ETV Bharat / state

बुलंदशहर: विकास से कोसों दूर है यह गांव, सरकारी योजनाएं भी भटकीं रास्ता

यूपी के बुलंदशहर के पोण्डरी गांव में सरकारी योजनाएं हवा हवाई साबित हो रही हैं. काफी पहले यह गांव ओडीएफ घोषित हो चुका है, लेकिन अब भी इस गांव में कुछ शौचालय अधूरे पड़े हैं. वहीं लोगों को बिजली कनेक्शन भी नहीं मिला है.

सरकारी योजनाएं से वंचित लोग.
author img

By

Published : Nov 21, 2019, 2:54 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST

बुलंदशहर: केंद्र और प्रदेश सरकार आम आदमी को तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए नई-नई योजनाएं लागू कर रही हैं. जिले में अब भी सरकारी योजनाएं पूरी तरह से जमीन पर उतरती नजर नहीं आ रही हैं. यहां अब भी लोग सरकारी योजनाओं से वंचित हैं.

सरकारी योजनाएं से वंचित लोग.


ओडीएफ घोषित होने के बाद भी खुले में शौच जाने को मजबूर ग्रामीण
जिला मुख्यालय से महज कुछ किलोमीटर दूर पोण्डरी गांव में अब भी सरकारी योजनाएं हवा हवाई साबित हो रही हैं. काफी पहले यह गांव ओडीएफ घोषित हो चुका है, लेकिन अब भी इस गांव में कुछ शौचालय अधूरे पड़े हैं. वहीं गांव के कुछ लोगों का कहना है कि उनके शौचालय बने ही नहीं हैं.


बिजली कनेक्शन से वंचित लोग
वहीं दूसरी तरफ सरकार की अन्य योजनाओं की जमीनी हकीकत भी कुछ ऐसी ही है. गांव के बाहर ही बोर्ड लगाया गया है कि सौभाग्य योजना के तहत गांव में कनेक्शन दिए जा चुके हैं. वहीं गांव में अब भी ऐसे कई लोग हैं, जिनके घर में बिजली का कनेक्शन तक भी नहीं है.

इसे भी पढ़ें:- महिलाओं ने हाथ जोड़कर पीएम मोदी से की शौचालय की मांग, 2018 में गांव हो गया था ODF घोषित

गांव की महिला प्रधान सुमन देवी के पति ने बताया कि गांव काफी पहले ओडीएफ घोषित हो चुका है. सभी के शौचालय बन चुके हैं. उन्होंने कहा कि लोगों ने उन शौचालयों को तोड़कर अपने हिसाब से बनवा लिया. प्रधानपति का कहना है कि उन्होंने सभी के खाते में पैसे भी डाले हैं.

बुलंदशहर: केंद्र और प्रदेश सरकार आम आदमी को तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए नई-नई योजनाएं लागू कर रही हैं. जिले में अब भी सरकारी योजनाएं पूरी तरह से जमीन पर उतरती नजर नहीं आ रही हैं. यहां अब भी लोग सरकारी योजनाओं से वंचित हैं.

सरकारी योजनाएं से वंचित लोग.


ओडीएफ घोषित होने के बाद भी खुले में शौच जाने को मजबूर ग्रामीण
जिला मुख्यालय से महज कुछ किलोमीटर दूर पोण्डरी गांव में अब भी सरकारी योजनाएं हवा हवाई साबित हो रही हैं. काफी पहले यह गांव ओडीएफ घोषित हो चुका है, लेकिन अब भी इस गांव में कुछ शौचालय अधूरे पड़े हैं. वहीं गांव के कुछ लोगों का कहना है कि उनके शौचालय बने ही नहीं हैं.


बिजली कनेक्शन से वंचित लोग
वहीं दूसरी तरफ सरकार की अन्य योजनाओं की जमीनी हकीकत भी कुछ ऐसी ही है. गांव के बाहर ही बोर्ड लगाया गया है कि सौभाग्य योजना के तहत गांव में कनेक्शन दिए जा चुके हैं. वहीं गांव में अब भी ऐसे कई लोग हैं, जिनके घर में बिजली का कनेक्शन तक भी नहीं है.

इसे भी पढ़ें:- महिलाओं ने हाथ जोड़कर पीएम मोदी से की शौचालय की मांग, 2018 में गांव हो गया था ODF घोषित

गांव की महिला प्रधान सुमन देवी के पति ने बताया कि गांव काफी पहले ओडीएफ घोषित हो चुका है. सभी के शौचालय बन चुके हैं. उन्होंने कहा कि लोगों ने उन शौचालयों को तोड़कर अपने हिसाब से बनवा लिया. प्रधानपति का कहना है कि उन्होंने सभी के खाते में पैसे भी डाले हैं.

Intro:देश की राजधानी से महज 70 किलोमीटर दूर बुलंदशहर जिले में अभी भी सरकारी योजनाएं पूरी तरह से जमीन पर उतरती नजर नहीं आ रही है, जहां अभी भी लोग सरकारी योजनाओं से वंचित हैं वहीं सरकारी दावे भी हवा हवाई होते नजर आ रहे हैं ,देखिए ईटीवी भारत जी ये एक्सक्लूसिव रिपोर्ट ।


Body:केंद्र और प्रदेश की सरकार आम आदमी को तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए नित नई नई योजनाएं लागू कर रही हैं, लेकिन जमीनी तौर पर उसका कितना पालन होता है ,यही जानने ईटीवी भारत की टीम ने रुख किया जिला मुख्यालय से महज कुछ किलोमीटर दूर एक गांव का,पोण्डरी गांव में ,अभी सरकारी की सभी योजना जमीन पर नहीं उतर पाई हैं,काबिलेगौर है कि काफी पहले ये गांव ओडीएफ घोषित हो चुका है तो वहीं उसके बाद भी बुलंदशहर के इस गांव में अभी तक भी कुछ शौचालय अधूरे पड़े हैं तो वहीं वहीं ऐसे लोग भी गांव में हैं जिनके शौचालय बने ही नहीं हैं,ग्रामीण कहते हैं कि अभी तक भी शौचालय नहीं मिल पाए हैं ,कहने को यह गांव खुले में शौच मुक्त हो चुका है वह भी काफी समय पहले। तो वहीं दूसरी तरफ सरकार की अन्य योजनाओं की जमीनी हकीकत भी कुछ ऐसी ही है ,जहां गांव के बाहर ही बोर्ड लगाया गया है कि सौभाग्य योजना के तहत गांव में कनेक्शन दिए जा चुके हैं। वहीं गांव में अभी भी ऐसे ही कई लोग बाकी हैं जिनके घर में बिजली का कनेक्शन तक भी नहीं है, वहीं कई लोग ऐसे भी मिले जो सरकारी योजना के बारे में बात करने पर गुस्से में नजर आए, दूसरी तरफ तमाम इन तमाम बातों का जवाब गांव की महिला प्रधान सुमन देवी के पति ने बतौर प्रतिनिधि इस तरह दिया कि गांव काफी पहले ओडीएफ घोषित हो चुका है और सभी के शौचालय बन चुके हैं ,वहीं उनका यह भी तर्क है कि लोगों ने उन शौचालयों को तोड़कर अपने हिसाब से बनवा लिया फिलहाल प्रधान प्रतिनिधि का यह भी कहना है कि उन्होंने सभी के खाते में पैसे भी डाले हैं, लेकिन फिलहाल भले ही प्रधानपती जो भी कह रहे हों , लेकिन जमीनी हकीकत उसके उलट है अभी भी यहां शौचालय अधर में लटके पड़े देखे जा सकते हैं, तो वहीं कुछ ऐसे भी घर हैं जहां अभी तक भी शौचालय नहीं हैं, फिलहाल अब देखने वाली बात ये होगी कि ईटीवी भारत पर खबर प्रसारित होगी तो उसके बाद इस तस्वीर में कुछ बदलाव आता है या नहीं।अब देखने वाली बात ये होगी कि इस तश्वीर में कितना बदलाव आता है।

बाइट....पप्पू,ग्रामीण।
बाइट.....बीरेंद्र चन्द्र,ग्राम सभा पोण्डरी के ग्राम प्रधान के पति(प्रधान के प्रतिनिधि)
बाइट....कविता।(ग्रामीण महिला)
पीटीसी....श्रीपाल तेवतिया,
बुलन्दशहर,
9213400888.



Conclusion:
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:28 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.