बुलंदशहर: जिले में दूसरे दिन मंगलवार को गंगा यात्रा दोपहर बाद ऐसोरा क्षेत्र पुहंची. यहां से पहले यह यात्रा अनूपशहर के मस्त रामघाट और उसके बाद से गंगा मार्ग होते हुए निकली. प्रत्येक गांव के बाहर गंगा यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया गया. वहीं राजघाट तक जहां यह यात्रा सड़क मार्ग से आई थी, लेकिन राजघाट से नरोरा तक का करीब आठ किलोमीटर का सफर स्टीमर और मोटर बोट के जरिये तय किया गया.
लंबे इंतजार के बाद बुलंदशहर पहुंची गंगा यात्रा का जिले की सीमा में प्रवेश करने पर स्याना तहसील के गांव भैंसोड़ा में भव्य स्वागत किया गया. स्कूल और कॉलेजों के बच्चे, गायत्री परिवार के कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकत्री, एनसीसी कैडेट, ग्राम प्रधान, किसान, नौजवान और महिलाओं ने पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया.
गंगा किनारे का होगा कायाकल्प
गंगा यात्रा लोगों की आस्था और गंगा किनारे रहने वाले लोगों की अर्थव्यवस्था से जुड़ी है. मां गंगा मोक्ष दायिनी हैं. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंगा यात्रा निकालकर गंगा यात्रा के आसपास बसने वाले गांव का कायाकल्प करने का निश्चय किया है.
गंगा यात्रा में डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा रहे मौजूद
मंगलवार को गंगा यात्रा का दूसरा दिन था. इस मौके पर डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, जहां मस्तराम घाट तक गंगा यात्रा के काफिले में दिनभर साथ रहे, वहीं मस्तराम घाट के बाद यह यात्रा सड़क मार्ग से राजघाट पहुंची. फिर वहां से कुल 28 नावों के जरिये आठ किलोमीटर की यह यात्रा गंगा नदी के रास्ते पूरी की गई.
गंगा यात्रा के दौरान ईटीवी भारत की टीम भी इस यात्रा का साक्षी बनी. यात्रा में शामिल होकर गंगा नदी के रास्ते का जायजा लिया. करीब दस हजार मछलियां भी सभी नावों से गंगा नदी में छोड़ी गईं.