देवरिया: सीआरपीएफ जवान पर लगे गैंगस्टर एक्ट के मामले की जांच के लिए बुधवार को आईजी राजेश मोदक गौरी बाजार पहुंचे. उन्होंने घटना के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली. करीब तीन घंटे तक जांच की प्रक्रिया चली और शिकायतकर्ता का बयान दर्ज हुआ.
9 दिसंबर को हुआ था विवाद
गोरखपुर के कैंट थाना क्षेत्र के महादेव झारखंडी आवास विकास कॉलोनी निवासी राम प्रकाश सिंह के बेटे प्रशांत सिंह जो कि सीआरपीएफ में सिपाही के पद पर मुजफ्फरपुर में तैनात हैं. रामप्रकाश ने एडीजी जोन अखिल कुमार से शिकायत की है कि उनका बेटा छुट्टी पर दिसंबर 2020 में गांव आया था. प्रशांत 9 दिसंबर को अपनी पत्नी के साथ गौरी बाजार के बखरा गया. वहां पर बैतालपुर निवासी एक युवक से वाहन ओवरटेक करने को लेकर प्रशांत का विवाद हो गया. इस दौरान फायरिंग भी हुई. इस मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उनके बेटे समेत पांच के खिलाफ बलवा, डकैती समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया.
आरोप है कि सीआरपीएफ जवान प्रशांत सिंह पर पांच फरवरी को पुलिस ने गैंगस्टर की कार्रवाई भी की. उनका कहना है कि उनके बेटे के खिलाफ कोई अन्य मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है, बावजूद इसके गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की गई है. इस मामले की जांच की जिम्मेदारी आईजी राजेश मोदक को सौंपी गई थी. आईजी ने कहा कि जांच की जा रही है.