बुलंदशहर: जिले में उस वक्त हड़कंप मच गया. जब स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वती के ट्वीट कर बताया कि बुलंदशहर के रामघाट थाना क्षेत्र में मेरी हत्या करने आए 3 लोगों को रामघाट पुलिस ने हिरासत में लिया है. स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वती ने आरोप लगाया है कि यह लोग मेरी हत्या करने आए थे. वहीं पुलिस का कहना है कि यह लोग रास्ता भटक गये थे और महाराज के कार्यक्रम में पहुंच गए थे. प्रारंभिक जांच में इनके पास से कोई आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिली है.
पुलिस ने मामले में 3 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की
स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वती के ट्वीट ने बुलंदशहर पुलिस की नींद उड़ा दी. स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वती ने ट्वीट में बताया कि बुलंदशहर के रामघाट थाना क्षेत्र में मेरी हत्या करने आए 3 लोगों को रामघाट पुलिस ने हिरासत में लिया है.
वहीं सीओ वंदना का कहना है कि इस मामले को लेकर और 3 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई. लेकिन उन लोगों का स्वामी यति नरसिंहानंद सरस्वती की हत्या करने को लेकर कोई मामला नहीं है. यह लोग रास्ता भटकने के कारण उस रूट पर पहुंच गए थे, जहां महाराज का कार्यक्रम चल रहा था. प्रारंभिक प्रारंभिक जांच में इनके पास से कोई आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिली है और लोगों का गाड़ी सेल परचेजिंग और बैटरी का काम है. यह तीनों लोग मुरादाबाद से बेंगलुरु जा रहे थे, यह तीनों लोग बेंगलुरु के ही रहने वाले बताए जा रहे हैं.
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जानें कौन है यति नरसिंहानंद सरस्वती
यति नरसिंहानंद सरस्वती गाजियाबाद के शिव शक्ति धाम डासना मंदिर के महंत हैं. वह पूर्व बीजेपी सांसद बीएल शर्मा को अपना गुरू मानते हैं. उनको अखिल भारतीय संत परिषद का राष्ट्रीय संयोजक भी बताया जाता है. इसके अलावा उनके बारे में कहा जाता है कि उन्होंने रूस में पढ़ाई की है और मॉस्को व लंदन समेत कई जगहों पर काम भी किया है. वह समाजवादी पार्टी से भी जुड़े रह चुके हैं. वह 'हिन्दू स्वाभिमान' नामक संस्था भी चलाते हैं. हिन्दू युवाओं और बच्चों को आत्मरक्षा के प्रशिक्षण के लिए 'धर्म सेना' का भी गठन उन्होंने किया.
यति नरसिंहानंद सरस्वती लगातार अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं, लेकिन हाल में वह तब चर्चा में दिखे जब डासना के एक मंदिर में कथित तौर पर एक बच्चे की पानी पीने के लिए पिटाई की गई थी. नाबालिग बच्चे की पिटाई के एक दिन बाद पुजारी ने अपने ऊपर लगे सभी आरोप को सिरे से नकारते हुए कहा था कि नाबालिग लड़का मंदिर खराब करने की कोशिश कर रहा था.