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देवरिया: कांग्रेस ने राजेश मिश्रा को सलेमपुर से उतारा मैदान में, 2009 में वाराणसी से लड़ चुके हैं चुनाव

2009 लोकसभा चुनाव में वाराणसी से मुरली मनोहर जोशी के खिलाफ चुनाव लड़ चुके राजेश मिश्रा को कांग्रेस ने देवरिया जिले की सलेमपुर लोकसभा सीट से मैदान में उतारा है. टिकट मिलने के बाद राजेश मिश्रा ने कहा कि सलेमपुर मेरी मातृभूमि है. इसका कर्ज उतारने के लिए यहां से चुनाव लड़ने आया हूं.

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Published : Apr 22, 2019, 4:27 AM IST

Updated : Apr 22, 2019, 7:33 AM IST

मीडिया से बात करते कांग्रेस प्रत्याशी राजेश मिश्रा

देवरिया: भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी के खिलाफ वाराणसी से 2009 लोकसभा चुनाव लड़ चुके राजेश मिश्रा को कांग्रेस ने देवरिया जिले की सलेमपुर लोकसभा सीट से मैदान में उतारा है. टिकट मिलने के बाद राजेश मिश्रा रविवार को रोड करते हुए सलेमपुर पहुंचे, जहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने फूल-माला पहनाकर उनका स्वागत किया. राजेश मिश्रा ने कहा कि सलेमपुर मेरी मातृभूमि है. इसका कर्ज उतारने के लिए यहां से चुनाव लड़ने आया हूं.

24 घण्टे काम करने वाला व्यक्ति हूं मैं

टिकट मिलने के बाद पहली बार सलेमपुर पहुंचे राजेश मिश्रा का कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया. इस दौरान राजेश मिश्रा ने सलेमपुर लोकसभा सीट में आने वाली दो विधानसभा सलेमपुर और भाटपाररानी में रोड शो किया. वहीं जब पत्रकारों ने राजेश मिश्रा से सवाल पूछा कि चुनाव में अब कम समय बचा है और आप इससे कैसे निपटेंगे तो उन्होंने कहा कि मैं 24 घण्टे काम करने वाला व्यक्ति हूं. समय बिल्कुल कम नहीं है, जो यहां से लगातार सांसद रहे हैं. वह जितना नहीं घूमे होंगे, मैं उतना ढाई दिन में घूम चुका हूं. राजेश मिश्रा ने कहा कि समय उनके लिए कम होता है, जिनके कर्म की पहचान नहीं होती है. वह लोग सिर्फ चुनाव लड़ने की राजनीति करते हैं. इसलिए उनको दिक्कत होती है.

मीडिया से बात करते कांग्रेस प्रत्याशी राजेश मिश्रा

सलेमपुर लोकसभा को बताया मातृभूमि
राजेश मिश्रा ने कहा कि सलेमपुर मेरी मातृभूमि है. आज देश और प्रदेश में जो मेरी पहचान है, वह सलेमपुर की मिट्टी से है. मैं सलेमपुर से चुनाव लड़ने आया हूं, तो मैं विश्वास दिलाता हूं कि वाराणसी में जितना काम देश के प्रधानमंत्री ने नहीं किया है. उतना काम मैंने पांच साल में किया है. मैं उन कार्यों को गिना सकता हूं. यहां के लोग देख सकते हैं. सलेमपुर-बेल्थरा रोड, सिकंदरपुर और बांसडीह, जो मेरे विधान परिषद का क्षेत्र रहा है. मैंने वहां लगातार 12 साल कार्य किया है. सलेमपुर-भाटपाररानी ये मेरी मातृभूमि है. मेरे ऊपर यहां की मिट्टी का कर्ज है. इस चुनाव के बाद इस मिट्टी का कर्ज अदा करने के लिए यहां से चुनाव लड़ रहा हूं.

मेरी लड़ाई यहां की बेरोजगारी से

वहीं गठबंधन पर हमला बोलते हुए राजेश मिश्रा ने कहा कि मेरी लड़ाई न तो गठबंधन से है और न ही भाजपा से है. मेरी लड़ाई यहां की जो बेरोजगारी है, उससे है. राहुल गांधी ने कहा है कि जो गरीब परिवार हैं, हम उसे छह हजार रुपये महीना देंगे, लेकिन कम से कम उन्हें 12 हजार रुपये मिलना चाहिए. 22 लाख नौकरियां रिक्त पड़ी हैं. राजेश मिश्रा ने कहा कि चाहे प्रदेश की सरकार हो या फिर केंद्र की सरकार हो, मेरी कोशिश होगी कि नौजवानों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार मिल सके.

देवरिया: भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी के खिलाफ वाराणसी से 2009 लोकसभा चुनाव लड़ चुके राजेश मिश्रा को कांग्रेस ने देवरिया जिले की सलेमपुर लोकसभा सीट से मैदान में उतारा है. टिकट मिलने के बाद राजेश मिश्रा रविवार को रोड करते हुए सलेमपुर पहुंचे, जहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने फूल-माला पहनाकर उनका स्वागत किया. राजेश मिश्रा ने कहा कि सलेमपुर मेरी मातृभूमि है. इसका कर्ज उतारने के लिए यहां से चुनाव लड़ने आया हूं.

24 घण्टे काम करने वाला व्यक्ति हूं मैं

टिकट मिलने के बाद पहली बार सलेमपुर पहुंचे राजेश मिश्रा का कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया. इस दौरान राजेश मिश्रा ने सलेमपुर लोकसभा सीट में आने वाली दो विधानसभा सलेमपुर और भाटपाररानी में रोड शो किया. वहीं जब पत्रकारों ने राजेश मिश्रा से सवाल पूछा कि चुनाव में अब कम समय बचा है और आप इससे कैसे निपटेंगे तो उन्होंने कहा कि मैं 24 घण्टे काम करने वाला व्यक्ति हूं. समय बिल्कुल कम नहीं है, जो यहां से लगातार सांसद रहे हैं. वह जितना नहीं घूमे होंगे, मैं उतना ढाई दिन में घूम चुका हूं. राजेश मिश्रा ने कहा कि समय उनके लिए कम होता है, जिनके कर्म की पहचान नहीं होती है. वह लोग सिर्फ चुनाव लड़ने की राजनीति करते हैं. इसलिए उनको दिक्कत होती है.

मीडिया से बात करते कांग्रेस प्रत्याशी राजेश मिश्रा

सलेमपुर लोकसभा को बताया मातृभूमि
राजेश मिश्रा ने कहा कि सलेमपुर मेरी मातृभूमि है. आज देश और प्रदेश में जो मेरी पहचान है, वह सलेमपुर की मिट्टी से है. मैं सलेमपुर से चुनाव लड़ने आया हूं, तो मैं विश्वास दिलाता हूं कि वाराणसी में जितना काम देश के प्रधानमंत्री ने नहीं किया है. उतना काम मैंने पांच साल में किया है. मैं उन कार्यों को गिना सकता हूं. यहां के लोग देख सकते हैं. सलेमपुर-बेल्थरा रोड, सिकंदरपुर और बांसडीह, जो मेरे विधान परिषद का क्षेत्र रहा है. मैंने वहां लगातार 12 साल कार्य किया है. सलेमपुर-भाटपाररानी ये मेरी मातृभूमि है. मेरे ऊपर यहां की मिट्टी का कर्ज है. इस चुनाव के बाद इस मिट्टी का कर्ज अदा करने के लिए यहां से चुनाव लड़ रहा हूं.

मेरी लड़ाई यहां की बेरोजगारी से

वहीं गठबंधन पर हमला बोलते हुए राजेश मिश्रा ने कहा कि मेरी लड़ाई न तो गठबंधन से है और न ही भाजपा से है. मेरी लड़ाई यहां की जो बेरोजगारी है, उससे है. राहुल गांधी ने कहा है कि जो गरीब परिवार हैं, हम उसे छह हजार रुपये महीना देंगे, लेकिन कम से कम उन्हें 12 हजार रुपये मिलना चाहिए. 22 लाख नौकरियां रिक्त पड़ी हैं. राजेश मिश्रा ने कहा कि चाहे प्रदेश की सरकार हो या फिर केंद्र की सरकार हो, मेरी कोशिश होगी कि नौजवानों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार मिल सके.

Intro:देवरिया प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ चुके राजेश मिश्रा को कांग्रेस पार्टी ने सलेमपुर लोक सभा से टिकट दे कर चुनाव मैदान में उतारा है वही आज कांग्रेस पार्टी से टिकट मिलने के बाद राजेश मिश्रा ने रोड करते हुये सलेमपुर पहुचे इस दौरान सैकड़ो कांग्रेसी कार्यकर्त्ता मौजूद रहे ।इस दौरान राजेश मिश्रा ने कहा कि सलेमपुर मेरी मातृभूमि है इसका कर्ज उतारने के लिये यहाँ से चुनाव लड़ने आया हूं।


Body:वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ चुके राजेश मिश्रा को कांग्रेस पार्टी ने सलेमपुर लोक सभा से टिकट दे कर अपना उम्मीदवार बनाया है पहली बार टिकट मिलने के बाद सलेमपुर पहुचे उम्मीदवार राजेश मिश्रा का कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया । इस दौरान कांग्रेस प्रत्याशी ने सलेमपुर लोक सभाओं के दो विधानसभा सलेमपुर और भाटपाररानी में रोड शो किया ।

वही कांग्रेस प्रत्याशी राजेश मिश्रा से पत्रकारों ने सवाल किया कि की चुनाव में अब कम समय बचा है आप इससे कैसे निपटेंगे तो उनका कहना था कि मैं 24 घण्टे काम करने वाला व्यक्ति हु समय बिल्कुल कम नही है जो लोग लगातार सांसद रहे है वो जितना घूमे नही होंगे मै उतना ढाई दिन में घूम चुका हूं समय उनके लिये कम होता है जिनके कर्म की पहचान नही होती और सिर्फ केवल चुनाव लड़ने आते है उनको यह दिक्कत होती है।

सलेमपुर लोक सभा को बताया मातृभूमि राजेश मिश्र ने।

राजेश मिश्रा ने सलेमपुर मेरी मातृभूमि है आज हिंदुस्तान में व उत्तर प्रदेश में जो मेरी पहचान है वो सलेमपुर की मिट्टी है। आज मैं सलेमपुर से चुनाव लड़ने आया हु मैं विश्वास दिलाता हु की जितना काम देश के प्रधानमंत्री जी ने काम नही किया है उतना मैन पाँच साल में कार्य किया है मैं उन कार्यो को गिना सकता हु लोग यहाँ से देख सकते हैं सलेमपुर बेल्थरा रोड सिकन्दर पुर बांसडीह जो मेरे विधान परिषद का क्षेत्र रहा है मै वहाँ लगातार 12 साल कार्य किया है सलेमपुर भाटपाररानी ये मेरी मातृभूमि है यहाँ का कर्ज है मेरे पर यहाँ की मिट्टी का कर्ज है मेरे पर और इस चुनाव के बाद इस मिट्टी का कर्ज अदा करने के लिये यहाँ से चुनाव लड़ रहा हूं।


Conclusion:वही गठबंन्धन पे बोलते हुये राजेश मिश्रा ने कहा कि मेरी लड़ाई गठबंन्धन से नही भाजपा से भी नही है मेरी लड़ाई यहाँ की जो बेरोजगारी है उसकी लड़ाई है राहुल जी ने कहा है जो गरीब परिवार है हम उसे 6 हजार रुपया महीना देंगे कम से कम उन्हें 12 हजार रुपया मिलना चाहिये । 22 लाख नौकरियां रिक्त पड़ी है प्रदेश की सरकार हो भारत की सरकार में मेरी कोशिस होगी कि नौजवानों को ज्यादे से ज्यादे रोजगार मिल सके सलेमपुर में स्वास्थ्य शिक्षा 6% उन्होंने कहा है कि हम भारत सरकार की 6% जीडीपी हम शिक्षा पे देंगे हमारी कोशिश रहेगी कि सलेमपुर को सर्वाधिक उसका लाभ मिले।
Last Updated : Apr 22, 2019, 7:33 AM IST
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