बुलंदशहर: सतयुग में हुए भगवान राम और माता सीता के स्वयंवर के बारे में तो आपने सुना ही होगा, लेकिन आज के कलयुग में अगर कोई वैसे ही अपनी सीता ब्याहने जाए और वरमाला से पहले धनुष तोड़े, तो ये बात शायद आपको हैरान कर देगी. जी हां, ऐसा भगवान राम का अनुसरण करते हुए बुलंदशहर में एक दूल्हा खटोले की तर्ज पर हेलीकॉप्टर से अपनी होने वाली जीवन संगिनी को लेने पहुंचा. वहां पहले उसने धनुष तोड़ा फिर आगे की शादी संपन्न हुई. यूपी की यह शादी काफी चर्चा में बनी हुई है.
बुलंदशहर के जिस स्वयंवर की तस्वीर हम आपको दिखा रहे हैं, वैसा विवाह शायद आपने रामानंद सागर के धारावाहिक रामायण में देखा हो या फिर किसी धार्मिक फिल्म में हुए आयोजन में, लेकिन हम यहां जो आपको दिखा रहे हैं यह बिल्कुल सच है. दरअसल, राजस्थान से बारात लेकर बुलंदशहर के अनूपशहर कस्बे पहुंचे दूल्हे राजा मनोज ने उड़नखटोले से पहुंचने के बाद वरमाला से पहले बाकायदा भगवान राम की तरह अपनी ससुराल पहुंचकर सर्वप्रथम फूलों से सजे धनुष को तोड़ा. फिर वरमाला हुई. इसके बाद विवाह कर हेलीकॉप्टर से दुल्हन को लेकर अपने घर यानी राजस्थान के लिए रवाना हो गया.
हेलीकॉप्टर में भरतपुर राजस्थान से सवार होकर आया दूल्हा मनोज कपूरथला पंजाब के सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में मैनेजर के पद पर सेवारत है. आज मनोज हेलीकॉप्टर से बुलंदशहर के अनूपशहर में फतेहपुर की प्रधान की रानी की पुत्री साधना से विवाह करने पहुंचा. बारात के साथ हेलीकॉप्टर से पहुंचे मनोज ने सीता स्वयंवर की तरह ही अपने ससुराल में पहुंचकर पहले धनुष तोड़ा और फिर साधना से विधिवत विवाह संपन्न हुआ.
इसके बाद वह अपनी नई नवेली दुल्हन के साथ भरतपुर के लिए उड़न खटोले यानी हेलीकॉप्टर से ही रवाना हो गया. मनोज की मानें तो उड़न खटोले से बरात लेकर जाने और धनुष तोड़ने की उनके पिता की इच्छा थी, जिसे पुत्र ने आज पूरा कर दिया. फिलहाल यह अनोखी शादी बुलंदशहर में चर्चा का विषय बनी हुई है.