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बुलंदशहर: एक साल में आयुष्मान भारत योजना का 3 हजार से ज्यादा पात्रों ने उठाया लाभ

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में आयुष्मान भारत योजना से लोगों को काफी लाभ तो हुआ है. अभी भी कई ऐसे निजी अस्पताल हैं जिन्होंने इस योजना को लागू नहीं किया है.

एक साल में तीन हजार लोगों को मिला आयुष्मान भारत योजना का लाभ
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Published : Sep 23, 2019, 8:59 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

बुलंदशहर: पीएम मोदी ने आयुष्मान भारत योजना की शुरूआत पिछले साल सितंबर में की थी. आज योजना को पूरा एक साल हो चुका है. बुलंदशहर में आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत करीब दो लाख पात्र हैं लेकिन जिले में करीब तीन हजार पात्रों ने ही इस योजना के तहत निजी अस्पतालों में अपना इलाज मुफ्त कराया है.

इसे भी पढ़ें :- बुलंदशहर: मां-बाप की मजबूरी बनीं दो बहनें, जिला प्रशासन से मदद की गुहार

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शुमार आयुष्मान भारत योजना पिछले साल सितंबर में लागू किया गया था. यह स्वास्थ्य योजना आर्थिक तौर पर निर्धन और जरूरतमंदो के लिए शुरू की गई थी. इस योजना के पात्रता के दायरे में छोटे मोटे काम करने वाले मजदूर, दुकानों पर काम करने वाले, मोची, नाई, पेंटर, बढ़ई, कूड़ा बीनने वाले आदि को शामिल किया गया था.

एक साल में तीन हजार लोगों को मिला आयुष्मान भारत योजना का लाभ.

बता दें कि जिले में कुल दो लाख से ज्यादा पात्र परिवार हैं और इस योजना के अंतर्गत पात्र परिवार दो लाख तक का इलाज मुफ्त में करवा सकते हैं. लेकिन इस योजना में निजी अस्पतालों ने कोई रूचि ही नहीं ली. यही वजह है कि महज पांच निजी अस्पतालों में ही इस योजना के तहत पात्रों का इलाज सम्भव हो पा रहा है.

फिलहाल जिले के 2907 पात्रों का इलाज निजी अस्पतालों में हुआ है, जिनमें से जिले से बाहर जाकर इलाज कराने वाले मरीज भी शामिल हैं. जिले में अब तक कुल दो करोड़ 83 लाख 35 हजार 448 रुपये सरकार ने आयुष्मान भारत योजना के तहत मरीजों के इलाज के लिये खर्च किये हैं. हालांकि सीएमओ का कहना है कि योजना से आमजन को खासा फायदा हुआ है और अभी सरकारी अस्पतलों में भी इस योजना की कमी बनी हुई है.

बुलंदशहर: पीएम मोदी ने आयुष्मान भारत योजना की शुरूआत पिछले साल सितंबर में की थी. आज योजना को पूरा एक साल हो चुका है. बुलंदशहर में आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत करीब दो लाख पात्र हैं लेकिन जिले में करीब तीन हजार पात्रों ने ही इस योजना के तहत निजी अस्पतालों में अपना इलाज मुफ्त कराया है.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शुमार आयुष्मान भारत योजना पिछले साल सितंबर में लागू किया गया था. यह स्वास्थ्य योजना आर्थिक तौर पर निर्धन और जरूरतमंदो के लिए शुरू की गई थी. इस योजना के पात्रता के दायरे में छोटे मोटे काम करने वाले मजदूर, दुकानों पर काम करने वाले, मोची, नाई, पेंटर, बढ़ई, कूड़ा बीनने वाले आदि को शामिल किया गया था.

एक साल में तीन हजार लोगों को मिला आयुष्मान भारत योजना का लाभ.

बता दें कि जिले में कुल दो लाख से ज्यादा पात्र परिवार हैं और इस योजना के अंतर्गत पात्र परिवार दो लाख तक का इलाज मुफ्त में करवा सकते हैं. लेकिन इस योजना में निजी अस्पतालों ने कोई रूचि ही नहीं ली. यही वजह है कि महज पांच निजी अस्पतालों में ही इस योजना के तहत पात्रों का इलाज सम्भव हो पा रहा है.

फिलहाल जिले के 2907 पात्रों का इलाज निजी अस्पतालों में हुआ है, जिनमें से जिले से बाहर जाकर इलाज कराने वाले मरीज भी शामिल हैं. जिले में अब तक कुल दो करोड़ 83 लाख 35 हजार 448 रुपये सरकार ने आयुष्मान भारत योजना के तहत मरीजों के इलाज के लिये खर्च किये हैं. हालांकि सीएमओ का कहना है कि योजना से आमजन को खासा फायदा हुआ है और अभी सरकारी अस्पतलों में भी इस योजना की कमी बनी हुई है.

Intro:पिछले साल सितंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की थी, योजना को 1 साल पूरी हो चुकी है ,बुलंदशहर में आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत करीब दो लाख पात्र हैं, लेकिन बुलंदशहर लाभ लेने में काफी फिसड्डी रहा है, जिले में करीब तीन हजार पात्रों ने ही इस योजना के तहत निजी अस्पतालों में अपना इलाज मुक्त कराया है पेश है एक रिपोर्ट ।


Body:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शुमार आयुष्मान भारत योजना पिछले साल सितंबर में लागू की गयी थी,एक साल इस योजना को पूरा हो चुका ,ये स्वास्थ्य योजना उन जरूरतमंदो के लिए शुरू की गई थी जो कि आर्थिक तौर पर काफी निर्धन हैं,और अपनी किसी तरह आजीविका चला पा रहे हैं,इस के पात्रता के दायरे में छोटे मोटे काम करने वाले मजदूर ,दुकानों पर काम करने वाले ,मोची,नाई, पेंटर,बढ़ई,कूड़ा बीनने वाले आदि को शामिल किया गया था,जिले में दो लाख से ज्यादा पात्र परिवार हैं, इस योजना में पात्र परिवार का पांच लाख तक का इलाज मुफ्त होता है,लेकिन बुलन्दशहर में इस योजना में जिले के निजी हॉस्पिटल्स ने ही रूचि नहीं ली ,औयर यही वजह है कि महज पांच निजी हॉस्पिटल्स ही इस योजना के तहत पात्रों का इलाज सम्भव हो पा रहा है ,फिलहाल जिले के 2907 पात्रों का इलाज निजी हॉस्पिटल्स में हुआ है,जिनमे ऐसे भी मरीज शामिल हैं जिन्होंने जिले के बाहर जाकर इलाज कराया है।अब तक बुलन्दशहर में 2 करोड़ 83 लाख 35 हजार 448 रुपये सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज कराने वाले मरीजों पर खर्च हो चुका है।हालांकि सीएमओ खुद भी मानते हैं कि सरकारी हॉस्पिटल्स में भी कमी बनी हुई है।फिलहाल इस योजना से आमजन को खासा फायदा हुआ है।

बाइट...के. एन तिवारी,सीएमओ ,बुलन्दशहर ।
पीटीसी..श्रीपाल तेवतिया।



Conclusion:श्रीपाल तेवतिया,
बुलन्दशहर।
9213400888
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST
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