बुलंदशहर: जनपद के 4 गोवंश प्रत्येक ग्राम प्रधान को प्रशासन की तरफ सुपुर्दगी के लिए दिए जाएंगे. ग्राम प्रधान किसी को भी गांव में उन्हें सुपुर्दगी में आगे दे सकते हैं. प्रत्येक गोवंश की रखवाली के लिए प्रशासन की तरफ से 900 रुपये प्रतिमाह दिए जाएंगे. ये शुरुआत बुलंदशहर में जल्द होने जा रही है, जिसके लिए जिले के करीब 800 ग्राम प्रधानों की लिस्ट भी तैयार की जा चुकी है. बेसहारा गोवंशों को आसरा मिल सके, यही इस योजना का असल मकसद है.
कुल 147 स्थाई-अस्थाई गोशाला
जिले में स्थित स्थापित कुल 147 स्थाई-अस्थाई गौशालाओं में 8500 बेसहारा गोवंश वर्तमान में मौजूद हैं. इसके बावजूद भी बड़ी संख्या में किसानों की शिकायतें जिले के अलग-अलग जिम्मेदार अफसरों को मिलती हैं कि गोवंश फसलों को तबाह कर रहे हैं. अन्नदाता की बार-बार मिल रही शिकायतों से जिला प्रशासन भी खासा परेशान है. आलम यह है कि बेसहारा घूमने वाले गोवंश किसानों की फसल को नष्ट कर रहे हैं.
मुख्य विकास अधिकारी सुधीर कुमार रुंगटा का कहना है कि यूं तो प्रदेश में बुलंदशहर सर्वाधिक बेसहारा गोवंशों को पालने के मामले में प्रदेश में तीसरे नंबर पर है. इसके बाद भी लगातार शिकायतें मिलती रहती हैं कि गोवंश किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. वहीं नगरीय क्षेत्रों में भी अक्सर देखा जाता है कि गोवंश खुलेआम घूम रहे हैं.
मुख्य विकास अधिकारी ने जिले के सभी ग्राम प्रधानों को दिशा निर्देश दिए हैं कि सभी ग्राम प्रधान गोवंशों को रखवाली करने वाले कार्य में रूचि लें. इतना ही नहीं बुलंदशहर में कुल 147 ग्राम पंचायतों में गोशाला हैं. इन ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधानों को छोड़कर शेष बचे 804 ग्राम प्रधानों से संवाद स्थापित किया जा रहा है और प्रत्येक ग्राम प्रधान की सुपुर्दगी में 4 गोवंश दिए जाने हैं. इतना ही नहीं यह जो गोवंश ग्राम प्रधान को दिए जाएंगे, इन गोवंशों को ग्राम प्रधान गांव में किसी भी व्यक्ति भी दे सकता है, जिसके लिए गोवंश को पालने वाले लोगों को खर्चे के तौर पर 900 रुपये प्रति गोवंश के हि,ाब से हर महीने दिए जाएंगे.