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बुलंदशहर: बेसहारा गोवंशों को अगर देंगे सहारा तो मिलेगी धनराशि, ये है नया प्लान

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में जिला प्रशासन बेसहारा गोवंशों की रखवाली के लिए एक रूपरेखा तैयार कर रहा है. इस रूपरेखा के तहत जिले के प्रत्येक ग्राम प्रधान को देखभाल के लिए 4 गोवंश दिए जाएंगे. ग्राम प्रधान चाहे तो इन गोवंशों को किसी और को भी देखभाल के लिए दे सकता है. इसके लिए प्रत्येक गोवंश की देखभाल के लिए प्रशासन द्वारा 900 रुपये हर महीने दिए जाएंगे.

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अब बेसहारा गोवशों को मिलेगा सहारा.
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Published : Dec 13, 2019, 2:14 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

बुलंदशहर: जनपद के 4 गोवंश प्रत्येक ग्राम प्रधान को प्रशासन की तरफ सुपुर्दगी के लिए दिए जाएंगे. ग्राम प्रधान किसी को भी गांव में उन्हें सुपुर्दगी में आगे दे सकते हैं. प्रत्येक गोवंश की रखवाली के लिए प्रशासन की तरफ से 900 रुपये प्रतिमाह दिए जाएंगे. ये शुरुआत बुलंदशहर में जल्द होने जा रही है, जिसके लिए जिले के करीब 800 ग्राम प्रधानों की लिस्ट भी तैयार की जा चुकी है. बेसहारा गोवंशों को आसरा मिल सके, यही इस योजना का असल मकसद है.

अब बेसहारा गोवशों को मिलेगा सहारा.

कुल 147 स्थाई-अस्थाई गोशाला
जिले में स्थित स्थापित कुल 147 स्थाई-अस्थाई गौशालाओं में 8500 बेसहारा गोवंश वर्तमान में मौजूद हैं. इसके बावजूद भी बड़ी संख्या में किसानों की शिकायतें जिले के अलग-अलग जिम्मेदार अफसरों को मिलती हैं कि गोवंश फसलों को तबाह कर रहे हैं. अन्नदाता की बार-बार मिल रही शिकायतों से जिला प्रशासन भी खासा परेशान है. आलम यह है कि बेसहारा घूमने वाले गोवंश किसानों की फसल को नष्ट कर रहे हैं.

मुख्य विकास अधिकारी सुधीर कुमार रुंगटा का कहना है कि यूं तो प्रदेश में बुलंदशहर सर्वाधिक बेसहारा गोवंशों को पालने के मामले में प्रदेश में तीसरे नंबर पर है. इसके बाद भी लगातार शिकायतें मिलती रहती हैं कि गोवंश किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. वहीं नगरीय क्षेत्रों में भी अक्सर देखा जाता है कि गोवंश खुलेआम घूम रहे हैं.

मुख्य विकास अधिकारी ने जिले के सभी ग्राम प्रधानों को दिशा निर्देश दिए हैं कि सभी ग्राम प्रधान गोवंशों को रखवाली करने वाले कार्य में रूचि लें. इतना ही नहीं बुलंदशहर में कुल 147 ग्राम पंचायतों में गोशाला हैं. इन ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधानों को छोड़कर शेष बचे 804 ग्राम प्रधानों से संवाद स्थापित किया जा रहा है और प्रत्येक ग्राम प्रधान की सुपुर्दगी में 4 गोवंश दिए जाने हैं. इतना ही नहीं यह जो गोवंश ग्राम प्रधान को दिए जाएंगे, इन गोवंशों को ग्राम प्रधान गांव में किसी भी व्यक्ति भी दे सकता है, जिसके लिए गोवंश को पालने वाले लोगों को खर्चे के तौर पर 900 रुपये प्रति गोवंश के हि,ाब से हर महीने दिए जाएंगे.

बुलंदशहर: जनपद के 4 गोवंश प्रत्येक ग्राम प्रधान को प्रशासन की तरफ सुपुर्दगी के लिए दिए जाएंगे. ग्राम प्रधान किसी को भी गांव में उन्हें सुपुर्दगी में आगे दे सकते हैं. प्रत्येक गोवंश की रखवाली के लिए प्रशासन की तरफ से 900 रुपये प्रतिमाह दिए जाएंगे. ये शुरुआत बुलंदशहर में जल्द होने जा रही है, जिसके लिए जिले के करीब 800 ग्राम प्रधानों की लिस्ट भी तैयार की जा चुकी है. बेसहारा गोवंशों को आसरा मिल सके, यही इस योजना का असल मकसद है.

अब बेसहारा गोवशों को मिलेगा सहारा.

कुल 147 स्थाई-अस्थाई गोशाला
जिले में स्थित स्थापित कुल 147 स्थाई-अस्थाई गौशालाओं में 8500 बेसहारा गोवंश वर्तमान में मौजूद हैं. इसके बावजूद भी बड़ी संख्या में किसानों की शिकायतें जिले के अलग-अलग जिम्मेदार अफसरों को मिलती हैं कि गोवंश फसलों को तबाह कर रहे हैं. अन्नदाता की बार-बार मिल रही शिकायतों से जिला प्रशासन भी खासा परेशान है. आलम यह है कि बेसहारा घूमने वाले गोवंश किसानों की फसल को नष्ट कर रहे हैं.

मुख्य विकास अधिकारी सुधीर कुमार रुंगटा का कहना है कि यूं तो प्रदेश में बुलंदशहर सर्वाधिक बेसहारा गोवंशों को पालने के मामले में प्रदेश में तीसरे नंबर पर है. इसके बाद भी लगातार शिकायतें मिलती रहती हैं कि गोवंश किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. वहीं नगरीय क्षेत्रों में भी अक्सर देखा जाता है कि गोवंश खुलेआम घूम रहे हैं.

मुख्य विकास अधिकारी ने जिले के सभी ग्राम प्रधानों को दिशा निर्देश दिए हैं कि सभी ग्राम प्रधान गोवंशों को रखवाली करने वाले कार्य में रूचि लें. इतना ही नहीं बुलंदशहर में कुल 147 ग्राम पंचायतों में गोशाला हैं. इन ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधानों को छोड़कर शेष बचे 804 ग्राम प्रधानों से संवाद स्थापित किया जा रहा है और प्रत्येक ग्राम प्रधान की सुपुर्दगी में 4 गोवंश दिए जाने हैं. इतना ही नहीं यह जो गोवंश ग्राम प्रधान को दिए जाएंगे, इन गोवंशों को ग्राम प्रधान गांव में किसी भी व्यक्ति भी दे सकता है, जिसके लिए गोवंश को पालने वाले लोगों को खर्चे के तौर पर 900 रुपये प्रति गोवंश के हि,ाब से हर महीने दिए जाएंगे.

Intro:गौशालाओं में सुरक्षित गोवंशों को पालन पोषण के लिए आम आदमी व प्रधानों को भी अब बुलन्दशहर जिले में दिया जाएगा,प्रत्येक ग्राम प्रधान को 4 गोवंश प्रशासन की तरफ सुपुर्दगी के लिए दिए जाएंगे,ग्राम प्रधान किसी को भी गांव में उन्हें सुपुर्दगी में आगे दे सकते हैं, जिसके लिए 900 रुपया प्रति गोवंश हर माह भुगतान भी किया जाएगा। ये शुरुआत बुलंदशहर में जल्द होने जा रही है, जिसके लिए जिले के करीब 800 ग्राम प्रधानों की बाकायदा लिस्ट भी तैयार की जा चुकी है।बेसहारा गोवंशों को आसरा मील सके यही इस योजना का असल मकसाद भी है,देखिये इस बारे में ईटीवी भारत की ये विशेष खबर।

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Body:यूं तो बुलंदशहर में 8500 बेसहारा गोवंश जिले में स्थित स्थापित कुल 147 स्थाई अस्थाई गौशालाओं में वर्तमान में मौजूद हैं लेकिन उसके बावजूद भी बड़ी संख्या में किसानों की आय दिन शिकायतें जिले के अलग-अलग जिम्मेदार अफसरों को मिलती हैं कि गोवंश फसलों को तबाह कर रहे हैं ।अन्नदाता की बार बार मिल रही शिकायतों से जिला प्रशासन भी खासा परेशान है, हर रोज अफसरों को इस बारे हैं शिकायती पत्र भी मिलते हैं कि उनके क्षेत्र में आवारा गोवंश खुले घूम रहे हैं,औऱ किसान की फसल चौपट हो रही है, जिसकी वजह से कभी किसी सरकारी स्कूल में गोवंश ग्रामीण बंद कर देते हैं ,तो कभी उन्हें अपनी बर्बाद होती फ़सरल में से मारते पीटते भगाते भी किसान देखे जा सकते हैं, आलम यह है कि प्रत्येक फसल को बेसहारा घूमने वाले यह गोवंश चौपट कर रहे हैं ,जिसके लिए बुलंदशहर जिला प्रशासन ने एक नई रूपरेखा तैयार की है ।
इस बारे में जिले के मुख्य विकास अधिकारी सुधीर कुमार रुंगटा का कहना है कि यूं तो प्रदेश में बुलंदशहर सर्वाधिक बेसहारा गोवंशों को पालने के मामले में प्रदेश भर में तीसरे नंबर पर है ,लेकिन उसके बाद भी लगातार शिकायतें मिलती रहती हैं कि गोवंश किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। वहीं नगरीय क्षेत्रों में भी अक्सर देखा जाता है कि गोवंश खुलेआम घूम रहे हैं ।
मुख्य विकास अधिकारी ने जिले के सभी ग्राम प्रधानों को दिशा निर्देश दिया है कि सभी ग्राम प्रधान इसमें रूचि लें इतना ही नहीं बुलंदशहर में कुल 147 ग्राम पंचायतों में गौशाला हैं, इन ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधानों को छोड़कर शेष बचे 804 ग्राम प्रधानों से संवाद स्थापित किया जा रहा है और प्रत्येक ग्राम प्रधान की सुपुर्दगी में 4 गोवंश दिए जाने हैं ,इतना ही नहीं यह जो गोवंश ग्राम प्रधान को दिए जाएंगे इन गोवंश को ग्राम प्रधान गांव में किसी को भी दे सकता है । जिसके लिए गोवंश को पालने वाले लोगों को खर्चे के तौर पर 900 रुपया प्रति गोवंश प्रति माह के हिसाब से भुगतान भी शासन स्तर से किया जाएगा हम आपको बता दें कि बुलंदशहर में यूं तो 951 ग्राम पंचायत हैं लेकिन 147 ग्राम में गौशालाओं की स्थापना की गई है,इस बारे में जिले में ग्राम प्रधानों से संघठन से जुड़े जिलाध्यक्ष जगपाल चौधरी का कहना है कि जिला प्रशासन के द्वारा जो ये प्लान बनाया गया है इसका जिले के प्रधान पालन करेंगे।साथ ही उनका कहना है कि गोवंशों को लेकर प्रधान पहले से भी अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं।तो वहीं सीडीओ सुधिर कुमार रुंगटा का कहना है कि शासन की मंशा यही है कि बेसहारा गोवंशों के प्रति आमजनमानस भी इनके पालन पोषण के लिए आगे आये बाकी शासन स्तर से 30 रुपये प्रतिदिन यानी 900 रुपया प्रति गोवंश पालक को आर्थिक सहयोग राशि दी जाएगी।

बाइट.....प्रधान जगपाल चौधरी,जिलाध्यक्ष ,अखिल भारतीय प्रधान संघठन,बुलन्दशहर।

बाइट...सुधीर कुमार रूंगटा,मुख्य विकास अधिकारी बुलन्दशहर।

पीटीसी....श्रीपाल तेवतिया, बुलन्दशहर


Conclusion:9213400888,
बुलन्दशहर.
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST
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