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चित्रकूट: पहले विकास फिर वोट, गांव वालों ने किया चुनाव का बहिष्कार - chitrakoot news in hindi

उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में विधानसभा मानिकपुर 237 में होने वाले उपचुनाव से पहले ग्रामीणों ने उपचुनाव के बहिष्कार का मन बना लिया है. क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं के ना होने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है.

वोट बहिष्कार को बनाया हथियार
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Published : Oct 11, 2019, 8:21 PM IST

चित्रकूट: जनपद के विधानसभा मानिकपुर 237 के होने वाले उपचुनाव में इलाके में मौजूद समस्याओं का निपटारा न होने से नाराज ग्रामीणों ने इस बार विधानसभा उपचुनाव में वोट न देने का मन बना लिया है. इस विधानसभा में मौजूद गांव में बिजली और पानी की विकराल समस्या है. इसके कारण पानी भरने के लिए लोगों को कोसों दूर जाना पड़ता है. वहीं गांव में सड़क और साफ-सफाई भी नहीं है. इन्हीं सब समस्याओं और जीते हुए नेताओं के वादाखिलाफी को लेकर ग्रामीणों ने मतदान को ही अपना हथियार बना लिया है.

वोट बहिष्कार को बनाया हथियार


वोट बहिष्कार को बनाया हथियार
मानिकपुर 237 विधानसभा उपचुनाव नजदीक आ रहे हैं. मानिकपुर के गांवों में अपनी मांगों को लेकर ग्रामीणों का वोट बहिष्कार भी तेजी पकड़ता जा रहा है. ग्रामीण हाथों में तख्ती और बैनर-पोस्टर लेकर वोट बहिष्कार का एलान कर रहे हैं. गांवों में पानी की समस्या के चलते ग्रामीणों को कोसों दूर चलना पड़ रहा है. इसके साथ ही गांवों में बिजली और रोड न होने की भी समस्या है.

ग्रामीणों में शासन की ओर से पानी की समस्या को दूर न करने और प्रत्याशियों की वादाखिलाफी को लेकर आक्रोश बढ़ता जा रहा है. ऐसे में ग्रामीणों ने मतदान को ही अपने हथियार बनाकर वोट बहिष्कार करने का मन बना लिया है, उनका कहना है कि इन्ही समस्याओं को लेकर गांव में जीते हुए प्रत्याशी ने बात कही थी और जीत के बाद हमारी समस्या जस की तस बनी है. प्रत्याशी आज तक हमारे गांव नहीं आया है, उन्होंने वादाखिलाफी की है. जीतने के बाद प्रत्याशी लखनऊ में ही रहते हैं. फिर कोई मुड़कर हमारे गांव नहीं आता.

बाढ़ के बाद नहीं बना क्षतिग्रस्त पुल

चमरौहां गांव में लोगों का कहना कि गांव में 2016 में आई बाढ़ के बाद से पुल टूट गया है. आने-जाने में लोगों को काफी परेशानियां होती हैं. एलहा बढेया में पानी की इतनी विकराल समस्या है कि पढ़ने वाली छात्राओं को स्कूल छोड़ कर कई किलोमीटर दूर पानी भरना पड़ता है. ग्रामीणों ने बताया कि जीते प्रत्याशी ने इन सभी समस्याओं से ग्रामीणों को निजात दिलाने का वादा किया था. जो आज तक पूरा नहीं हुआ, वहीं अपनी समस्याओं को लेकर यह लोग वोट बहिष्कार कर रहे हैं.

कोई भी व्यक्ति वोट बहिष्कार नहीं करेगा, जो भी व्यक्ति वोट बहिष्कार के लिए उकसाएगा उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी. सभी ग्रामीणों की बात भी प्रशासन सुनेगा.

-शेषमणि पांडेय,जिलाधिकारी चित्रकूट

चित्रकूट: जनपद के विधानसभा मानिकपुर 237 के होने वाले उपचुनाव में इलाके में मौजूद समस्याओं का निपटारा न होने से नाराज ग्रामीणों ने इस बार विधानसभा उपचुनाव में वोट न देने का मन बना लिया है. इस विधानसभा में मौजूद गांव में बिजली और पानी की विकराल समस्या है. इसके कारण पानी भरने के लिए लोगों को कोसों दूर जाना पड़ता है. वहीं गांव में सड़क और साफ-सफाई भी नहीं है. इन्हीं सब समस्याओं और जीते हुए नेताओं के वादाखिलाफी को लेकर ग्रामीणों ने मतदान को ही अपना हथियार बना लिया है.

वोट बहिष्कार को बनाया हथियार


वोट बहिष्कार को बनाया हथियार
मानिकपुर 237 विधानसभा उपचुनाव नजदीक आ रहे हैं. मानिकपुर के गांवों में अपनी मांगों को लेकर ग्रामीणों का वोट बहिष्कार भी तेजी पकड़ता जा रहा है. ग्रामीण हाथों में तख्ती और बैनर-पोस्टर लेकर वोट बहिष्कार का एलान कर रहे हैं. गांवों में पानी की समस्या के चलते ग्रामीणों को कोसों दूर चलना पड़ रहा है. इसके साथ ही गांवों में बिजली और रोड न होने की भी समस्या है.

ग्रामीणों में शासन की ओर से पानी की समस्या को दूर न करने और प्रत्याशियों की वादाखिलाफी को लेकर आक्रोश बढ़ता जा रहा है. ऐसे में ग्रामीणों ने मतदान को ही अपने हथियार बनाकर वोट बहिष्कार करने का मन बना लिया है, उनका कहना है कि इन्ही समस्याओं को लेकर गांव में जीते हुए प्रत्याशी ने बात कही थी और जीत के बाद हमारी समस्या जस की तस बनी है. प्रत्याशी आज तक हमारे गांव नहीं आया है, उन्होंने वादाखिलाफी की है. जीतने के बाद प्रत्याशी लखनऊ में ही रहते हैं. फिर कोई मुड़कर हमारे गांव नहीं आता.

बाढ़ के बाद नहीं बना क्षतिग्रस्त पुल

चमरौहां गांव में लोगों का कहना कि गांव में 2016 में आई बाढ़ के बाद से पुल टूट गया है. आने-जाने में लोगों को काफी परेशानियां होती हैं. एलहा बढेया में पानी की इतनी विकराल समस्या है कि पढ़ने वाली छात्राओं को स्कूल छोड़ कर कई किलोमीटर दूर पानी भरना पड़ता है. ग्रामीणों ने बताया कि जीते प्रत्याशी ने इन सभी समस्याओं से ग्रामीणों को निजात दिलाने का वादा किया था. जो आज तक पूरा नहीं हुआ, वहीं अपनी समस्याओं को लेकर यह लोग वोट बहिष्कार कर रहे हैं.

कोई भी व्यक्ति वोट बहिष्कार नहीं करेगा, जो भी व्यक्ति वोट बहिष्कार के लिए उकसाएगा उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी. सभी ग्रामीणों की बात भी प्रशासन सुनेगा.

-शेषमणि पांडेय,जिलाधिकारी चित्रकूट

Intro: उत्तर प्रदेश के चित्रकूट विधानसभा मानिकपुर 237 के होने वाले उपचुनाव में इलाके में मौजूद समस्याओं का निपटारा न होने से नाराज ग्रामीणों ने इस बार विधानसभा उपचुनाव में वोट न देने का मन बना लिया है। इस विधानसभा में मौजूद गांव में बिजली और पानी की विकराल समस्या है ।इसके कारण पानी भरने के लिए लोगों को कोसों दूर जाना पड़ता है। वहीं गांव में सड़क और साफ सफाई भी नहीं है ।इन्हीं सब समस्याओं और जीते हुए नेताओं के वादाखिलाफी को लेकर ग्रामीणों ने मतदान को ही अपना हथियार बना लिया है।


Body:चित्रकूट के मानिकपुर 237 विधानसभा उपचुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं ।वैसे वैसे चित्रकूट में मानिकपुर के गांवों में अपनी मांगों को लेकर ग्रामीणों का वोट बहिष्कार भी तेजी पकड़ता जा रहा है ।लोगों के हाथों में तख्ती और बैनर पोस्टर लेकर वोट बहिष्कार का ऐलान कर रहे हैं। वहीं जिलाधिकारी शेषमणि पांडे गांव-गांव जाकर लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करने में लगे हैं। कहीं पानी की समस्या के चलते ग्रामीणों को कोसों दूर चलना पड़ रहा है। तो कहीं बिजलीऔर रोड न होने की समस्या है। ग्रामीणों में शासन की ओर से पानी की समस्या को दूर न करने और प्रत्याशियों की वादाखिलाफी को लेकर आक्रोश बढ़ता जा रहा है ।ऐसे में ग्रामीणों ने मतदान को ही अपने हथियार बनाकर वोट बहिष्कार करने का मन बना लिया है ।उनका कहना है कि इन्ही समस्याओ को लेकर गांव में जीते हुए प्रत्यासी ने बात कही थी और जीत के बाद हमारी समस्या जस के तस बनी है प्रत्यासी आज तक हमारे गांव नही आया है। उन्होंने वादाखिलाफी की है जीतने के बाद प्रत्याशी लखनऊ में ही रहते हैं ।फिर कोई मुड़कर हमारे गांव नहीं आता वही चमरौहां गांव में लोगों का कहना कि हमारे गांव में 2016 में आई बाढ़ के बाद से हमारा पुल टूट गया है। आने जाने में हम लोगों को काफी परेशानियां होती हैं। कई लोग इस पानी के बहाव के चलते इलाज के अभाव में मर गए हैं ।
एलहा बढेया में पानी की इतनी विकराल समस्या है कि पढ़ने वाली छात्राओं को स्कूल छोड़ कर कई किलोमीटर दूर पानी भरना पड़ता है। ग्रामीणों ने बताया कि जीते प्रत्यासी ने इन सभी समस्याओं से ग्रामीणों को निजात दिलाने का वादा किया था। जो आज तक पूरा नही हुआ।वही अपनी समस्याओं को लेकर यह लोग वोट बहिष्कार कर रहे हैं ।
वहीं जिलाधिकारी शेषमणि पांडे ने कहा कि कोई भी व्यक्ति वोट बहिष्कार नहीं करेगा जो भी व्यक्ति वोट बहिष्कार के लिए उकसएगा उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। वहीं सभी ग्रामीणों की बात भी प्रशासन सुनेगा ।जिला अधिकारी शेषमणि पांडे गांव गांव जाकर ग्रामीणों को मतदान के लिए जागरूक कर रहे हैं । साथ ही उन्होंने ईवीएम वीवीपैट की कार्यप्रणाली और प्रयोग के तरीके ग्रामीणों को समझा रहे हैं।
बाइट- कुसमा(गृहणी)
बाइट-ननकी देवी(ग्रामीण महिला)
बाइट-रामानन्द(ग्रामीण)
बाइट-शेषमणि पांडेय(जिलाधिकारी चित्रकूट)



Conclusion:
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