ETV Bharat / state

देवरिया में हुआ करोड़ों का खाद्यान्न घोटाला, आरोपी मार्केटिंग इंस्पेक्टर फरार

देवरिया के भाटपाररानी हाट शाखा गोदाम में 10221 बोरी खाद्यान्न की घपलेबाजी सामने आई है. जिसकी कीमत करीब एक करोड़ रुपये हैं.

etv bharat
मार्केटिंग इंस्पेक्टर राहुल सिंह
author img

By

Published : Aug 1, 2022, 8:23 PM IST

देवरिया: भाटपाररानी में तैनात एसएमआई (विपणन निरीक्षक) राहुल कुमार सिंह पर सोमवार को केस दर्ज कराया गया. जांच में 10,000 बोरी गेहूं, चावल और तेल घोटाला सामने आने पर डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह के निर्देश पर कार्रवाई हुई. आरोपी एसएमआई की तलाश में पुलिस जुट गई है.

पुलिस को दिए गए तहरीर में जिला खाद्य विपणन अधिकारी भीमाचंद गौतम ने बताया कि दिनांक 28 जुलाई 2022 को संयुक्त आयुक्त (खाद्य) गोरखपुर मंडल, एसडीएम, जिला पूर्ति अधिकारी देवरिया भाटपाररानी स्थित विपणन शाखा गोदाम का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण में गोदाम में भंडारित खाद्यान्न के स्टॉक में कई कमियां मिली. जितेंद्र प्रताप सिंह ने एसडीएम भाटपाररानी अरुण कुमार की अध्यक्षता में जांच समिति का गठन किया.

डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह

इसे भी पढ़ेंः लखनऊ के नए पुलिस कमिश्नर बोले- राजधानी का माहौल खराब करने वाले नहीं बख्शे जाएंगे

जांच समिति ने भौतिक सत्यापन में स्टॉक रजिस्टर में अंकित गेहूँ की 10,111 बोरी के सापेक्ष 2737 बोरी गेहूं, 6065 बोरी चावल के सापेक्ष 3218 बोरी चावल तथा 123 गत्ते खाद्य तेल के सापेक्ष 121 गत्ते ही मिला. इस प्रकार गोदाम में कुल 7374 बोरी गेहूं, 2847 बोरी चावल और 22 लीटर खाद्य तेल कम प्राप्त हुए. ऐसी स्थिति में प्रथम दृष्टया शासकीय धन का गबन हुआ है, जिसके लिए विपणन निरीक्षक भाटपाररानी राहुल कुमार सिंह के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3 और 7, भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 409 एवं भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम-1988 की धारा 13 के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया.

एसएमआई राहुल सिंह पर यह कोई पहला मामला नहीं है. सुलतानपुर में भी करीब 5 साल पहले गबन के मामले में जेल जा चुका है. सुल्तानपुर पुलिस में देवरिया के लार एसएमआई गोदाम से गिरफ्तार किया था. जमानत पर रिहाई के बाद सत्ता पक्ष नेताओं के दबाव में तत्कालीन डीएम अमित किशोर ने भाटपाररानी में इसकी तैनाती किया था.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

देवरिया: भाटपाररानी में तैनात एसएमआई (विपणन निरीक्षक) राहुल कुमार सिंह पर सोमवार को केस दर्ज कराया गया. जांच में 10,000 बोरी गेहूं, चावल और तेल घोटाला सामने आने पर डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह के निर्देश पर कार्रवाई हुई. आरोपी एसएमआई की तलाश में पुलिस जुट गई है.

पुलिस को दिए गए तहरीर में जिला खाद्य विपणन अधिकारी भीमाचंद गौतम ने बताया कि दिनांक 28 जुलाई 2022 को संयुक्त आयुक्त (खाद्य) गोरखपुर मंडल, एसडीएम, जिला पूर्ति अधिकारी देवरिया भाटपाररानी स्थित विपणन शाखा गोदाम का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण में गोदाम में भंडारित खाद्यान्न के स्टॉक में कई कमियां मिली. जितेंद्र प्रताप सिंह ने एसडीएम भाटपाररानी अरुण कुमार की अध्यक्षता में जांच समिति का गठन किया.

डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह

इसे भी पढ़ेंः लखनऊ के नए पुलिस कमिश्नर बोले- राजधानी का माहौल खराब करने वाले नहीं बख्शे जाएंगे

जांच समिति ने भौतिक सत्यापन में स्टॉक रजिस्टर में अंकित गेहूँ की 10,111 बोरी के सापेक्ष 2737 बोरी गेहूं, 6065 बोरी चावल के सापेक्ष 3218 बोरी चावल तथा 123 गत्ते खाद्य तेल के सापेक्ष 121 गत्ते ही मिला. इस प्रकार गोदाम में कुल 7374 बोरी गेहूं, 2847 बोरी चावल और 22 लीटर खाद्य तेल कम प्राप्त हुए. ऐसी स्थिति में प्रथम दृष्टया शासकीय धन का गबन हुआ है, जिसके लिए विपणन निरीक्षक भाटपाररानी राहुल कुमार सिंह के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3 और 7, भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 409 एवं भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम-1988 की धारा 13 के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया.

एसएमआई राहुल सिंह पर यह कोई पहला मामला नहीं है. सुलतानपुर में भी करीब 5 साल पहले गबन के मामले में जेल जा चुका है. सुल्तानपुर पुलिस में देवरिया के लार एसएमआई गोदाम से गिरफ्तार किया था. जमानत पर रिहाई के बाद सत्ता पक्ष नेताओं के दबाव में तत्कालीन डीएम अमित किशोर ने भाटपाररानी में इसकी तैनाती किया था.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.