बुलंदशहर: जिले में पुलिस ने मॉक ड्रिल का आयोजन किया. इस दौरान मौके पर पुलिसकर्मियों की दो टुकड़ियां बनाई गईं. इसमें एक टुकड़ी ने उपद्रवियों की भूमिका निभाई, जबकि दूसरी टोली ने दंगे को नियंत्रण में करने के लिए तरह-तरह के करतब दिखाए. भीड़ को तितर-बितर करने को अफसरों ने भी इस रिहर्सल के दौरान मजिस्ट्रेट के आदेश के बाद मोर्चा संभाला.
बुलंदशहर पुलिस लाइन में मंगलवार को एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने दंगा नियंत्रण के लिए मॉक ड्रिल अभ्यास कराया. इस मौके पर पुलिसकर्मियों को दंगाइयों से निपटने के लिए विभिन्न तरीके के गुर सिखाए गए. वहीं रिहर्सल के दौरान भीड़ को तितर-बितर के करने के भी विभिन्न तरीके बताए गए. पुलिसकर्मियों ने मुस्तैदी के साथ दंगा नियंत्रण करने के लिए अलग-अलग विधि का प्रदर्शन किया. पुलिस लाइन के परेड ग्राउण्ड में एसएसपी, मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक पांडेय, अपर जिलाधिकारी प्रशासन रविंद्र कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक नगर अतुल श्रीवास्तव की देख-रेख में पुलिसकर्मियों ने दंगा नियंत्रण का मॉक ड्रिल किया.
मॉक ड्रिल के दौरान पुलिसकर्मियों को दो गुटों में बांटा गया. इसमें एक गुट दंगा करने वाला और दूसरी तरफ पुलिसकर्मी थे. मॉक ड्रिल के दौरान आंदोलन कर रहे दंगाइयों की ओर से आगजनी और पुलिसकर्मियों पर हमला भी किया गया. सूचना पर पुलिस विभाग की अलग-अलग टीमें पहुंचीं. पुलिस ने दंगाइयों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन भीड़ ने पुलिसकर्मियों को दौड़ा लिया. इसके बाद पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर के करने के लिए फायर ब्रिगेड का प्रयोग किया.
इसके बाद भी दंगाई नहीं हटे तो पुलिसकर्मियों ने मजिस्ट्रेट की अनुमति से लाठीचार्ज किया. आंसू गैस के गोले और दंगाइयों पर रबड़ की बुलेट फायर कर तितर-बितर किया गया. इसके उपरान्त अपर पुलिस अधीक्षक नगर सहित समस्त क्षेत्राधिकारियों ने रबड़ की बुलेट के साथ निशाना भी लगाया और दंगा नियन्त्रण उपकरणों को परखा गया. इसके अतिरिक्त नगर क्षेत्र के मुख्य चौराहों, मार्गों, स्थानों पर भी दंगा नियन्त्रण करने के लिए मॉक ड्रिल का अभ्यास कराया गया.