बुलंदशहरः जिले में ब्लैक फंगस (black fungus) से पहली मौत होने का मामला सामने आया है. मंगलवार को चार लोगों में फंगस की पुष्टि हुई थी. इनमें से एक मरीज ने नोएडा के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया. मरीज गुलावठी का रहने वाला था.
चार लोगों में ब्लैक फंगस की पुष्टि
जनपद में मंगलवार को लखनऊ से आई रिपोर्ट के बाद चार लोगों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई थी. हालांकि चारों का उपचार जिले से बाहर के अस्पतालों में उपचार चल रहा था. इन चार मरीजों में एक महिला भी शामिल है. डिबाई निवासी एक मरीज का आगरा, कसेरकलां की रहने वाली महिला का हापुड़ तो लखावटी के युवक का मेरठ में उपचार चल रहा है. वहीं गुलावठी क्षेत्र के 49 साल के ग्रामीण में 15 दिन पूर्व कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी. उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. 18 मई को रिपोर्ट निगेटिव आई गई थी, लेकिन इसी दौरान वह ब्लैक फंगस संक्रमण की चपेट में आ गए थे. ग्रामीण का उपचार नोएडा के कैलाश अस्पताल में चल रहा था. परिजनों ने बताया कि आक्सीजन लेवल लगातार गिरने से उपचार के दौरान मौत हो गई.
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नहीं मिल रहे इंजेक्शन
ब्लैक फंगस से मरीज को बचाने के लिए एंफोटरइसिन-बी इंजेक्शन (amphotericin b injections) लगाया जाता है, लेकिन यह इंजेक्शन बाजार में उपलब्ध नहीं है. मांग बढ़ने से जनपद में इंजेक्शन की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. जिला अस्पताल प्रशासन द्वारा एंफोटरइसिन-बी इंजेक्शन के लिए 200 की डिमांड और सीएमएसडी द्वारा करीब 500 इंजेक्शन की डिमांड शासन को भेजी जा चुकी है, लेकिन अभी तक एक भी इंजेक्शन की आपूर्ति नहीं मिली है.
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजीव प्रसाद ने कहा कि ब्लैक फंगस से पीड़ित एक व्यक्ति के मौत होने की जानकारी मिली है. संबंधित अस्पताल से रिपोर्ट मंगाई जा रही है. शेष तीन अन्य मरीजों का अभी उपचार चल रहा है.