बुलंदशहर: खुर्जा में 24 मई को छत से गिरकर घायल हुए युवक की उपचार के दौरान मौत हो गई. बताया जा रहा है कि युवक पशु चोरी समेत कई अन्य मामलों में वांछित चल रहा था. मृतक के परिजनों का आरोप है कि घर पर दबिश देने आई पुलिस के डर से वह छत पर भागा था. जहां से पुलिस ने उसे नीचे फेंक दिया. परिजनों ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाते हुए मुंडाखेड़ा चौराहे पर शव रखकर जाम लगा दिया. सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. पुलिस के समझाने के बाद भी परिजन नहीं हटे. इसके बाद एसडीएम, सीओ अन्य अफसर पहुंच गए. उन्होंने समझा-बुझाकर किसी तरह मामले को शांत कराया.
यह है पूरा मामल
बुलंदशहर खुर्जा के मोहल्ला खवेश ज्ञान निवासी आकिल पुत्र यूनिस 24 मई की रात छत से गिरकर घायल हो गया था. परिजनों ने उसे आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया. जहां से उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया. गाजियाबाद स्थित एक निजी अस्पताल में उसका उपचार चल रहा था. यहां 3 दिन बाद उपचार के दौरान आकिल की मौत हो गई. रविवार शाम परिजन मृतक का शव लेकर खुर्जा पहुंचे. उसके बाद परिजनों ने मुंडाखेड़ा चौराहा स्थित जीटी रोड पर शव रखकर जाम लगा दिया. परिजनों का आरोप है कि पुलिस 24 मई की रात दबिश देने गई थी. पकड़े जाने के डर से आकिल छत की तरफ भागा था. आरोप है कि पुलिस ने उसे छत से नीचे गिरा दिया, जिससे उसकी मौत हो गई.
अधिकारियों ने समझा कर शांत कराया मामला
आकिल के परिजनों ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर परिजनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन परिजन नहीं माने. हंगामे की सूचना पर एसडीएम और सीओ खुर्जा मौके पर पहुंच गए. पुलिस पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर आक्रोश जता रहे लोगों को अधिकारियों ने समझा कर शांत कराया. इसके बाद वह घर वापस लौट गए.
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वहीं पुलिस का कहना है कि मृतक आकिल पशु चोरी समेत अन्य कई मामलों में वांछित चल रहा था. दबिश देने के दौरान पुलिस का अखिल को छत से गिराने का आरोप बेबुनियाद है.