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बुलंदशहरः अब खेत से अन्नदाताओं के मोबाइल पर पहुंचेगा सिंचाई का हर अपडेट - bulandshahr today news

अन्नदाताओं के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान केंद्र ने एक यंत्र इजाद किया है. इस यंत्र के माध्यम से अब किसान को खेत में सिंचाई की आवश्यकता होने पर उनके मोबाइल फोन पर खेत से सन्देश पहुंचेगा.

सॉइल मॉइस्चर इंडिकेटर
सॉइल मॉइस्चर इंडिकेटर
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Published : Feb 19, 2020, 8:35 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

बुलंदशहरः किसानों को अब सिंचाई के लिए बार-बार अपने खेतों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे. भारतीय कृषि अनुसंधान केंद्र ने एक ऐसा यंत्र इजाद किया है, जो किसान को घर बैठे उसकी फसल में कब पानी की आवश्यकता है और खेत में कितनी नमी है, इन सब की जानकारी मोबाइल पर मिलेगी.

ये यन्त्र खेत में ही लगाकर छोड़ना होगा और ये समय-समय पर किसान के मोबाइल पर सन्देश भेजेगा. फिलहाल दो एसएमई कृषि अनुसंधान केंद्र में विकसित किये गए हैं, जिनमें डिजिटल यन्त्र के जरिये खेत में लगाने पर सिर्फ 90 सैकेंड में ये पता लग जायेगा कि खेत को पानी की अभी आवश्यकता है या नहीं.

किसान जान सकेंगे खेत में सिंचाई का हाल.

सरदार बल्लभ भाई पटेल कृषि अनुसंधान केंद्र बुलंदशहर के प्रभारी इंचार्ज शिव सिंह ने बताया कि एक यंत्र इजाद किया गया है. इस यंत्र से घर बैठे ही किसानों को उनके फोन पर जानकारी मिल जाएगी. इतना ही नहीं यह फिलहाल दो तरह के यंत्र हैं.

पहले यंत्र को खेत में लगाने के बाद 90 सेकेंड में यह जानकारी मिल जाएगी कि कब फसल को पानी की आवश्यकता है. जबकि दूसरा ऐसा यंत्र है, जो कि एक सिमकार्ड चिप के माध्यम से जुड़ा हुआ है. इसके जरिए समय-समय पर आपके मोबाइल पर संदेश जाएगा कि आपके खेत का वर्तमान स्टेटस क्या है. यानी आपके खेत में पानी की आवश्यकता है या नहीं.

अनुसंधान केंद्र के प्रभारी शिव सिंह कहते हैं कि यह काफी फायदे भरा है और अब किसान को बेवजह के खेत के चक्कर नहीं काटने होंगे. जो किसान दूर दराज में रहते हैं और उनकी कृषि भूमि काफी दूर है. उनके लिये ये सॉइल मॉइस्चर इंडिकेटर काफी कारगर सिद्ध होगा.

बुलंदशहरः किसानों को अब सिंचाई के लिए बार-बार अपने खेतों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे. भारतीय कृषि अनुसंधान केंद्र ने एक ऐसा यंत्र इजाद किया है, जो किसान को घर बैठे उसकी फसल में कब पानी की आवश्यकता है और खेत में कितनी नमी है, इन सब की जानकारी मोबाइल पर मिलेगी.

ये यन्त्र खेत में ही लगाकर छोड़ना होगा और ये समय-समय पर किसान के मोबाइल पर सन्देश भेजेगा. फिलहाल दो एसएमई कृषि अनुसंधान केंद्र में विकसित किये गए हैं, जिनमें डिजिटल यन्त्र के जरिये खेत में लगाने पर सिर्फ 90 सैकेंड में ये पता लग जायेगा कि खेत को पानी की अभी आवश्यकता है या नहीं.

किसान जान सकेंगे खेत में सिंचाई का हाल.

सरदार बल्लभ भाई पटेल कृषि अनुसंधान केंद्र बुलंदशहर के प्रभारी इंचार्ज शिव सिंह ने बताया कि एक यंत्र इजाद किया गया है. इस यंत्र से घर बैठे ही किसानों को उनके फोन पर जानकारी मिल जाएगी. इतना ही नहीं यह फिलहाल दो तरह के यंत्र हैं.

पहले यंत्र को खेत में लगाने के बाद 90 सेकेंड में यह जानकारी मिल जाएगी कि कब फसल को पानी की आवश्यकता है. जबकि दूसरा ऐसा यंत्र है, जो कि एक सिमकार्ड चिप के माध्यम से जुड़ा हुआ है. इसके जरिए समय-समय पर आपके मोबाइल पर संदेश जाएगा कि आपके खेत का वर्तमान स्टेटस क्या है. यानी आपके खेत में पानी की आवश्यकता है या नहीं.

अनुसंधान केंद्र के प्रभारी शिव सिंह कहते हैं कि यह काफी फायदे भरा है और अब किसान को बेवजह के खेत के चक्कर नहीं काटने होंगे. जो किसान दूर दराज में रहते हैं और उनकी कृषि भूमि काफी दूर है. उनके लिये ये सॉइल मॉइस्चर इंडिकेटर काफी कारगर सिद्ध होगा.

Last Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST
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