देवरिया: जिले की सदर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां इस समय एड़ी से चोटी का जोर लगा रही हैं. राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधि जनता के बीच पहुंच कर अपने उम्मीदवार के लिये जनता से वोट मांग रही हैं. वहीं आज ईटीवी भारत की टीम ने चुनावी मुद्दों को लेकर आम जनों से बातचीत की. बातचीत में क्या कहना था जनता का.. पढ़िए खास रिपोर्ट...
कुछ पिछड़े वर्ग के ग्रामीणों का कहना था कि यहां पिछड़े और सवर्ण की लड़ाई है. वह लोग पिछड़े वर्ग के प्रत्याशी का ही सहयोग करेंगे. एक ग्रामीण का कहना था कि उसकी ग्रामसभा में पिछले 4 सालों में कोई विकास नहीं हुआ है. यहां की नालियां और सड़कें टूटी पड़ी हैं. ऐसे में जो यहां के स्थानीय मुद्दे जैसे पानी की निकासी, सड़क आदि की बात करेगा, वह उसका ही समर्थन करेंगे.
जो हमारा विकास करेगा, उसको देंगे वोट
पुरवा गांव के ग्रामीणों का कहना था कि हमारे गांव में विकास नहीं हुआ है. न ही कोई जनप्रतिनिधि चार सालों में हमारे गाँंव आया है. जो हमारा विकास करेगा. हम उसी को वोट देंगे, चाहे वो किसी भी पार्टी का उम्मीदवार हो.
एक ग्रामीण महिला ने कहा कि उसके गांव में कोई भी विकास कार्य नहीं हुए हैं. उसकी वृद्धावस्था पेंशन भी बंद हो गई है.
बता दें कि देवरिया सदर सीट पर अभी तक बीजेपी का कब्जा था. विधायक जन्मेजय सिंह के निधन के बाद से यह सीट रिक्त चली आ रही है. इस सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने इस बार ब्राह्मण उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारा है. विधायक जन्मेजय सिंह के पुत्र अजय प्रताप सिंह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी ताल ठोंक रहे हैं.