देवरिया: सदर विधानसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी ने अपने-अपने उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतार दिए हैं. बीएसपी ने एक बार फिर ब्राह्मण उम्मीदवार को उतारा है तो वहीं कांग्रेस ने भी इस बार अपना भाग्य ब्राह्मण उम्मीदवार पर ही आजमाया है. अब देखना है कि सपा और भाजपा किसे चुनावी मैदान में उतारते हैं.
बहुजन समाज पार्टी ने देवरिया सदर सीट पर साल 2017 विधानसभा चुनाव में मात खा चुके अपने प्रत्याशी अभय नाथ त्रिपाठी को एक बार फिर उम्मीदवार बनाया है. वहीं कांग्रेस पार्टी ने बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार को देखते हुए ब्राह्मण उम्मीदवार मुकुंद भास्कर मणि त्रिपाठी को चुनावी मैदान में उतारा है. बसपा के उम्मीदवार अभय नाथ त्रिपाठी 2017 विधानसभा चुनाव में लेखपाल की नौकरी छोड़ बसपा में शामिल हुये थे. 2017 विधानसभा चुनाव में देवरिया सदर सीट बसपा से चुनाव लड़े थे. अभय नाथ का जन्म 1966 में डुमवलिया गांव में हुआ था. इनकी पढ़ाई बीएससी, एमए और एलएलबी इलाहाबाद से हुई है.
वहीं कांग्रेस के उम्मीदवार मुकुन्द भास्कर मणि त्रिपाठी पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं. 44 वर्ष के मुकुन्द भास्कर मणि त्रिपाठी ने एमए (समाजशास्त्र) और पीजी डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन किया है. 1991 से कांग्रेस पार्टी में सक्रिय कार्यकर्ता रहे. इसके बाद कांग्रेस के यूथ महामंत्री और फिर प्रदेश महामंत्री रहे. इसके बाद जिले में कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष रहे. इसके साथ ही वह कांग्रेस के प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मेम्बर हैं.
भाजपा ने दूसरी बार दर्ज की जीत
विधानसभा चुनाव 2017 में देवरिया सदर सीट से लगातार दूसरी बार भाजपा के टिकट पर जन्मेजय सिंह चुनाव जीतने में सफल रहे. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार जेपी जायसवाल को 46236 मतों से पराजित किया था. इसके साथ ही बसपा के उम्मीदवार अभय नाथ मणि त्रिपाठी 21000 हजार वोट पा कर हार का सामना किया था.