देवरिया: जिले में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है. मेटरनिटी विंग में बनाए गए 250 बेड के कोविड अस्पताल में भर्ती मरीजों की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं. गुरुवार को डिप्टी एसपी की पत्नी समेत चार लोगों की कोरोना से मौत हो गई. हालांकि जिला प्रशासन सभी जीवन रक्षक दवाएं, ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होने का दावा कर रहा है, जो हकीकत से कोसो दूर है.
डिप्टी एसपी की पत्नी की कोरोना से मौत
कोरोना की चपेट में आने वालों को बेहतर इलाज देने का दावा जिम्मेदार कर रहे हैं, लेकिन कोविड अस्पताल में भर्ती मरीजों की आए दिन समय से ऑक्सीजन और जरूरत के अनुसार रेमडेसिविर इंजेक्शन तक उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. देवरिया के रुदपुर तहसील मुख्यालय पर तैनात डिप्टी एसपी की पत्नी कोविड-19 अस्पताल में भर्ती थीं. डिप्टी एसपी ने सीएमओ को फोन कर दो दिन पहले पत्नी को समय से ऑक्सीजन उपलब्ध कराने और रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए कहा था, लेकिन उस समय इंजेक्शन नहीं था. वहीं आज डिप्टी एसपी की पत्नी ने दम तोड़ दिया.
मरीजों ने भेदभाव का लगाया आरोप
कोविड-19 अस्पताल में बुधवार को ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म हो गया. इसको लेकर मरीजों ने हंगामा खड़ा कर दिया था. इसमें सलेमपुर विधायक कली प्रसाद भी शामिल थे. मरीजों का आरोप है कि विधायक को ऑक्सीजन उपलब्ध करा दिया गया है. कोरोना मरीजों के इलाज में भेद-भाव किया जा रहा है.
स्वास्थ्य विभाग के आकड़ों पर गौर करें तो अभी तक 114 मरीजों की कोरोना से मौत हुई है. बुधवार को एक कोविड मरीज को ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं मिल सका. उसके घर वालों ने कोविड अस्पताल में घुसकर बवाल कर दिया और गंभीर हालत में मरीज को लेकर पटना चले गए, जहां एक निजी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है. उसकी हालत नाजुक बनी हुई है.
इसे भी पढ़ें-चौरी चौरा में लोगों ने की पुकार, हमारी समस्या सुनो जिम्मेदार
सीएमओ डॉ. आलोक पांडेय ने बताया कि गोरखपुर से ऑक्सीजन आने में देरी के कारण ऑक्सीजन की कमी हुई थी. रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए डिमांड किया गया है. जरूरत की सभी दवाएं उपलब्ध हैं. वहीं डीएम आशुतोष निरंजन ने जिले में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन और दवा की उपलब्धता का दावा किया है.