चित्रकूट: जिलाधिकारी शेषमणि पांडेय की अध्यक्षता में 10 अगस्त 2020 को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस की तैयारी के संबंध में कलेक्ट्रेट सभागार में शनिवार को जिला समन्वय समिति की बैठक हुई. इसमें 10 अगस्त को होने वाले कार्यक्रम को सही तरीके से संपन्न कराने के लिए सभी विभागों को जरूरी दिशा निर्देश दिए गए.
गांव की निगरानी समितियों की भी ली जाएगी मदद
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विनोद कुमार को निर्देश देते हुए कहा कि इस कार्यक्रम में बाल विकास विभाग का भी सहयोग लिया जाना चाहिए. प्रभारी चिकित्सा अधीक्षकों को अपने-अपने प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर सभी व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए. इसमें गांव की निगरानी समितियों का भी सहयोग लिया जाएगा. स्वास्थ्य विभाग डोर टू डोर सर्वे कराकर आशा व आंगनबाड़ी के माध्यम से दवाई वितरित करेगा. इस दौरान कोरोनावायरस के मद्देनजर जरूरी एहतियात भी बरती जाएगी. किसी कर्मचारी द्वारा इस दौरान लापरवाही की स्थिति में कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
1 से लेकर 19 साल तक के लड़के-लड़कियों को खिलाई जाएगी दवा
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विनोद कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम भारत सरकार के निर्देशानुसार वर्ष में दो बार निश्चित तिथि पर मनाया जाता है. इस बार यह 10 अगस्त को आयोजित किया जा रहा है. इस दौरान कृमि नियंत्रण की दवा निःशुल्क खिलाई जाती है. इससे बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में सुधार होगा. वर्तमान में कोविड-19 संक्रमण के कारण विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केंद्र बंद हैं. सरकार से प्राप्त दिशा निर्देशों के अनुसार आंगनबाड़ी के सहयोग से घर-घर जाकर 1 वर्ष से 19 वर्ष तक के लोगों को दवा खिलाई जाएगी.