देवरिया: जिले के विकास भवन में संविदा पर कार्यरत कम्प्यूटर ऑपरेटर महिला कर्मचारी ने DPRO समेत पांच कर्मचारियों पर शारीरिक शोषण का आरोप लगाया है. महिला कर्मचारी के आरोप पर सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.
देवरिया सदर के विकास भवन में कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद पर तैनात महिला कर्मचारी ने DPRO ओम प्रकाश पाण्डेय पर ट्रांसफर के नाम पर शोषण करने का आरोप लगाया है. संविदाकर्मी महिला पर पहले ही एडीओ पंचायत के साथ मारपीट का मुकदमा दर्ज किया जा चुका है. महिला का कहना है कि स्थानान्तरण के नाम पर मुझे रात को घर बुलाया गया था. पीड़िता ने तहरीर में लिखा है कि वह स्वच्छ भारत मिशन के तहत सदर ब्लॉक में बतौर कम्प्यूटर ऑपरेटर काम कर रही थी. हाल ही में लापरवाही के कारण उसे हटा दिया गया.
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इसी बीच पीड़िता विकास भवन के प्रधान सहायक राम धनेश यादव के सम्पर्क में आ गई. राम धनेश ने उसे नौकरी पर दोबारा रखने का वादा करते हुए 16 अगस्त की शाम को सरकारी आवास में बुलाया, जहां पहले से DPRO ओमप्रकाश पाण्डेय, सहायक पंचायतीराज अधिकारी नित्यानंद जीसी, बाबू राधेश्याम यादव, एडीओ पंचायत दीनानाथ और ठेकेदार ऋषिकेश तिवारी मौजूद थे. युवती की तहरीर के अनुसार सभी ने उसके साथ दुष्कर्म किया.
एक महिला कर्मचारी संविदा पद पर थी. बीच में उसकी संविदा खत्म कर दी गई थी. दोबारा वापस रखने को लेकर कुछ अधिकारियों ने उसके साथ गलत करने की कोशिश की थी, जिसमें उसकी तहरीर पर पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है. पूर्व में भी उस महिला के खिलाफ सीडीओ कार्यलय के एक बाबू के द्वारा मुकदमा दर्ज करवाया जा चुका है. दोनों तरफ से मुकदमा दर्ज हो चुका है. विवेचना में जो सत्य निकल कर आएगा उस पर कार्रवाई की जायेगी.
-शिष्य पाल सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक