामजद आरोपी मुझपर और मेरे परिवार पर फैसले का दबाव बना रहे हैं. इसके चलते हम अपनी बहन, मां सहित घर के पालतू मवेशियों को लेकर पहले ही पलायन कर चुके हैं. प्रार्थना पत्र में कहा कि मुलिज्म खुलेआम घूम रहे हैं. पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है.
पुलिस की लापरवाही से गई युवक की जान
युवक के चाचा ने बताया कि पुलिस की लापरवाही के चलते मेरे भतीजे की हत्या कर दी गई है. 2 माह पूर्व मेरी भतीजी को गांव के ही लोग भगा ले गए थे. 161 और 164 के बयानों में नाम आने से नामजद आरोपियों ने रंजिशन मेरे भतीजे की गोली मारकर हत्या कर दी. भतीजा आज ही दिल्ली से घर आया था और अपने घर पर ही था. मौके का फायदा उठाते हुए उसकी हत्या कर दी गई. परिवार की सुरक्षा के लिए भतीजे ने पहले ही एसएसपी, आईजी, डीजीपी, मुख्यमंत्री और महिला आयोग तक गुहार लगाते हुए प्रार्थना पत्र डाक द्वारा भेज दिया था. वहीं पुलिस इस मामले में बोलने से बचती नजर आई.
नामजद आरोपियों ने युवक को घर में घुसकर उतारा मौत के घाट
एटा जिले में दबंगों के हौसले बुलंद हैं. दबंग आरोपियों ने एक युवक को घर में घुसकर गोली मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई. पीड़ित परिवार ने पहले ही जिले के आलाधिकारियों सहित प्रदेश के सीएम तक को पत्र लिखकर सुरक्षा की गुहार लगाई थी.
एटा: जशरथपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत दहलिया पूठ गांव में नामजद दबंग आरोपियों ने एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी. स्थानीय निवासियों ने घटना की सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस आरोपियों की धर पकड़ के लिए छापेमार की कार्रवाई कर रही है.
मृतक की बहन को ले जाने का मामला था दर्ज
27 सितंबर को मृतक के भाई ने थाने पर सूचना देते हुए बताया था कि उसकी बहन (16) को गांव का ही एक युवक बहला-फुसलाकर भगा ले गया है. पुलिस ने इस मामल में आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया था.
161 और 164 के बयानों में 5 और हुए नामजद
आरोपी युवक की गिरफ्तारी और किशोरी की बरामदगी के बाद कोर्ट में 161 और 164 के बयानों में एक महिला समेत चार लोगों के नाम प्रकाश में आए थे. उन्हें पुलिस अभी गिरफ्तार नहीं कर सकी है. परिजनों ने इन्हीं नामजदों पर युवक की हत्या करने का आरोप लगाया है.
नामजदों से डर के कारण परिवार गांव से कर चुका पलायन
भाई ने नामजदों के डर से अपनी बहन और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए एक प्रार्थना पत्र वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एटा, राज्य महिला आयोग उत्तर प्रदेश, आईजी रेंज आगरा, डीजीपी उत्तर प्रदेश, राज्य महिला आयोग दिल्ली और मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को स्पीड पोस्ट के माध्यम से 2 नवंबर 2020 को भेजा था. इसमें भाई ने कहा था कि नामजद आरोपी मुझपर और मेरे परिवार पर फैसले का दबाव बना रहे हैं. इसके चलते हम अपनी बहन, मां सहित घर के पालतू मवेशियों को लेकर पहले ही पलायन कर चुके हैं. प्रार्थना पत्र में कहा कि मुलिज्म खुलेआम घूम रहे हैं. पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है.
पुलिस की लापरवाही से गई युवक की जान
युवक के चाचा ने बताया कि पुलिस की लापरवाही के चलते मेरे भतीजे की हत्या कर दी गई है. 2 माह पूर्व मेरी भतीजी को गांव के ही लोग भगा ले गए थे. 161 और 164 के बयानों में नाम आने से नामजद आरोपियों ने रंजिशन मेरे भतीजे की गोली मारकर हत्या कर दी. भतीजा आज ही दिल्ली से घर आया था और अपने घर पर ही था. मौके का फायदा उठाते हुए उसकी हत्या कर दी गई. परिवार की सुरक्षा के लिए भतीजे ने पहले ही एसएसपी, आईजी, डीजीपी, मुख्यमंत्री और महिला आयोग तक गुहार लगाते हुए प्रार्थना पत्र डाक द्वारा भेज दिया था. वहीं पुलिस इस मामले में बोलने से बचती नजर आई.