बुलंदशहरः प्रदेश में कॉलेज और विश्वविद्यालय खोल दिए गए हैं. कोरोना वायरस की वजह से यूपी में काफी लंबे वक्त से कॉलेज और विश्वविद्यालयों में शिक्षण कार्य बंद चल रहा था. ऐसे में शासन की गाइडलाइन के मुताबिक कोविड-19 का पालन करते हुए कॉलेजों को खोलने की परमिशन दी गई है. ईटीवी भारत ने बुलंदशहर के डिग्री कॉलेजों की व्यवस्थाओं को परखा. कोविड-19 के नियमों को लेकर स्कूलों में न तो हेल्प डेस्क नजर आईं, न ही व्यवस्थाएं ही दिखीं. देखिये ये खास खबर.
कॉलेजों में दिखी चहल-पहल
देश कोरोना की मार झेल रहा है. ऐसे में यूपी में कॉलेज और विश्वविद्यालय खोल दिए गए हैं. प्रदेश में काफी लंबे समय से कॉलेज और विश्वविद्यालयों में शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा था. शिक्षण संस्थान बन्द थे. हालांकि ऑनलाइन पढ़ाई किए जाने के दावे सरकार की तरफ से किए जा रहे थे. अब योगी सरकार ने सोमवार को डिग्री कॉलेजों और विश्वविद्यालय खोलने का निर्णय लिया तो कॉलेजों में चहल-पहल देखने को मिली.
कोरोना नियमों से बेखबर दिखा स्टाफ
कॉलेज और विश्वविद्यालय के खुलने के बाद ईटीवी भारत ने जनपद के कॉलेजों में जाकर वहां स्थितियों को परखा. रियलिटी चेक में पता चला कि कॉलेजों में सरेआम कोविड-19 की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. कॉलेज में न सिर्फ प्रोफेसर बिना मॉस्क के दिखे बल्कि कर्मचारी भी नियमों का सरेआम उल्लंघन करते दिखे.
छात्र दिखे उत्साहित
कॉलेज खुलने से छात्रों में काफी उत्साह दिखा. उनके चेहरों पर कॉलेज खुलने की खुशी साफ झलक रही थी. छात्रों ने बताया कि बहुत लंबे समय के बाद कॉलेज खुले हैं, अब तक ऑनलाइन पढ़ाई हो रही थी लेकिन कॉलेज में जाकर पढ़ने का अपना ही मजा है.
कॉलेजों में अव्यवस्थाओं का बोलबाला
पड़ताल के दौरान पता चला कि अभी कॉलेजों में कोविड को लेकर कोई हेल्प डेस्क नहीं बनाई गई है न ही कोरोना की गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है. लंबे समय के बाद कॉलेज खुलने के बाद छात्र भारी संख्या में कॉलेज पहुंचे, जिससे कॉलेज में जमकर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ीं. वहीं छात्र भी बिना मॉस्क के कॉलेज परिसर में घूमते नजर आए.
छात्रा आलिया ने बताया कि आज कॉलेज खुलने से वे बेहद खुश हैं और काफी लंबे समय के बाद कॉलेज आना हुआ है. इसी कड़ी में स्टूडेंट लीडर चंद्रप्रकाश गौर ने बताया कि कोरोना के बचाव के लिए व्यवस्थाएं हों इस बारे में प्राचार्या से मीटिंग की है.
आज पहला दिन था इसलिए कुछ खामियां रहीं. नियमों का पालन कराया जाएगा.साथ ही छात्रों को शिफ्ट वाइज बुलाया जाएगा.
रेनू अग्रवाल, प्राचार्य, डीएवी पीजी कॉलेज