चित्रकूट: मृतक बच्चों के पिता ब्रजेश रावत ने सोमवार को अपने आवास पर प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि अपहरण के बाद अगर एमपी पुलिस तत्परता दिखाती तो शायद आज मेरे दोनों बच्चे जीवित होते. अपहरणकर्ताओं ने मुझसे फिरौती के रूप में 20 लाख रुपये भी ले लिए थे. ब्रजेश रावत ने कहा कि इस मामले में सद्गुरु ट्रस्ट भी संदेह के घेरे में है, क्योंकि मुख्य आरोपी और मास्टरमाइंड पदमकान्त शुक्ला के पिता भी ट्रस्ट के विद्यालय में अध्यापक हैं.
पदमकान्त शुक्ला के पिता को सद्गुरु ट्रस्ट के ट्रस्टी डॉ. वी के जैन ने थाने से छुड़वाया था. ब्रजेश रावत ने कहा कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो वह अपने परिवार सहित यहां से पलायन को मजबूर हो जाएंगे. उनका कहना है कि एमपी पुलिस ट्रस्ट के दबाव में कुछ अपराधियों को बचा रही है. बहरहाल मृतक बच्चों के पिता ने सीबीआई जांच की मांग की है.
ज्ञात हो किचित्रकूट जिले के दो मासूमों जुड़वां बच्चों को अगवा कर बांदा में इनकी बेरहमी से हत्या कर ही गई थी. हत्या के बाद से पूरे जिले में रोषव्याप्त था और लोग हत्यारों को पकड़ने की मांग पर अड़ेहुए थे.