एटाः जिला महिला अस्पताल में भर्ती एक प्रसूता की गुरुवार को मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि हालत बिगड़ने पर कोई डॉक्टर प्रसूता को देखने नहीं आए. काफी देर बाद इलाज शुरू किया, तब तक प्रसूता की हालत काफी बिगड़ गई थी. इसके कारण उसकी मौत हो गई. दरअसल आसपुर निवासी यासमीन 29 सितंबर से जिला महिला अस्पताल में भर्ती थी.
परिजनों के मुताबिक गुरुवार के दिन महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया. बताया जा रहा है कि बच्चे के जन्म के बाद प्रसूता ने भोजन किया. इसी दौरान प्रसूता की तबीयत बिगड़ गई. आरोप है कि कई बार डॉक्टर को बुलाया गया, लेकिन डॉक्टर वार्ड में प्रसूता को देखने नहीं आई. इस दौरान वहां पर कोई वार्ड ब्वॉय भी नहीं था, जो प्रसूता को डॉक्टर तक पहुंचा सके.
परिजन ईद मोहम्मद ने बताया कि डॉक्टर अपने चेंबर में बैठी थी. वहीं पर मरीज लाने के लिए कह रही थी, लेकिन कोई वार्ड ब्वॉय नहीं था. जिसकी वजह से मरीज को वार्ड से डॉक्टर के चेंबर तक नहीं ले जाया जा सका. इसी बीच प्रसूता की तबीयत बिगड़ती गई. वार्ड ब्वॉय के आने के बाद प्रसूता को डॉक्टर के पास ले गए. जहां डॉक्टर ने कुछ उपचार किया. उसके बाद मरीज को आगरा रेफर कर दिया, लेकिन फिर एंबुलेंस की समस्या खड़ी हो गई. काफी देर बाद एंबुलेंस आई तब तक मरीज ने दम तोड़ दिया.
इस बारे में जब जिले के सीएमओ डॉ. अरविंद कुमार गर्ग से बात की गई तो उन्होंने बताया कि महिला को टीबी की बीमारी थी. साथ ही शरीर में खून भी कम था. इसकी वजह से शरीर काफी कमजोर हो गया था. इसके बाद भी जांच की जा रही है. यदि किसी की लापरवाही सामने आएगी तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.